वेस्टइंडीज़ टेस्ट टीम के कप्तान
क्रेग ब्रैथवेट ने अपने युवा खिलाड़ियों से कहा है कि अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई टीम को टक्कर देने के लिए अनुशासित रहना काफ़ी ज़रूरी है। वेस्टइंडीज़ की टीम में इस बार कई युवा खिलाड़ियों को मौक़ा दिया गया है, जिसमें से शमार जोसेफ़, केवम हॉज़ और जस्टीन ग्रीव्स अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
पिछले सीज़न वेस्टइंडीज़ की जो टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी, उसके सिर्फ़ पांच खिलाड़ियों को ही एकादश में मौक़ा मिल सकता है। इसके अलावा टीम में तीन ऐसे खिलाड़ी भी होंगे, जो अपना डेब्यू मैच खेलेंगे। कुल मिला कर वेस्टइंडीज़ एक बेहद युवा टीम के साथ पहला टेस्ट खेलने जा रहा है।
वेस्टइंडीज़ के कप्तान ब्रेथवेटके पास 87 टेस्ट मैचों का अनुभव है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी टीम लंबे समय तक पूरे अनुशासन के साथ खेलने का प्रयास करती है तो वे ऑस्ट्रेलियाई टीम को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
ब्रैथवेट ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारी टीम का हर एक खिलाड़ी आख़िरी दम तक जीतने का प्रयास करता रहे। यह साफ़ है कि हम विश्व की नंबर एक टीम के ख़िलाफ़ खेलने जा रहे हैं। हालांकि मेरा मानना है कि हमारे पास उनको टक्कर देने की पर्याप्त क्षमता है। लेकिन अगर हम ऐसा करना चाहते हैं तो हमें अनुशासित रहना होगा। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में अगर हम अनुशासित रह सकते हैं तो हम ज़्यादा रन नहीं ख़र्च करेंगे। उसी तरह से बल्लेबाज़ी यूनिट में भी ऐसा कर के हम बड़ी साझेदारियां बना सकते हैं। मैच में कोई भी परिणाम संभव है, लेकिन हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और ख़ुद पर विश्वास करना होगा।"
अभी हाल में ही पाकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। वेस्टइंडीज़ की टीम उस सीरीज़ में पाकिस्तान के प्रदर्शन को देख कर काफ़ी कुछ सीखना चाहती है। ब्रैथवेट ने कहा कि उनके गेंदबाज़ों ने ऑस्ट्रेलिया में कैसे गेंदबाज़ी करनी है, इसका खाका तैयार करने के लिए पाकिस्तान के आमेर जमाल की गेंदबाज़ी को काफ़ी क़रीब से देखने का प्रयास किया है।
ब्रैथवेट ने कहा, "हमने उनकी लेंथ देखी। वह अपनी गेंदबाज़ी के दौरान लगातार गेंद को विकेट की लाइन में रखने का प्रयास कर रहे थे। उनकी लेंथ अन्य गेंदबाज़ों की तुलना में आगे थी। मुझे लगता है कि इस प्लान के साथ मैच के शुरुआती क्षणों में हमारे तेज़ गेंदबाज़ों को काफ़ी फ़ायदा हो सकता है।
"हमने अपने गेंदबाज़ों के साथ गेंद की लेंथ के बारे में काफ़ी चर्चा की है। शुरुआत में हम फुलर लेंथ की गेंदों के साथ आक्रमण करने का प्रयास करेंगे। साथ ही हम अपनी गेंदबाज़ी में अनुशासित रहने का भी प्रयास करेंगे। अनुशासन ही हमारे लिए सफलता का रास्ता तय करेगी।"
इसके अलावा कुछ सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बारे में बात करते हुए ब्रेथवेट ने कहा है कि वे "पूरी तरह से समझते हैं" कि क्यों जेसन होल्डर और काइल मेयर्स ने खु़द को इस सीरीज़ से बाहर रखा है।
एक बात यह भी है कि होल्डर और मेयर्स ने टेस्ट क्रिकेट के लिए वेस्टइंडीज़ के केंद्रीय अनुबंध को स्वीकार नहीं किया था। इसके पीछे का कारण यह था कि दोनों क्रिकेट फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट में हिस्सा लेना चाहते थे। इसके अलावा निकोलस पूरन ने भी टेस्ट क्रिकेट के कांट्रेक्ट को नहीं स्वीकारा था। निकोलस ने ऐसे भी आज तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है।
ब्रैथवेट ने कहा, "मैं टीम के खिलाड़ियों के लिए इस तरह का फ़ैसला नहीं ले सकता। यह मेरे नियंत्रण से बाहर की चीज़ है। हालांकि मैं पूरी तरह से समझता हूं कि उन्होंने इस तरह का निर्णय क्यों लिया और यह पूरी तरह से उन पर निर्भर है। इसके पीछे एक मुद्दा यह भी हो सकता है कि हमें काफ़ी कम टेस्ट मैच खेलने को मिलते हैं। पिछले साल हमने सिर्फ़ छह टेस्ट मैच खेले थे। अगर हमें ज़्यादा टेस्ट मैच खेलने का मौक़ा मिलता है तो यह हमारे लिए काफ़ी अच्छा होगा।
"जाहिर तौर पर टेस्ट क्रिकेट को प्रोत्साहित करना हमेशा अच्छा होता है। टी20 और टी10 के युग में यह ज़रूरी भी है। मेरा मानना है कि हम जितना अधिक टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे उतना बेहतर होगा। हमारे टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए भी यह काफ़ी ज़रूरी है। अगर हम टेस्ट क्रिकेट में ज़्यादा मैच खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन करते हैं और हमारे युवा इस तरह के प्रदर्शन को देखेते हुए प्रभावित होते हैं तो वह भी चाहेंगे कि एक दिन वह वेस्टइंडीज़ के टेस्ट टीम का हिस्सा बनें।
"लेकिन अगर वह ऐसा नहीं देख पाते हैं तो वे वही (टी10 और टी20) खेलने का प्रयास करेंगे, जिसे वह हमेशा देखते और प्रभावित होते हैं।"