यदि आप मौजूदा समय के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को देखते हैं, तो क्या आप किसी ऐसे खिलाड़ी के बारे में सोच सकते हैं जो सलामी बल्लेबाज़ है और विकेटकीपर भी है? वैसे यह सवाल ज़्यादा कठिन नहीं होना चाहिए क्योंकि इसका उत्तर इस लेख के शीर्षक में ही छुपा हुआ है। ऐसे में एक विकेटकीपर सलामी बल्लेबाज़ के साथ-साथ उस खिलाड़ी पर कप्तानी की भी जिम्मेदारी को जोड़ दें तो वह खिलाडी और भी अधिक ज़बरदस्त लगता है। एक विकेटकीपर, सलामी बल्लेबाज़ और साथ ही कप्तान भी होना अपने आप में एक शानदार एहसास और ढेर सारी जिम्मेदारियों का एक अदभुत समागम है।
बतौर सलामी बल्लेबाज़, न रहेंगी हेंस, न रहेंगी (शायद) हीली
महिला ऐशेज़ 22 जून से
शुरू हो रहा है। इस दिलचस्प शृंखला के शुरू होने से पहले अलीसा हीली ने यह व्यक्त किया कि वह लाल गेंद की क्रिकेट (टेस्ट) में मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार हैं। यदि ऐसा होता है, तो ऑस्ट्रेलिया के लिये एक नई सलामी जोड़ी मैदान पर होगी। यह देखते हुए कि
रेचल हेंस (हीली की सलामी साझेदार) ने पिछले साल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, ऐसे में बेथ मूनी बल्लेबाज़ी की शुरुआत कर सकती हैं। यदि हीली मध्य क्रम में खेलती हैं, तो
फ़ीबी लिचफ़ील्ड मूनी की सलामी साझेदार बन सकती हैं।
अब तक हीली की टेस्ट यात्रा
क्वींसलैंड से आने वाली
अलीसा हीली ने 2011 में अपना टेस्ट डेब्यू किया और तब से उन्होंने छह टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया है। उन्होंने अपने पहले तीन टेस्ट में 7वें या 8वें नंबर पर बल्लेबाज़ी की है। बाद के तीन टेस्ट में उन्हें सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर मौक़ा मिला। टेस्ट मैच में हीली को सलामी बल्लेबाज़ बनाने का सबसे बड़ा कारण यह था कि उस वक़्त वह सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज़ ताबड़तोड़ प्रदर्शन कर रही थीं।
अगर टेस्ट मैचों में हीली की बल्लेबाज़ी से जुड़े आंकड़ों को देखा जाए तो उन्होंने अपने पहले तीन टेस्ट मैचों में 32.5 की औसत से रन बनाए, जिसमें 37, 39, 9, 45 जैसे स्कोर शामिल थे। ये तीनों टेस्ट मैच 2011 से 2017 के बीच खेली गई थी जब वह केवल 21 से 27 साल की उम्र के बीच में थीं। इसके बाद हीली को 2019 से 2022 के बीच तीन और टेस्ट मैच खेलने को मौक़ा मिला, जिसमें उन्होंने 58, 13, 29, 6, 0, 0 के स्कोर और 17.67 की औसत से बल्लेबाज़ी की।
हीली के बल्लेबाज़ी के आंकड़ों के इस छोटे से सैंपल साइज़ के बावजूद, एक कहानी तो साफ़ तौर पर सामने आती है - हीली बतौर सलामी बल्लेबाज़ टेस्ट क्रिकेट में ज़्यादा प्रभावशाली नहीं रही हैं। हालांकि इसमे कोई दो राय नहीं है कि वह सफे़द गेंद की क्रिकेट में दुनिया की सबसे ख़तरनाक सलामी बल्लेबाज़ हैं।
ऐशेज़ टेस्ट में कौन से क्रम पर बल्लेबाज़ी करेंगी हीली ?
संख्याओं के आधार पर टेस्ट क्रिकेट में हीली के लिए मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी करना ही बेहतर हो सकता है। हाल ही का प्रदर्शन देखें तो जनवरी 2022 में कैनबरा में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपने पिछले टेस्ट में दोनों पारियों में हीली
शून्य के स्कोर पर आउट हुईं थीं। अगर संख्याओं को छोड़ भी दें तो 33 साल की उम्र में टी20, वनडे और टेस्ट क्रिकेट में खेलना कहीं से भी आसान नहीं है। ख़ास कर के तब जब आप इतनी सारी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। ऐसे समय पर अक्सर कार्यभार प्रबंधन के बारे में बातचीत शुरू होती है।
इन दोनों बातों को ध्यान में रखते हुए हीली को मध्य क्रम में स्थान दिया जा सकता है। तुलनात्मक रूप से देखें तो टेस्ट क्रिकेट में मध्य क्रम के बल्लेबाज़ पर एक सलामी बल्लेबाज़ से कम दबाव होता है। अगर बल्लेबाज़ी में कम दबाव होगा तो हीली को विकेटकीपर और कप्तान के रूप में ज़्यादा अच्छा प्रदर्शन करने का मौक़ा मिलेगा जो ऑस्ट्रेलिया के लिये बेहतर हो सकता है।
अब देखते हैं कि ऐशेज़ में ऑस्ट्रेलिया की टीम मैनेजमेंट और ख़ुद कप्तान अलीसा हीली क्या फ़ैसला लेती हैं।