वैभव सूर्यवंशी के यूथ वनडे में सबसे तेज़ शतक से भारत ने जीती सीरीज़
यूथ वनडे में बतौर सबसे युवा शतक लगाने वाले 14 साल के सूर्यवंशी ने इस कारनामे को करने के लिए केवल 52 गेंद ली
ECB रिपोर्टर्स नेटवर्क
06-Jul-2025
वैभव सूर्यवंशी ने लगाया यूथ वनडे में सबसे तेज़ शतक • MB Media/Getty Images
भारत अंडर-19 363 पर 9 (सूर्यवंशी 143, मल्होत्रा 129, होम 4-63, मोर्गन 3-54) ने इंग्लैंड अंडर-19 308 (फ्लिंटॉफ़ 107, डॉकिंस 67, मूर्स 52, पुष्पक 3-63) को 55 रनों से हराया
14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने 52 गेंद में सबसे तेज़ यूथ वनडे शतक लगाया, जिससे भारत अंडर-19 ने इंग्लैंड अंडर-19 को 55 रनों से हराकर सीरीज़ पर कब्जा जमा लिया।
भारत के नौ विकेट पर 363 रनों के स्कोर में दो शतक आए। सूर्यवंशी ने 78 गेंद में बेमिसाल 143 और विहान मल्होत्रा ने 121 गेंद में 129 रन की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 24 ओवरों में 219 रन जोड़े।
इससे एक समय भारत का स्कोर 27 ओवर में एक विकेट पर 233 रन था और वे 400 से अधिक रन की ओर देख रहे थे लेकिन इंग्लैंड ने वापसी की, जिसमें जैक होम ने 63 रन देकर चार विकेट और सेबेस्टियन मॉर्गन ने 54 रन देकर तीन विकेट लिए।
जवाब में इंग्लैंड बेन डॉकिंस की 58 गेंद में 67 और जो मूर्स की 41 गेंद में 52 रनों की पारी से पहले विकेट के लिए बने 104 रनों के बावजूद 45.2 ओवर में 308 रनों पर ऑलआउट हो गया। रॉकी फ्लिंटॉफ़ ने 91 गेंद में 107 रन बनाए, लेकिन उनको अन्य किसी बल्लेबाज़ का साथ नहीं मिला।
इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज़ में 3-1 की बढ़त ले ली है और अब वे सोमवार को पांचवें मैच में उतरेंगे।
इंग्लैंड ने पहले गेंदबाज़ी करने का फै़सला किया और आयुष म्हात्रे के रूप में उनको पहली सफलता मिली। इससे सूर्यवंशी के लिए रास्ता साफ़ हो गया और वह 13 चौकों और दस छक्कों की मदद से सबसे कम उम्र के युवा वनडे शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। उनकी यादगार पारी में कोई स्लॉगिंग नहीं थी, बल्कि सिर्फ़ ताक़त, टाइमिंग और प्लेसमेंट का शानदार मेलजोल था।
सूर्यवंशी और मल्होत्रा की पूरी लय के कारण भारत 400 के पार जाता दिख रहा था, लेकिन इंग्लैंड ने 11 गेंदों में एक रन पर तीन विकेट चटकाकर वापसी की। बेन मेयस ने सूर्यवंशी को डीप में कैच कराकर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। यह ओवर एक विकेट मेडन रहा, जिसके बाद मॉर्गन ने अगले ओवर में राहुल कुमार और हरवंश पंगलिया को लगातार गेंदों पर बोल्ड करके यह उपलब्धि हासिल की।
अभिज्ञान कुंडू ने 13 ओवरों में 93 रन की साझेदारी करके मल्होत्रा को फिर से पारी संवारने में मदद की, लेकिन अपने घरेलू मैदान पर अपने पहले स्पैल में कुछ दबाव झेलने के बाद होम ने तीन ओवरों में चार विकेट लेकर पारी के अंत में रन गति पर ब्रेक लगा दिया।
इंग्लैंड ने भी मज़बूती से जवाब दिया था, जहां मूर्स और डॉकिंस ने 14 ओवर में 104 रन जोड़े लेकिन नमन पुष्पक ने दो गेंद में दो विकेट लेकर भारत की वापसी कराई।
मूर्स लांग ऑन पर लपके गए और मेयस पहली ही गेंद पर पगबाधा हो गए। डॉकिंस ने 41 गेंद में 50 रन पूरे किए और तेज़ी से रन बनाने के प्रयास में लांग ऑफ़ पर लपके गए।
फ्लिंटॉफ़ और रियू ने नौ ओवर में 60 रन जोड़े। फ्लिंटॉफ़ ने 41 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया, जबकि रियू एक ख़राब तरीक़े से रन आउट हो गए।
इसके बाद एक बहुत ही अलग तरह का रन आउट हुआ जब फ्लिंटॉफ द्वारा असंभव सिंगल के लिए कॉल किए जाने के बाद अल्बर्ट रन आउट हो गए। फ्लिंटॉफ़ और पुछल्ले को 10 ओवर में 105 रन बनाने थे। लैंकशर के खिलाड़ी ने 88 गेंदों में शतक बनाया लेकिन अंत में भारत ने प्रभावशाली जीत हासिल की।