ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले भारत के पास मेज़बान टीम के ख़िलाफ़ तैयारियों का यह आख़िरी मौक़ा कहा जा सकता है। मंगलवार से मोहाली में होने वाले पहले टी20 से तीन मैचों की सीरीज़ का आगाज़ हो रहा है। अब देखना होगा कि इस सीरीज़ में दुनिया की नंबर एक टीम बाज़ी मारती है या विश्व चैंपियन। आंकड़े बताते हैं कि विराट कोहली का बल्ला चलना तय है, तो आंकड़े यह भी कहते हैं कि अब ऋषभ पंत की टीम में जगह नहीं बनती। ऐसे ही रोचक आंकड़ोें से जुड़ी पढ़िए यह रिपोर्ट, क्योंकि आंकड़े झूठ नहीं बोलते।
दुनिया की नंबर एक टीम बनाम विश्व चैंपियन
आने वाले तीन टी20 मुक़ाबलों में दुनिया की दो शीर्ष टीम आमने-सामने होंगी। एक ओर भारत टी20 अंतर्राष्ट्रीय में रैंकिंग में नंबर एक टीम है तो ऑस्ट्रेलिया की टीम विश्व चैंपियन है। एशिया कप से पहले भारतीय टीम ने आक्रामक दृष्टिकोण अपनाया था, लेकिन एशिया कप में मध्य ओवरों में यह ख़ोता दिखा। उनका पावरप्ले में यह दृष्टिकोण 4.5 से 6.2 तक पहुंचा और मध्य ओवर में यह 6.0 से 7.1 तक जा पहुंचा। भारत की 16 से 20 ओवरों के बीच एशिया कप में बल्लेबाज़ी शानदार रही जहां उन्होंने सुपर 4 में पाकिस्तान और श्रीलंका के ख़िलाफ़ 9.2 के रन रेट से रन बनाए।
लेकिन भारत के पावरप्ले में रन नहीं बनाने की सबसे बड़ी वजह केएल राहुल रहे। रोहित शर्मा ने जहां प्रति 4.8 गेंद पर बाउंड्री लगाई तो वहीं, केएल राहुल ने ऐसा प्रति 7.4 गेंद पर किया।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी मुसीबत उनके ओपनर बल्लेबाज़ ऐरन फ़िंंच रहे। 2021 से वह 26 मैचों में 29.4 के औसत से केवल 706 रन बना पाए हैं, लेकिन श्रीलंका के ख़िलाफ़ घर में टी20 सीरीज़ के बाद अपना औसत सुधारा है। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में इस साल ऐरन फ़िंच के बाद किसी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ ने रन बनाए हैं तो वह जॉश इंग्लस है, उन्होंने सात पारियों में 144 के स्ट्राइक रेट से 179 रन ठोक दिए हैं। वहीं ग्लेन मैक्सवेल 2019 से 15 मैचों में 35 के औसत से 1576 रन बना चुके हैं। स्टीवन स्मिथ की धीमी बल्लेबाज़ी भी उनके लिए परेशानी का सबब है।
विराट कोहली का धमाका पक्का
भले ही विराट कोहली पिछले कुछ सालों से अच्छी फ़ॉर्म में नहीं थे, लेकिन एशिया कप में उन्होंने अपनी लय को पा लिया है और अगर वह इसी आत्मविश्वास के साथ ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उतरेंगे तो उनका रन बनाना पक्का है। पहला मैच मोहाली में हैं जहां कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के ही ख़िलाफ़ 27 मार्च 2016 को 51 गेंद में नाबाद 81 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा कोहली ने एशिया कप में स्पिनरों के ख़िलाफ़ पांच मैचों में 126 के औसत से रन बनाए हैं, जबकि एक ही बार वह आउट हुए।
वैसे अगर टी20 अंतर्राष्ट्रीय में किसी बल्लेबाज़ ने किसी टीम के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा रन बनाए हैं तो उसमें कोहली ही नंबर वन हैं। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 18 पारियों में सबसे ज्यादा 718 रन बनाए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ कम से कम 200 पारियों के तहत कोहली का उनके ख़िलाफ़ औसत भी बाबर आज़म (63.8) के बाद दूसरे नंबर (59.8) पर है।
पंत से कहीं आगे कार्तिक
ऋषभ पंत ने ख़ुद को टेस्ट और वनडे में तो फ़िट कर लिया है लेकिन टी20 में वह लगातार जूझते दिखे हैं। 2022 में घर में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पांच मैचों की सीरीज़ में वह केवल 58 रन बना पाए थे जहां उनकी शरीर से दूर की गेंद को खेलने की कमी खुलकर सामने आई थी। वह अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर में सबसे ज़्यादा एक से नौ रन के बीच 17 बार आउट हुए हैं, जो सबसे ज़्यादा है। वहीं 2022 में वह स्पिन के ख़िलाफ़ फंसते दिखे, जहां वह केवल 19.5 के औसत से 78 रन बनाए पाए और चार बार आउट हुए। वहीं ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ तो उनका प्रदर्शन सबसे ज़्यादा गिरता है। चार पारियों में छह के औसत से मात्र 24 रन। 2018 से पंत का टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 30.4 से ज़्यादा औसत नहीं गया है।
दूसरी ओर दिनेश कार्तिक हैं, जिन्होंने 2022 में 14 पारियों में 193 रन बनाए हैं। 2018 से 16 से 20 ओवरों में उन्होंने 24 पारियों में 178 के स्ट्राइक रेट से 323 रन बना दिए हैं। वहीं 2018 से कम से कम 200 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ों में उनका स्ट्राइक रेट भी कोहली (201) के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ (178) है।
भुवी जैसा कोई नहीं
2022 में अगर किसी गेंदबाज़ ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए हैं तो वह भुवनेश्वर कुमार ही हैं, 21 मैचों में 15.2 के बेहतरीन औसत और 6.6 के इकॉनमी से 31 विकेट। वहीं भुवनेश्वर भारत की ओर से भी इस साल सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले टी20 अंतर्राष्ट्रीय में गेंदबाज़ हैं।
इस साल देखा जाए तो उन्होंने एक से छह ओवरों में 64.8 प्रतिशत ओवर डाले हैं, जिसमें उन्होंने 14.4 के औसत और 5.3 के इकॉनमी से 17 विकेट लिए हैं, जबकि 16 से 20 ओवरों में उनके नाम 13.3 के औसत से 12 विकेट रहे। वह इस साल पावरप्ले में सबसे ज़्यादा 17 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। जबकि कम से कम 10 ओवर करने वाले गेंदबाज़ों में उनका इकॉनमी (5.3) तीसरा सर्वश्रेष्ठ है।
हेज़लवुड, ज़ैंपा बनाम भारतीय बल्लेबाज़
सबसे पहले जोश हेज़लवुड की बात करते हैं, टेस्ट लेंथ की गेंदबाज़ी करके वह टी20 क्रिकेट में भी सफल हो रहे हैं। 2021 से उन्होंने 21 मैचों में 13.5 के औसत से 37 विकेट चटका दिए हैं। वहीं टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 2021 से वह सबसे ज़्यादा विकेट लेने के मामले में पांचवें नंबर पर हैं। इस दौरान सबसे ज़्यादा 19 विकेट उन्होंने पावरप्ले में लिए हैं। यानि इस दौरान भुवनेश्वर कुमार के बाद पावरप्ले में सबसे सफल गेंदबाज़।
हालांकि हेज़लवुड का भारतीय बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ अहम टेस्ट होगा, क्योंकि भारत के प्रमुख बल्लेबाज़ों का अभी तक वह विकेट नहीं ले पाए हैं। वहीं ऐडम ज़ैंपा टी20 में उनके सबसे सफल गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने 61 मैचों में 21.2 के औसत से 71 विकेट लिए हैं। रोहित शर्मा, केएल राहुल और ऋषभ पंत को दो-दो बार उन्होंने आउट किया है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26