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अफ़ग़ानिस्तान के नए स्पिनर्स, जो न्यूज़ीलैंड के सामने पेश कर सकते हैं चुनौती

राशिद और मुजीब की अनुपस्थिति में अफ़ग़ानिस्तान ने अपने दल में चार नए और कम अनुभवी स्पिनरों को मौक़ा दिया है

Tim Southee and Hashmatullah Shahidi have a chat at the trophy unveiling ceremony, Afghanistan vs New Zealand, Only Test, Greater Noida, September 8, 2024

ग्रेटर नोएडा में अफ़ग़ानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट खेला जाना है  •  Daya Sagar/ESPNcricinfo

एशिया में टेस्ट क्रिकेट खेलने आने वाली बाहरी टीमों के लिए स्पिन एक बड़ी चुनौती होती है। अफ़ग़ानिस्तान ने अभी भले ही सिर्फ़ नौ ही टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उनके स्पिनरों ने एशियाई पिचों पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। हालांकि सोमवार को जब अफ़ग़ानिस्तान और न्यूज़ीलैंड की टीमें ग्रेटर नोएडा में एकमात्र टेस्ट मैच के लिए उतरेंगी, तो उनके पास राशिद ख़ान, मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान जैसे अनुभवी स्पिनरों का विकल्प नहीं होगा।
जहां मोहम्मद नबी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, वहीं राशिद और मुजीब चोट के कारण लंबे फ़ॉर्मैट से दूर हैं। इस वजह से अफ़ग़ानिस्तान ने अपने दल में चार युवा स्पिनरों को मौक़ा दिया है। हालांकि अफ़ग़ानिस्तान के कप्तान हशमतउल्लाह शहीदी मानते हैं कि यह मैच इन युवा स्पिनर्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने का एक सुनहरा अवसर है।
उन्होंने कहा, "राशिद जैसे खिलाड़ियों का टीम में ना होना एक नुक़सान है, लेकिन हमारे पास कुछ ऐसे स्पिनर्स हैं, जिन्होंने हमारे प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है और उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकने का यह एक अच्छा मौक़ा है। हमारे पास घरेलू क्रिकेट में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लाल गेंद की क्रिकेट में 150 से अधिक विकेट लिए हैं, जो बताता है कि वह इस फ़ॉर्मैट में अच्छे साबित हो सकते हैं। हां, हमारे पास अनुभव की कमी ज़रूर होगी, लेकिन हम इन चुनौतियों से लड़ना जानते हैं।"
अफ़ग़ानिस्तान की इस स्पिन विभाग की विशेषता है कि चारों अलग-अलग तरह के स्पिनर हैं और चारों को प्रथम श्रेणी क्रिकेट का अच्छा अनुभव हासिल है। हालांकि मैच की परिस्थितियों के अनुसार इसमें से दो या तीन ही स्पिनर एकादश में खेलते दिखाई देंगे। एक नज़र अफ़ग़ानिस्तान के इन युवा स्पिनर्स पर डालते हैं।

ज़हीर ख़ान

25 वर्षीय ज़हीर ख़ान अफ़ग़ानी स्पिन आक्रमण के सबसे अनुभवी सदस्य हैं। बाएं हाथ के कलाईयों के इस स्पिनर के पास पांच टेस्ट मैचों का अनुभव है, जिसमें उन्हें 48.09 की औसत के साथ 11 विकेट मिले हैं। हालांकि उनका प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है और उनके नाम सिर्फ़ 22 प्रथम श्रेणी मैचों में 22.66 की औसत से 106 विकेट हैं।
अफ़ग़ानिस्तान के घरेलू क्रिकेट में मिस ऐनक और माइवांड के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले वाले ज़हीर ने छह बार पारी में पंजा हासिल किया है, जबकि उनको एक बार मैच में 10 विकेट भी लिया है। वह लाल गेंद के अपने घरेलू प्रदर्शन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उतारने की कोशिश करेंगे।

ज़िया उर रहमान

अफ़ग़ानिस्तान के बाएं हाथ के स्पिर ज़िया उर रहमान ने इस साल अफ़ग़ानिस्तान के लिए पिछला दोनों टेस्ट मैच खेला है और उन्हें आयरलैंड के ख़िलाफ़ अफ़ग़ानिस्तान के पिछले टेस्ट मैच में पंजा भी हासिल हुआ था। उनके नाम दो टेस्ट मैचों में 33 की औसत से छह विकेट हैं। हालांकि वह अफ़ग़ानिस्तान के प्रथम श्रेणी क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज़ों में से एक हैं और उनके नाम 19.66 की शानदार औसत से 171 विकेट दर्ज हैं। इसके अलावा ज़िया को निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी के लिए भी जाना जाता है और वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दो अर्धशतक भी जड़ चुके हैं।

क़ैस अहमद

2019 में ही टेस्ट डेब्यू करने वाले लेग स्पिनर क़ैस अहमद को अपना दूसरा टेस्ट खेलने में पांच साल लग गए। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में दो मैचों में सिर्फ़ तीन विकेट हैं, लेकिन वह अफ़ग़ानिस्तान के लिए तीन वनडे और 11 T20I भी खेल चुके हैं। इसके अलावा वह BBL, CPL, LPL और काउंटी क्रिकेट का भी हिस्सा बन चुके हैं।
24 साल के क़ैस को 13 प्रथम श्रेणी मैचों का अनुभव हासिल है, जिसमें वह 21 की औसत और 37 के स्ट्राइक रेट से 70 विकेट हासिल कर चुके हैं, इसमें पांच बार पंजा और तीन बार मैच में 10-विकेट हॉल का भी रिकॉर्ड है। वह अपनी लेग ब्रेक गेंदों से न्यूज़ीलैंड के दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को चकमा देने की कोशिश करेंगे और चाहेंगे कि राशिद ख़ान की कमी पूरी कर सकें।

शम्स उर रहमान

23 साल के ऑफ़ स्पिनर शम्स उर रहमान इस स्पिन आक्रमण के सबसे युवा सदस्य हैं और उन्हें कोई भी अंतर्राष्ट्रीय अनुभव नहीं प्राप्त है। वह जब 15 साल के थे तब ही उन्होंने बांग्लादेश में हुए 2016 के अंडर-19 विश्व कप में भाग लिया था और सिर्फ़ 12 की औसत और तीन की इकॉनमी से रन देते हुए छह मैचों में नौ विकेट लिए थे। इस विश्व कप का हिस्सा राशिद ख़ान भी थे और अफ़ग़ानिस्तान प्लेट फ़ाइनल की विजेता भी बनी थी। शम्स ना सिर्फ़ अपनी ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी बल्कि बल्लेबाज़ी के लिए भी जाने जाते हैं और उनके नाम 30 प्रथम श्रेणी विकेटों के साथ-साथ दो अर्धशतक भी दर्ज हैं।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95