उतार-चढ़ाव से भरे मैच में इंडिया ए ने न्यूज़ीलैंड ए को पछाड़ा
सौरभ के नौ विकेट पड़े कार्टर के शतक पर भारी; 1-0 से सीरीज़ मेज़बान टीम के नाम
अफ़्ज़ल जिवानी
18-Sep-2022
इंडिया ए ने 1-0 से अनौपचारिक टेस्ट सीरीज़ अपने नाम की • Manoj Bookanakere/KSCA
इंडिया ए 293 (गायकवाड़ 108, उपेंद्र 76, फ़िशर 4/52) और 359 पर 7 घोषित (पाटीदार 109*, गायकवाड़ 94, रचिन 3/65) ने न्यूज़ीलैंड ए 237 (चैपमैन 92, सौरभ 4/48, राहुल 3/53) और 302 (कार्टर 111, सौरभ 5/103) को 113 रनों से हराया
सौरभ कुमार के नौ विकेट के साथ ऋतुराज गायकवाड़ और रजत पाटीदार के दमदार शतकों के दम पर इंडिया ए ने तीसरे अनौपचारिक टेस्ट में न्यूज़ीलैंड ए को 113 रनों से हराया। 416 के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूज़ीलैंड ए की टीम चौथे दिन अनिवार्य एक घंटे के खेल से पहले ही 302 रनों पर सिमट गई।
मेहमान टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज़ जो कार्टर ने 111 रनों की पारी खेली। विकेटकीपर बल्लेबाज़ डेन क्लीवर और मार्क चैपमैन ने उनका अच्छा साथ निभाया लेकिन वह टीम की हार को टाल नहीं पाए। 20 रन पर एक विकेट के स्कोर से आगे खेलते हुए न्यूज़ीलैंड ए को शार्दुल ठाकुर ने नाइट-वॉचमैन जो वॉकर को बोल्ड करते हुए चौथे दिन का पहला झटका दिया। इसके बाद क्लीवर और कार्टर के बीच एक दृढ़ साझेदारी हुई जहां दोनों बल्लेबाज़ों ने अपने डिफ़ेंस पर भरोसा दिखाते हुए गेंदबाज़ों को थकाने का काम किया। हालांकि पहले सेशन के समाप्त होते-होते एक विवादास्पद पगबाधा फ़ैसले के चलते क्लीवर को पवेलियन लौटना पड़ा। ओवर द विकेट से डाली गई सौरभ की फ़ुल गेंद को स्वीप करने के प्रयास में गेंद उनके पैड पर जा लगी। अंपायर ने तुरंत अपनी उंगली खड़ी कर दी लेकिन बल्लेबाज़ का मानना था कि गेंद पर पहले बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा था।
पहले सेशन में भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा जब लेग स्पिनर राहुल चाहर पहले आधे घंटे में चोट के चलते मैदान से बाहर चले गए और उन्होंने दूसरी पारी में केवल एक ओवर डाला। इसी वजह से जब चैपमैन और कार्टर धीरे-धीरे अपनी पारी को आगे बढ़ा रहे थे और यह मैच ड्रॉ की तरफ़ बढ़ रहा था, कप्तान पांचाल को पार्ट-टाइम स्पिनर सरफ़राज़ ख़ान का रुख़ करना पड़ा।
यह निर्णय काम कर गया और सरफ़राज़ ने अपनी लेग स्पिन गेंदबाज़ी से पहले ओवर में सेट चैपमैन को वाइड लॉन्ग ऑन पर कैच करवाया। इसके बाद उन्होंने रॉबर्ट ओडॉनेल को पगबाधा कर इंडिया ए को मैच में वापस लाया। सरफ़राज़ के बाद सौरभ ने स्टंप्स पर आक्रमण करते हुए लगातार अंतराल पर विकेट झटके और न्यूज़ीलैंड ए को बैकफ़ुट पर धकेला।
हालांकि इसके बावजूद एक समय ऐसा लग रहा था कि मेहमान टीम कैसे-तैसे इस मैच को बचा जाएगी। तब मुकेश कुमार ने दूसरी नई गेंद के साथ कार्टर को क्लीन बोल्ड कर दिया। वैसे तो इसमें ग़लती कार्टर की थी क्योंकि आठ विकेटों के गिरने के बाद वह आगे निकलकर एक स्लॉग लगाने गए और अंदर आती गेंद उनके ऑफ़ स्टंप पर जा लगी। उसी ओवर में उन्होंने अंतिम बल्लेबाज़ मैथ्यू फ़िशर को पगबाधा किया लेकिन तीसरे अंपायर ने पाया कि उनका पैर क्रीज़ से बाहर था। हालांकि वह उस जीवनदान का ज़्यादा लाभ नहीं उठा पाए क्योंकि अगले ओवर में सौरभ ने दूसरे छोर पर जेकब डफ़ी को आउट कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले, बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला करने के बाद इंडिया ए की शुरुआत अच्छी रही थी। कप्तान प्रियांक पांचाल और अभिमन्यु ईश्वरन ने तेज़ गेंदबाज़ों को मदद करती पिच पर समय बिताया और नई गेंद के ख़तरे को ख़त्म किया। इसके बाद गायकवाड़ के शानदार शतक और उपेंद्र यादव की अर्धशतकीय पारी की बदौलत मेज़बान टीम एक विशाल स्कोर की तरफ़ आगे बढ़ रही थी। सीमित ओवर क्रिकेट में अपना नाम बना चुके गायकवाड़ ने क्रीज़ पर समय बिताने पर ध्यान दिया और तकनीक और मानसिकता पर काम करने का फल उन्हें अपने पांचवें प्रथम श्रेणी शतक के रूप में मिला।
हालांकि उपेंद्र के साथ 134 रनों की साझेदारी निभाने के बाद गायकवाड़ ऑफ़ स्पिनर जो वॉकर का शिकार बने जिन्होंने उन्हें कीपर के हाथों कैच करवाया। गायकवाड़ के विकेट ने एक ऐसे सिलसिले को अंजाम दिया जहां इंडिया ए के बल्लेबाज़ एक के बाद एक पवेलियन चलते बने। इसके चलते एक समय 400 तक पहुंचने का सपना देख रही इंडिया ए की टीम 293 पर सिमट गई।
गायकवाड़ ने पहले दिन के खेले के बाद बताया था कि टीम अपने कुल स्कोर से संतुष्ट नहीं थी और उन्हें लगा कि वह 50-60 रन पीछे रहे गए। अब इसकी भरपाई उन्हें गेंदबाज़ी में करनी थी। नई गेंद के साथ मुकेश और इस सीरीज़ में अपना पहला मैच खेल रहे शार्दुल ने पिच से मिल रही मदद का इस्तेमाल किया और शुरुआती झटकों के साथ मेहमान टीम को मुश्किल में डाला। राहुल चाहर के दो विकेटों ने 100 रनों की भीतर ही न्यूज़ीलैंड ए की आधी टीम को पवेलियन भेज दिया था।
इसके बाद ऑकलैंड के लिए साथ खेलने वाले मार्क चैपमैन और शॉन सोलिया ने पलटवार का आग़ाज़ किया। स्पिन के ख़िलाफ़ अपनी ताक़त को दर्शाते हुए चैपमैन ने स्वीप और विशेषकर रिवर्स स्वीप का बढ़िया इस्तेमाल किया। इस जोड़ी ने 114 रनों की साझेदारी निभाई और चैपमैन अपने शतक की ओर आगे बढ़ रहे थे जब सौरभ की गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेजने के प्रयास में वह लॉन्ग ऑन पर कैच आउट हुए। बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ ने चीज़ों को सरल रखा और दूसरे छोर पर सेट हो चुके सोलिया को आउट करते हुए मैच में अपनी टीम की वापसी करवाई। राहुल के साथ मिलकर उन्होंने मेहमान टीम को 237 के स्कोर पर रोककर इंडिया ए को दूसरे दिन पहली पारी में 56 रनों की बढ़त दिलाई।
दूसरी पारी में इंडिया ए ने निरस पिच पर कुछ असाधारण गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ अपनी बढ़त को आगे बढ़ाने का काम किया। कप्तान पांचाल ने अर्धशतक जड़ा जबकि गायकवाड़ इस मैच में अपने दूसरे शतक से मात्र छह रन दूर रह गए। हालांकि रजत पाटीदार ने बेंगलुरु के साथ अपने नए रिश्ते को मज़बूत करते हुए इस मैदान पर तीन प्रथम श्रेणी मैचों में अपना तीसरा शतक जड़ा। मैदान पर मौजूद दर्शकों ने "आरसीबी,आरसीबी" के नारे लगाकर अपने इस लोकल ब्वॉय (पाटीदार आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हैं) का समर्थन किया। रणजी ट्रॉफ़ी 2022 में सर्वाधिक रन बनाने वाले सरफ़राज़ ने भी अर्धशतक लगाया। ऑलराउंडर रचिन रविंद्र ने अपनी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाज़ी से एक ही ओवर में तीन विकेट लिए और एकतरफ़ा चल रहे मुक़ाबले में थोड़ी जान फूंकी। इंडिया ए ने सात विकेट पर 359 के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी घोषित की और मेहमान टीम के सामने जीत के लिए 416 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा।
इस जीत के साथ इंडिया ए ने तीन मैचों की यह अनौपचारिक टेस्ट सीरीज़ 1-0 से अपने नाम की। बेंगलुरु में खेला गया पहला मुक़ाबला ड्रॉ रहा था जबकि हुबली में बारिश और गीले मैदान के चलते केवल 78.5 ओवरों का खेल संभव हो पाया। अब यह दोनों टीमें चेन्नई रवाना होंगी जहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में तीन लिस्ट-ए मैचों की सीरीज़ खेली जाएगी। विकेटकीपर बल्लेबाज़ संजू सैमसन इंडिया ए का नेतृत्व करेंगे और आईपीएल में खेलने वाले कई जाने-माने खिलाड़ियों को इस टीम में चुना गया है।
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।