बिश्नोई को गेंद देने पर द्रविड़ : रोहित ने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनी
द्रविड़ ने रोहित की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा की
शशांक किशोर
18-Jan-2024
बुधवार को अफ़ग़ानिस्तान को बेंगलुरु में पटखनी देने के बाद भारत ने तीन टी20 मैचों की सीरीज़ 3-0 से जीत ली। पहले दो टी20 मैचों की तुलना में अंतिम टी20 काफ़ी रोचक सिद्ध हुआ, जहां भारत को जीत हासिल करने के लिए दो सुपर ओवर का इंतज़ार करना पड़ा।
हालांकि भारत के लिए यह जीत इतनी आसान नहीं थी। ख़ासकर दूसरे सुपर ओवर में भारत के पास बचाव करने के लिए सिर्फ़ 11 रन ही थे और पहले सुपर ओवर में मुकेश कुमार गेंदबाज़ी भी कर चुके थे। ऐसे में रोहित शर्मा के पास विकल्प काफ़ी सीमित थे। लेकिन उन्होंने रवि बिश्नोई के साथ जाने का साहसिक फ़ैसला लिया जो सही साबित हुआ। ख़ुद टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने इस निर्णय को लेकर रोहित की ना सिर्फ़ प्रशंसा की, बल्कि उन्होंने इस फ़ैसले की पृष्ठभूमि का भी ख़ुलासा किया।
द्रविड़ ने मैच के बाद कहा, "मुझे लगता है कि रोहित ने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनी। शायद उन्होंने यह सोचा होगा कि स्पिनर के दो विकेट लेने की संभावना अधिक है। एक ओवर में 12 रन बनाना मुश्किल नहीं होता। ख़ासकर जिस तरह की पावर हीटिंग क्षमता अफ़ग़ानिस्तान के पास है, उसे देखते हुए तो वह आसानी से इस लक्ष्य तक पहुंच जाते। लेकिन अफ़ग़ानिस्तान को रोकने का एकमात्र रास्ता यही था कि उनके दोनों विकेट निकाले जाएं।"
इससे पहले द्रविड़ ने ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा, "उन्होंने आज यह दर्शाया कि वह किस तरह के खिलाड़ी हैं। हम 22 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुके थे। ड्रिंक्स के दौरान जब मैं ख़ुद भी मैदान के अंदर गया तो यही चर्चा हुई थी कि हमें सकारात्मक रहना है। ज़ाहिर तौर पर आप गेम को गति देने के इरादे से मैदान में जाते हैं लेकिन कई बार ऐसे क्षण भी आते हैं जब आपको अपने पैर कुछ समय के लिए पीछे खींचने होते हैं। लेकिन आप इस मैदान पर ज़्यादा देर तक रक्षात्मक रह भी नहीं सकते। क्योंकि आपको पता है कि इस मैदान पर एक बड़े स्कोर की दरकार होती है। जिस तरह से पारी के अंत में बड़े शॉट्स उन्होंने लगाए, वह वाक़ई देखने लायक़ थी।"
गुरुवार को द्रविड़ ने ना सिर्फ़ रोहित के पावर हिटिंग बल्कि जिस तरह से वह अपने खेल को नए आयाम दे रहे हैं उसकी भी तारीफ़ की। बुधवार को रोहित लगातार रिवर्स स्वीप खेलते दिखाई दिए, यह एक ऐसा शॉट है जिसे रोहित को अमूमन खेलते नहीं देखा जाता।
द्रविड़ ने कहा, "हम इस पर काफ़ी समय से चर्चा करते आ रहे हैं कि कैसे स्क्वायर ऑफ़ द विकेट रन बटोरे जाएं और इसके लिए स्वीप और रिवर्स स्वीप का उपयोग करें और साथ ही उसका अभ्यास भी। कभी आपको अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी का भी सामना करना पड़ता है। कैस अहमद को शुरुआत में काफ़ी स्पिन भी प्राप्त हो रही थी और ऐसी स्थिति में रोहित के लिए डाउन द ग्राउंड जाकर खेलना मुश्किल होता, इसलिए बाउंड्री के स्क्वायर हिस्सों में खेलने एक चालाकी भरा निर्णय था।"
रोहित के साथ साथ द्रविड़ ने रिंकू सिंह की भी तारीफ़ की। वह अलग अलग परिस्थितियों में रिंकू को ख़ुद को ढाल लेने की कला के मुरीद दिखाई दिए।
द्रविड़ ने कहा, "अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के शुरुआती दौर में ही उन्होंने जिस तरह की परिपक्वता दिखाई है वह प्रशंसनीय है। हमने उन्हें पारी के बैक एंड में आकर खेल को समाप्त करते देखा है। लेकिन आज उन्हें साझेदारी बनाते और बैक एंड में पारी को फ़िनिश करता देखना सुखद था। वह अपने स्किल को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट हैं, उन्हें अपनी क्षमताओं के बारे में भली भांति पता है और यह भी कि उन्हें किन चीज़ों पर काम करने की ज़रूरत है।"
रोहित ने भी रिंकू को लेकर कुछ इसी तरह की राय रखी। उन्होंने कहा, "पिछली कुछ सीरीज़ में उन्होंने यह दर्शाया है कि वह बल्ले के साथ क्या कमाल कर सकते हैं। वह निर्भीक हैं, हमेशा ख़ुद को शांत रखते हैं। वह अपने गेम प्लान को लेकर काफ़ी स्पष्ट हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं की जानकारी है। हमें एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश थी जो अंत में गेम को फ़िनिश कर सके और एक क्लीयर माइंडसर के साथ बल्लेबाज़ी करे। रिंकू ने वैसा कुछ कर के दिखाया है। वह आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। आपने ख़ुद भी देखा कि उन्होंने IPL में किस तरह का खेल खेला और वह उस खेल को यहां भी जारी रखने में सफल हुए हैं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं