रोहित शर्मा: लंबी पारियों से छोटी लेकिन प्रभावी पारियों तक का सफ़र
रोहित का खेल पिछले वनडे विश्व कप से बहुत बदला है
ऐंड्रयू फिडेल फ़र्नांडो
06-Aug-2024
बुधवार को रोहित शर्मा अपना 265वां वनडे मैच खेलेंगे। उनका वनडे करियर 18 साल का हो गया है और उन्हें हमेशा एक 'बड़ा स्कोर' खड़ा करने वाला बल्लेबाज़ माना जाता रहा है। उनका 264 अभी भी वनडे में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है, जो उन्होंने 10 साल पहले बनाया था। उन्होंने भारत में आधुनिक बल्लेबाज़ी की एक नई परिभाषा गढ़ी है।
कोहली के शतकों की संख्या भले ही रोहित से बहुत अधिक हो, लेकिन जब रोहित 70 के पार जाते हैं तो उन्हें रोकना लगभग असंभव ही हो जाता है। वनडे में तो कम से कम इससे इनकार नहीं किया जा सकता। रोहित के पास तीन दोहरे शतक हैं, जो कि किसी भी खिलाड़ी से तीन गुना अधिक और इस फ़ॉर्मैट में बनाए गए दोहरे शतकों का एक चौथाई है। उन्होंने वनडे में 31 शतक लगाए हैं, जिसमें 16 बार उन्होंने 130 के स्कोर को पार किया है।
हालांकि हालिया समय में उनके खेलने का अंदाज़ बदला है। अब वह पावरप्ले से ही अति आक्रामक नज़र आते हैं। 2023 वनडे विश्व कप से रोहित ने 13 वनडे खेले हैं, जिसमें सिर्फ़ दो में ही उन्हें शुरुआत नहीं मिली है।
इन 11 पारियों में उन्होंने कम से कम 20 गेंद ज़रूर खेले हैं, जिसमें उन्होंने सात पारियों में न्यूनतम 150 के स्ट्राइक रेट से कम से कम 30 रन ज़रूर बनाए हैं। इन 11 पारियों में 10 में उनका स्ट्राइक रेट कम से कम 100 का है।
श्रीलंका के ख़िलाफ़ चल रही हालिया सीरीज़ में उन्होंने स्पिन की मददग़ार पिच पर 47 गेंदों में 58 और 44 गेंदों में 64 का स्कोर बनाया है। इन पिचों पर बाक़ी बल्लेबाज़ों का औसत स्ट्राइक रेट 80 के आस-पास है, अगर वे अर्धशतक बनाते हैं। लेकिन रोहित की सबसे अधिक ख़ास बात उनकी तेज़ शुरुआत रही, जिससे मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों को थोड़ी सांस लेने की जगह मिली।
भारतीय टीम रोहित पर बहुत ज़्यादा निर्भर है•AFP/Getty Images
2023 विश्व कप से रोहित का पहले 25 गेंदों में नियंत्रित शॉट का प्रतिशत 79.79% रहा, जबकि अगले 25 गेंदों में यह प्रतिशत बढ़कर 82.32 का हो जाता है।
ESPNcricinfo के डेटा के अनुसार रोहित अब अधिक जोखिम भरे शॉट खेलने लगे हैं, जिसमें रिवर्स स्वीप जैसे शॉट भी शामिल हैं, जिस पर वह रविवार को बैकवर्ड प्वाइंट पर आउट हुए। रोहित को अब गेंद को हिट करने में अधिक मज़ा आता है, भले ही गेंद पूरी तरह मिडिल नहीं हुई हो। उनको पता है कि उन्हें बस फ़ील्ड को पार करना है, ताकि उन्हें अधिक से अधिक रन मिल सके।
ऐंड्रयू फिडेल फ़र्नांडो ESPNcricinfo में वरिष्ठ लेखक हैं।