रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 132 पर 7 (रदरफ़र्ड 28, शाहबाज़ 27, साउदी 3-20, उमेश 2-16) ने कोलकाता नाइट राइडर्स 128 (रसल 25, हसरंगा 4-20, आकाश 3-45, हर्षल 2-11) को 7 विकेट से हराया
205 रन बनाने के बावजूद पहले मैच में मिली हार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु फिर एक बार मज़बूत स्थिति में आकर मैच हारने की कगार पर थे। इस बार पहले गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने विपक्षी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को 128 रनों पर समेटा। फिर तेज़ गेंदबाज़ों को मदद कर रही डीवाई पाटिल स्टेडियम की पिच पर
दिनेश कार्तिक को अंत तक बचाकर रखने की रणनीति काम कर गई। कार्तिक ने अंतिम ओवर में एक छक्के और चौके के साथ इस सीज़न में अपनी टीम को पहली जीत दिलाई।
इस बार टॉस का सिक्का फ़ाफ़ डुप्लेसी के पक्ष में गिरा और उन्होंने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया। कप्तान के फ़ैसले पर खरे उतरते हुए आकाश दीप और मोहम्मद सिराज ने पावरप्ले में तीन शिकार किए और केकेआर को बैकफ़ुट पर धकेला। जहां शुरुआती छह ओवरों में तेज़ गेंदबाज़ धूम मचा रहे थे वहीं पावरप्ले के बाद
वनिंदु हसरंगा ने अपनी फिरकी का जादू दिखाया। अपने पहले ओवर में लेग ब्रेक गेंद पर उन्होंने विपक्षी कप्तान श्रेयस अय्यर को अपने कप्तान के हाथों लॉन्ग ऑन पर कैच करवाया। इसके बाद उन्होंने लगातार दो गुगली गेंदों पर पहले सुनील नारायण और फिर शेल्डन जैक्सन को चलता किया। इसके बाद अपने अंतिम ओवर में टिम साउदी का शिकार करते हुए उन्होंने कुल चार विकेट अपने नाम किए। इन चार विकेटों के साथ हसरंगा अब
पर्पल कैप के हक़दार भी बन गए।
हसरंगा के स्पेल के बीच में
हर्षल पटेल ने भी अपना जलवा बिखेरा। पिछले सीज़न में सर्वाधिक विकेट लेने वाले हर्षल ने अपने पहले दो ओवरों में एक भी रन ख़र्च नहीं किया।
आईपीएल के इतिहास में यह केवल दूसरा मौक़ा था जब किसी गेंदबाज़ ने लगातार मेडन ओवर फेंके थे। इससे पहले यह कारनामा हर्षल के साथी सिराज ने इसी विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ किया था। आंद्रे रसल बड़े शॉट लगा रहे थे लेकिन वह भी हर्षल की गेंदों पर रन बनाने में विफल रहे और ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद पर कैच आउट हुए।
101 रन के स्कोर पर नौ विकेट झटकने के बाद आरसीबी को लग रहा था कि वह आसानी से कोलकाता को समेट देगी लेकिन
वरुण चक्रवर्ती और
उमेश यादव ने ऐसा होने नहीं दिया। इस जोड़ी ने कुल मिलाकर पांच बाउंड्री लगाई और 27 महत्वपूर्ण रन जोड़े। यह इस प्रतियोगिता के इतिहास में
अंतिम विकेट के लिए चौथी सबसे बड़ी साझेदारी थी। इस साझेदारी के दम पर कोलकाता ने बेंगलुरु के ख़िलाफ़ 129 रनों का लक्ष्य रखा।
पारी के अंतराल में कोलकाता ने ज़रूर बात की होगी कि शुरुआती विकेटों के साथ ही वह मैच में वापस आ सकते हैं और नई गेंद के साथ उनके गेंदबाज़ों ने ठीक वही किया। पहले ओवर में उमेश ने गेंद को लहराया और युवा ओपनर अनुज रावत को बाहरी किनारे पर चलता किया। नए बल्लेबाज़ विराट कोहली ने अपनी पहली दो गेंदों पर दो चौके लगाए लेकिन उमेश के दूसरे ओवर की पहली गेंद पर वह कीपर को कैच देकर पवेलियन लौट गए। इन दो विकेटों के बीच टिम साउदी ने विपक्षी कप्तान डुप्लेसी को आउट करते हुए आरसीबी को असमंजस की स्थिति में डाल दिया था।
बेंगलुरु की टीम और उनके समर्थकों को ज़रूर 49 ऑलआउट वाली पारी याद आ गई होगी। टीम को एक साझेदारी की आवश्यकता था और डेविड विली और शरफ़ेन रदरफ़र्ड ने ठीक वैसा ही किया। दोनों ने धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया और नारायण के ख़िलाफ़ अपनी विकेट बचाकर वरुण पर आक्रमण किया। 45 महत्वपूर्ण रनों की साझेदारी के बाद नारायण ने विली का शिकार किया और मैच को फंसा दिया। स्पिन के ख़िलाफ़ टीम प्रबंधन ने अनुभवी फ़िनिशर कार्तिक को बचाकर रखने का बड़ा निर्णय लिया।
उनकी जगह बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर भेजे गए
शाहबाज़ अहमद ने तीन बड़े छक्के लगाकर आवश्यक रन रेट को क़ाबू में रखा। हालांकि चौथा छक्का लगाने के प्रयास में वह स्टंप आउट हुए। जैक्सन की अद्भुत विकेटकीपिंग ने रदरफ़र्ड की संघर्ष से भरी पारी को समाप्त किया। यह 40 गेंदें खेलने के बाद किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा
आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे धीमी पारी थी। हसरंगा भी एक चौका लगाकर उनके पीछे-पीछे चल दिए। अब क्रीज़ पर थे आरसीबी के अंतिम दो विशेषज्ञ बल्लेबाज़ और दो ओवरों में उन्हें 17 रनों की आवश्यकता थी।
रसल की ख़राब फ़िटनेस के कारण कप्तान श्रेयस को 19वें ओवर में वेंकटेश अय्यर को गेंद थमानी पड़ी। पहली गेंद पर तो आसान सिंगल आया लेकिन दूसरी गेंद पर जो हुआ वह इस मैच की पूरी कहानी को पलट सकता था। कार्तिक ने ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद को प्वाइंट की दिशा में खेलने का प्रयास किया और गेंद गई सीधे फ़ील्डर के पास। तालमेल की कमी के कारण दोनों बल्लेबाज़ स्ट्राइकर छोर पर आ गए थे और उमेश को केवल नॉन स्ट्राइकर को गेंद पास करनी थी। लेकिन जल्दबाज़ी में उनसे चूक हो गई और एक ख़राब थ्रो के कारण कार्तिक और हर्षल को रन पूरा करने का अवसर मिल गया। इस बड़े जीवनदान का लाभ उठाते हुए पहले हर्षल ने वेंकटेश को दो चौके लगाए और फिर बचे हुए काम को अंतिम ओवर में कार्तिक ने पूरा कर दिया।
इस जीत के साथ आरसीबी
अंक तालिका में छठे और केकेआर हार के बाद पांचवें स्थान पर पहुंच गई हैं।