केन विलियमसन भारत के ख़िलाफ़ बेंगलुरु में होने वाले पहले टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। श्रीलंका दौरे पर विलियमसन की जांघ में चोट लगी थी जो अब तक पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई है।
न्यूज़ीलैंड दल में विलियमसन की जगह
मार्क चैपमैन को शामिल किया गया है। भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ की शुरुआत 16 अक्तूबर से बेंगलुरु में होगी। टीम की कमान
टॉम लेथम के कंधों पर होगी। श्रीलंका के ख़िलाफ़ 0-2 से मिली हार के बाद टिम साउदी ने कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया था।
न्यूज़ीलैंड के बाक़ी दल में और कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, हालांकि माइकल ब्रेसवेल सिर्फ़ पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध रहेंगे। उसके बाद वह घर लौट जाएंगे, क्योंकि दूसरी बार वह पिता बनने जा रहे हैं। ब्रेसवेल के जाने के बाद दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए उनकी जगह लेग-स्पिनर ईश सोढ़ी दल के साथ जुड़ जाएंगे।
न्यूज़ीलैंड के लिए विलियमसन का चोटिल होना गहरा आघात है, भारतीय पिचों पर विलियमसन का अनुभव काफ़ी अहमियत रखता है। वह भी तब जब हाल ही में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को श्रीलंकाई पिचों पर रन बनाने में ख़ासा संघर्ष करना पड़ रहा था। विलियमसन को गॉल में खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान जांघ में तकलीफ़ हुई थी और अब चोट ऐसी है कि वह टीम के साथ भारत दौरे पर नहीं आएंगे, विलियमसन कुछ दिन बाद भारत आएंगे।
न्यूज़ीलैंड के चयनकर्ता सैम वेल्स को भरोसा है कि विलियमसन भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में टीम का हिस्सा ज़रूर होंगे लेकिन पहले टेस्ट से उनका बाहर होना तय है।
उन्होंने कहा, "हमें जो सलाह दी गई है उसके हिसाब से केन को फ़िलहाल आराम करना बेहद ज़रूरी है। चोट के साथ उन्हें दल के साथ लाना जोखिम भरा हो सकता है। हमें पूरा भरोसा है कि केन चोट से जल्दी ही उबर जाएंगे और सीरीज़ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। लेकिन हमें इस बात का दुख है कि वह पहले टेस्ट में हमारे साथ नहीं होंगे।"
विलियमसन की चोट ने चैपमैन के टेस्ट डेब्यू की उम्मीदों को बढ़ा दिया है। चैपमैन अब तक न्यूज़ीलैंड के लिए 78 सीमित ओवर मुक़ाबलों का हिस्सा रह चुके हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने अब तक न्यूज़ीलैंड ए की तरफ़ से छह प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिसमें भारत ए के ख़िलाफ़ 2020 में शतकीय पारी भी शामिल है। लेकिन 2022 के बाद से उन्होंने कोई भी प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला है। विलियमसन का आख़िरी प्रथम श्रेणी मैच भी बेंगलुरु में ही था, जब उन्होंने
भारत ए के ख़िलाफ़ 92 और 45 रन की पारियां खेली थीं।
पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज
रंगना हेराथ भी न्यूज़ीलैंड के कोचिंग स्टाफ़ के साथ भारत दौरे पर आएंगे, हेराथ इस दौरे पर न्यूज़ीलैंड के स्पिन गेंदबाज़ी कोच की भूमिका में होंगे।
टॉम लेथम (कप्तान), टॉम ब्लंडल (विकेटकीपर), माइकल ब्रेसवेल (सिर्फ़ पहले टेस्ट के लिए), मार्क चैपमैन, डेवन कॉन्वे, मैट हेनरी, डैरिल मिचेल, विल ओ'रुकी, एजाज़ पटेल, ग्लेन फ़िलिप्स, रचिन रविंद्र, मिचेल सैंटनर, बेन सीयर्स, ईश सोढ़ी (दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए), टिम साउदी, केन विलियमसन, विल यंग