करुणारत्ना का शतक गया बेकार, भारत ने श्रीलंका को 238 रन से हराया
अश्विन ने दूसरी पारी में लिए चार विकेट
शशांक किशोर
14-Mar-2022
अश्विन ने दूसरी पारी में शानदार गेंदबाज़ी की • BCCI
भारत 252 (श्रेयस 92, जयाविक्रमा 3-81, एम्बुलदेनिया 3-94) और 303/9 (श्रेयस 67, पंत 50, जयाविक्रमा 4-78) ने श्रीलंका 109 (मैथ्यूज़ 43, बुमराह 5-24) और 208 (करुणारत्ना 107, अश्विन 4-55, बुमराह 2-23) को 238 रन से हराया
दिमुथ करुणारत्ना ने अपना 14वां शतक बनाया, 173 गेंदें खेली और अपने साथी खिलाड़ियों को दिखाया कि ऐसी विकेट पर कैसे बल्लेबाज़ी की जाती है। जहां करुणारत्ना घूमती हुई पिच पर रक्षात्मक ढंग से बल्लेबाज़ी कर रहे थे, वहीं उनके साथी लगातार आक्रामक थे ताकि वे टर्न को मात दे सकें। हालांकि जसप्रीत बुमराह ने उनके डिफ़ेंस को तोड़ भारत की जीत सुनिश्चित कर दी।
भारत ने तीसरे दिन दो सत्र के भीतर ही श्रीलंका के आख़िरी नौ विकेट लेकर श्रीलंका को सीरीज़ में 2-0 से हरा दिया। दो टेस्ट मैचों की यह सीरीज़ 10 की बजाय सिर्फ़ छह दिन तक चली।
करुणारत्ना और कुसल मेंडिस ने दिन की शुरुआत सकारात्मक ढंग से की। मेंडिस पहले से ही आक्रामक खिलाड़ी हैं जबकि करुणारत्ना ने श्रेयस अय्यर से सीख ली, जिन्होंने दोनों परियों में आक्रामक क्रिकेट के ज़रिए सर्वाधिक रन बनाए थे। उन्होंने लगातार जाडेजा पर आगे निकलकर आक्रमण किया। दिन के पहले ही ओवर में उन्होंने अपने स्वभाव के विपरीत रिवर्स स्वीप लगाने की कोशिश की। वह ऐसा करके स्पिनरों पर हावी होने की कोशिश कर रहे थे, जो कि पूरी पारी के दौरान श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों पर हावी थे।
अश्विन ने अंदर आती एक गेंद पर धनंजय डीसिल्वा को शॉर्ट लेग पर लपकवाया और सर्वाधित विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में डेल स्टेन को पीछे छोड़ा। निरोशन दिकवेला को डीआरएस से एक जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फ़ायदा नहीं उठा पाए और अक्षर पटेल की बाहर निकलती गेंद पर ख़ुद बाहर निकले और स्टंप आउट हो गए।
वहीं दूसरे छोर से करुणारत्ना अपनी विकेट बचाए हुए थे और कभी आक्रमकता और कभी रक्षात्मकता के साथ पारी को आगे बढ़ा रहे थे। उन्होंने हल्के हाथों से गेंद को क़रीब आकर खेला ताकि स्पिनर उन पर बढ़त नहीं बना सके। वहीं दूसरे छोर से चरिथ असलंका भारतीय स्पिनरों के अगले शिकार थे, जिन्होंने बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर अपना कैच दिया।
जब करुणारत्ना शतक के क़रीब आएं तो उन्होंने भी हाथ खोलना शुरू कर दिया क्योंकि दूसरे छोर से उनके विकेट लगातार गिर रहे थे। 90 रन पर पहुंचने के बाद उन्होंने एक स्वीप और एक रिवर्स स्वीप खेला। फिर बैकवर्ड स्क्वेयर लेग बाउंड्री पर चौका लगाकर उन्होंने अपना शतक पूरा किया। हालांकि इसके तुरंत बाद ही वह बुमराह की एक अंदर आती गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। इसके बाद बुमराह ने सुरंगा लकमल की आख़िरी टेस्ट पारी को भी समाप्त किया और फिर उनके पास जाकर उन्हें उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी।
मैच में अब महज़ औपचारिकता बची थी। बुमराह ने इसके बाद दिकवेला और अश्विन ने विश्वा फ़र्नांडो को आउट कर टीम इंडिया को 2-0 की जीत दिला दी। इस तरह भारत के घरेलू अंतर्राष्ट्रीय सीज़न की समाप्ति हुई, जहां उन्होंने न्यूज़ीलैंड, वेस्टइंडीज़ और श्रीलंका को आसानी से हराया।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है