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T20 वर्ल्ड कप 2024 : शीर्ष पांच प्रदर्शन जिनकी बदौलत सेमीफ़ाइनल में पहुंचा भारत

गुरुवार को भारत का सामना इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होना है जिसके हाथों उसे पिछले सेमीफ़ाइनल में हार मिली थी

गुरुवार को गयाना में T20 वर्ल्ड कप 2024 के दूसरे सेमीफ़ाइनल में भारत का सामना इंग्लैंड से होगा। पिछले T20 वर्ल्ड कप में भारत इंग्लैंड के हाथों सेमीफ़ाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुआ था। ऐसे में रोहित शर्मा एंड कंपनी इंग्लैंड से उस हार का बदला लेने उतरेगी। भारत के लिए यह अभियान अब तक काफ़ी संतोषजनक रहा है। साउथ अफ़्रीका के बाद भारत इकलौती ऐसी टीम है जिसे अब तक इस संस्करण में हार का सामना नहीं करना पड़ा है। ऐसे में हम एक नज़र उन शीर्ष पांच प्रदर्शनों पर डालते हैं जिनकी बदौलत भारत की सेमीफ़ाइनल की राह आसान हो पाई।
सूर्यकुमार यादव - बनाम अफ़ग़ानिस्तान (53)
अफ़ग़ानिस्तान ने पहले राउंड में न्यूज़ीलैंड को बाहर का रास्ता दिखाने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत के चार विकेट 90 के स्कोर पर गिर गए थे और कप्तान राशिद ख़ान ने इनमें से तीन बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा था। अब भारत को एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाने का भार सूर्यकुमार यादव और भारत के निचले मध्य क्रम पर था। सूर्यकुमार एक छोर पर डटे हुए थे लेकिन दूसरे छोर पर पहले विराट कोहली और फिर शिवम दुबे अधिक समय तक उनका साथ नहीं निभा पाए।
हालांकि इसके बाद सूर्यकुमार और हार्दिक पंड्या के बीच साझेदारी पनपी जिसने भारत को एक अच्छे स्कोर (181) तक पहुंचा दिया। सूर्यकुमार ने इस पारी में विपक्षी टीम पर दबाव बनाने के लिए बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रहे राशिद के ख़िलाफ़ भी आक्रमण किया था और उनकी यह रणनीति सफल भी रही थी। सूर्यकुमार ने राशिद की छह गेंदों पर एक छक्का और दो चौकों की मदद से 16 रन बटोरे थे। वह भी तब जब राशिद ने अपने चार ओवरों में सिर्फ़ 26 रन दिए थे और तीन विकेट चटकाए थे। इस टूर्नामेंट में सूर्यकुमार यादव का यह लगातार दूसरा अर्धशतक था। इससे पहले उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के ख़िलाफ़ नाबाद अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई थी।
जसप्रीत बुमराह - बनाम अफ़ग़ानिस्तान (7/3)
पहले राउंड की तरह ही जसप्रीत बुमराह के लिए इस राउंड की शुरुआत भी बेहतरीन हुई। 182 का लक्ष्य आसान तो नहीं था लेकिन जिस लय में अफ़ग़ानिस्तान का टॉप ऑर्डर चल रहा था उसे देखते हुए वे यह लक्ष्य हासिल कर सकते थे। रहमानउल्लाह गुरबाज़ और इब्राहिम ज़दरान पिछले चार मैचों में दो शतकीय साझेदारी कर चुके थे और आगे चलकर इस जोड़ी ने टी20 वर्ल्ड कप में किसी भी विकेट के लिए सर्वाधिक तीन शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड भी बनाया।
हालांकि बुमराह ने शुरुआत में ही अफ़ग़ानिस्तान की कमर तोड़ दी और पारी की शुरुआत करने आए रहमानउल्लाह गुरबाज़ और हज़रतुल्लाह ज़ज़ई को सस्ते में पवेलियन चलता कर दिया, जिसके बाद अफ़ग़ानिस्तान इस संकट से उबर ही नहीं पाया। बुमराह ने अपने चार ओवरों में तीन विकेट तो लिए ही लेकिन इस दौरान उन्होंने सिर्फ़ सात रन ही दिए और इस किफ़ायती गेंदबाज़ी के चलते अफ़ग़ानिस्तान पर लगातार दबाव बढ़ता चला गया।
हार्दिक पंड्या - 50* बनाम बांग्लादेश
हार्दिक IPL में ख़राब फ़ॉर्म से गुज़र कर इस टूर्नामेंट में आए थे। हालांकि बांग्लादेश के ख़िलाफ़ अभ्यास मैच में ही उन्होंने फ़ॉर्म में वापसी के संकेत दे दिए थे और सुपर 8 में भी हार्दिक ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ ही मैच जिताऊ प्रदर्शन किया। भारतीय टॉप ऑर्डर एक बार फिर कुछ ख़ास नहीं कर पाया था और 77 के स्कोर पर भारत के तीन बल्लेबाज़ पवेलियन में थे। एंटीगा की पिच पर 160 का स्कोर पार स्कोर माना जा रहा था और यह हार्दिक का ही तेज़ और नाबाद अर्धशतक था जिसकी बदौलत भारत 196 के स्कोर पर पहुंचा था। हार्दिक ने गेंदबाज़ी में भी एक विकेट लिया था और उन्हें इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया।
इस मैच में कुलदीप यादव ने भी तीन अहम विकेट लिए थे और एंटीगा में चल रही तेज़ हवाओं की चुनौती का सामना भी उन्होंने बखूबी किया था। हार्दिक ने अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ भी 32 रनों की पारी खेली थी और सूर्यकुमार के साथ 60 रनों की अहम साझेदारी कर भारत को संकट से उबारा था।
रोहित शर्मा - 92 बनाम ऑस्ट्रेलिया
टूर्नामेंट के पहले राउंड में रोहित के बल्ले से आयरलैंड के ख़िलाफ़ एक महत्वपूर्ण अर्धशतक आया था। हालांकि न्यूयॉर्क की पिच बल्लेबाज़ी के लिए आसान नहीं थी इसलिए रोहित के बल्ले से भी उतने रन नहीं आए, जिसकी उनसे अपेक्षा थी। रोहित अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ आक्रमण करने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे थे। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उन्हें आक्रामक शुरुआत मिली थी लेकिन वह 23 के निजी स्कोर पर शाकिब अल हसन का शिकार बन गए।
हालांकि सेमीफ़ाइनल से ठीक पहले रोहित का बल्ला बोल पड़ा और भारत ऑस्ट्रेलिया से हार का बदला लेने में सफल हो गया। रोहित ने 41 गेंदों पर आठ छक्कों और सात चौकों की मदद से 92 रन तो बनाए ही और उनकी इस पारी ने टी20 प्रारूप और इसके सबसे बड़ा टूर्नामेंट वर्ल्ड कप के कई रिकॉर्ड भी ध्वस्त किए। रोहित ने जब अपना अर्धशतक पूरा किया तब भारतीय टीम का स्कोर 52 रन ही था।
अर्शदीप सिंह - 37/3 बनाम ऑस्ट्रेलिया
भारत सुपर 8 में अपने पहले दोनों मैच जीतकर सेमीफ़ाइनल के क़रीब पहुंच गया था लेकिन अंतिम चार में अभी भी भारत की जगह पूरी तरह से पक्की नहीं थी। वहीं दूसरी तरफ़ ऑस्ट्रेलिया का भी अंतिम चार का टिकट भी दांव पर था। रोहित की पारी ने भारत को एक बड़े टोटल तक तो पहुंचा दिया था लेकिन गेंदबाज़ों के कंधों पर अभी भी ऑस्ट्रेलिया के मज़बूत बल्लेबाज़ी आक्रमण को रोकने की ज़िम्मेदारी थी। एंटीगा की तरह ही ग्रॉस आइलेट में भी एक छोर से चल रही तेज़ हवाओं ने गेंदबाज़ों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी और दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ भी इसका भरपूर लाभ उठा रहे थे।
पहले राउंड में आयरलैंड और USA के ख़िलाफ़ प्रभावी गेंदबाज़ी कर चुके अर्शदीप सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भी कुछ वैसा ही कारनामा किया। अर्शदीप ने पहले ही ओवर में डेविड वॉर्नर को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि इसके बाद ट्रैविस हेड और मिचेल मार्श ने ऑस्ट्रेलिया की पारी की गति को बढ़ा दिया। ऑस्ट्रेलिया जीत की ओर बढ़ा ही था कि कुलदीप और अक्षर पटेल ने दो अहम विकेट चटकाए और बुमराह ने हेड का विकेट लेकर भारत की वापसी करा दी। हालांकि अभी भी ऑस्ट्रेलिया के पास टिम डेविड और मैथ्यू वेड बचे हुए थे और ऐसे में रोहित वापस अर्शदीप की ओर गए और अर्शदीप ने डेविड और वेड दोनों को पवेलियन का रास्ता दिखाते हुए भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। हालांकि इस मैच में बुमराह और कुलदीप की किफ़ायती गेंदबाज़ी का भी अहम योगदान था, जिसकी तारीफ़ ख़ुद अर्शदीप ने भी की मैच के बाद की थी।

नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।