जनवरी में साउथ अफ़्रीका में होने वाले पहले महिला अंडर -19 विश्व कप के लिए युवा टीम में शामिल होने पर भारतीय बल्लेबाज़ों
शेफ़ाली वर्मा और
ऋचा घोष की भूमिकाएं निर्धारित होंगी। भारत के कार्यवाहक कोच
ऋषिकेश कानितकर ने सोमवार को ख़ुलासा किया कि अंडर-19 टूर्नामेंट में दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को भेजने का कारण उन्हें उस देश से परिचित कराना था जहां अगला महिला टी20 विश्व कप दो महीने के भीतर आयोजित किया जाएगा।
नतीजतन शेफ़ाली और ऋचा दोनों जनवरी के अंत में साउथ अफ़्रीका और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ भारत की टी-20 त्रिकोणीय सीरीज़ में हिस्सा नहीं लेंगी।
कानितकर ने सोमवार को कहा, "हमारे पास कुछ चीज़ें होंगी जो हम चाहते हैं कि वे (शेफ़ाली और ऋचा) तैयारी के मामले में जारी रखें (महिला टी20 विश्व कप के लिए)। मेरी अंडर-19 कोच के साथ बात होगी ताकि संचार दोनों छोरों तक जाए। हमारे बीच कुछ (चर्चाएं होंगी ताकि) कोच के साथ-साथ खिलाड़ियों के साथ भी स्पष्टता हो और इस पर कोई भ्रम न हो कि क्या हम चाहते हैं और उन्हें क्या करना चाहिए। ज़ाहिर है वे अंडर-19 टीम के लिए खेलेंगी और (हम) चाहते हैं कि वह टीम जीते। लेकिन हम यह भी चाहते हैं कि वे ख़ास तरीक़े से तैयारी करें।"
शेफ़ाली और ऋचा भारत की अंडर-19 टी20 विश्व कप टीम में अंतरराष्ट्रीय अनुभव रखने वाली दो खिलाड़ी हैं। जारी घरेलू सीरीज़ में भी यह जोड़ी अच्छी फ़ॉर्म में है। शेफ़ाली के नाम एक अर्धशतक सहित चार मैचों में 127 रन हैं, जो
भारत के लिए इस सीरीज़ में सर्वाधिक हैं। निचले मध्य क्रम में ऋचा की बल्लेबाज़ी ताज़ी हवा के झोंके की तरह रही है। उनका 190.74 का स्ट्राइक रेट इस सीरीज़ में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ रहा है और उनकी 13 गेंदों में 26 रन की पारी मेज़बान टीम के लिए
दूसरे मैच को टाई कराने में महत्वपूर्ण थी। वह
चौथे मैच में भी भारत को जीत के नज़दीक़ ले गईं।
कानितकर ने कहा, "उनका आत्मविश्वास निश्चित रूप से बढ़ रहा है। बल्लेबाज़ी के दृष्टिकोण से देखें तो वे खेल को थोड़ा बेहतर जानती हैं। मैं अपने प्रत्येक अनुभव से सीखने को बहुत महत्व देता हूं और केवल यह नहीं मानता कि आपने अर्धशतक बनाया है। यह उस तरह काम नहीं करता है। हर दिन आप कुछ सीखते हैं और आप अगले दिन बेहतर होने के लिए उसका उपयोग करते हैं।"
आगे उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वे इसे मानते हैं और हम विचार साझा करने में बहुत स्पष्ट हैं। अगर किसी ने अच्छा खेला है, रन बनाए हैं और फिर आप जानते हैं कि उसे जारी रखना चाहिए था और उसने जारी नहीं रखा, तो मैं ख़राब को ख़राब कहूंगा। लेकिन मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि यह सकारात्मक हो।"
कानितकर ने
जेमिमाह रॉड्रिग्स की फ़ॉर्म की चिंताओं को भी दूर किया। नंबर तीन पर आने वाली जेमिमाह ने 0, 4, 16 और 8 के स्कोर बनाए हैं, जबकि वह अच्छे टच में दिख रही हैं - तीसरे मैच में तीन चौके हों या चौथे मैच में कवर पॉइंट के पास से मारा गया उनका ड्राइव। इसके बाद बड़े स्कोर के दबाव ने उन्हें चलता कर दिया।
कानितकर ने कहा, "यह बिल्कुल (चिंता की बात) नहीं है। मुझे लगता है कि उसके पास बहुत क्षमता है और उसने पिछले दो-तीन मैचों में यह साबित कर दिया है। मैंने ऐसा कई बार किया है जहां मैंने चार या पांच मैच खेले हैं जो मेरे पक्ष में नहीं गए। इसका मतलब यह नहीं है एक खिलाड़ी अच्छा नहीं है।
"हमेशा तकनीक की गड़बड़ी नहीं होती; यह तकनीकी हो सकती है, यह टैक्टिकल हो सकती है, यह मानसिक हो सकती है। इसमें बहुत सी बातें हैं। तकनीक सबसे आसान चीज़ है जिसे आप जगह देते हैं - आप वीडियो देखते हैं, आप जानते हैं कि यह हो रहा, वह हो रहा, आप इसे बदलते हैं, उसे बदलते हैं, स्क्रीन पर कुछ निशान खींचते हैं और बहुत सी चीजे़ं।
"लेकिन कई बार यह उससे कहीं अधिक गंभीर होता है और आप निश्चित स्थिति में कैसे सोचते हैं। ये चीज़ें पांच मिनट में नहीं बदल सकती हैं। जेमी गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रही है। ऐसा नहीं है कि उन गेंदबाज़ों को खेलने में वह संघर्ष कर रही है। लेकिन यह कुछ ऐसा है जिस पर काम चल रहा है और वह बहुत जल्द वापसी करेगी।"