मैच (23)
MLC (1)
ENG v WI (1)
IRE vs ZIM (1)
Men's Hundred (2)
एशिया कप (2)
विश्व कप लीग 2 (1)
Canada T20 (4)
Women's Hundred (2)
TNPL (3)
One-Day Cup (5)
SL vs IND (1)
ख़बरें

पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर हमें गुलाबी गेंद के साथ सामंजस्य बैठाना होगा : बुमराह

भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ ने कहा खिलाड़ियों को "डे-नाइट" टेस्ट में करने होते हैं मानसिक बदलाव

Jasprit Bumrah dismissed Dean Elgar in his very first over, South Africa vs India, 1st Test, Centurion, 3rd day, December 28, 2021

गुलाबी गेंद सुबह के मुक़ाबले शाम को ज़्यादा मूव हो सकती है। इसको देखना और कैच लपकना अजीब सा है - बुमराह  •  AFP/Getty Images

गुलाबी गेंद आपकी ओर तेज़ी से आ सकती है। यह सुबह के मुक़ाबले शाम को ज़्यादा मूव हो सकती है। इसको देखना और कैच लपकना अजीब सा है। और हां आपको "डे-नाइट" मैच को देखते हुए अपने शरीर को भी उसी मुताबिक ढालना होगा।
जसप्रीत बुमराह की मानें तो टीम जब लाल गेंद मैच से डे नाइट टेस्ट की ओर जाती है तो यह कुछ ऐसी चुनौतियां हैं जिनका टीमों को सामना करना पड़ता है। उन्होंने बेंगलुरु में श्रीलंका के ख़िलाफ़ होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले कहा कि टीम ये सामंजस्य बैठने की कोशिश कर रही हैं।
"कुछ मानसिक बदलाव आपको करने होते हैं। एक बच्चे से खिलाड़ी बनने के दौरान आप गुलाबी गेंद से ज़्यादा नहीं खेले होते हैं। हम गुलाबी गेंद को कैच करने करने के भी आदी नहीं हैं, ना ही गेंदबाज़ी करने के और बल्लेबाज़ के तौर पर भी हम गुलाबी गेंद को खेलने के आदी नहीं है। जो भी कुछ मैच हमने खेले हैं हमने उन मैचों से फ़ीडबैक लेने की कोशिश की है कि कैसे गेंद दूधिया रोशनी में बर्ताव करती है और कैसे आपको सामंजस्य बैठाना होता है। हम अभी भी इस प्रारूप में नए हैं। हम गुलाबी गेंद से टेस्ट काफ़ी समय बाद भी खेल रहे हैं।"
भारत ने अब तक दो डे नाइट टेस्ट खेले हैं, पहला बांग्लादेश के ख़िलाफ़ कोलकाता में और दूसरा इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अहमदाबाद में और भारत ने दोनों ही मैच जीते हैं। श्रीलंका ने भी अब तक दो ही डे नाइट टेस्ट (बारबेडोस और दुबई में) खेले हैं। आमतौर पर सुबह का सत्र लाल गेंद क्रिकेट में बल्लेबाज़ों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन डिन के बार का सत्र बल्लेबाज़ों के लिए गुलाबी गेंद क्रिकेट में मुश्किल हो जाता है।
बुमराह ने कहा, "एक पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर यह हमारा काम है कि जितना हो सके हम सामंजस्य बैठा सकें। कई गुलाबी गेंद जितनी आप उम्मीद करते हैं उससे ज़्यादा तेज़ी से आती है।"
"एक साधारण टेस्ट मैच में गेंद सुबह के सत्र में ज़्यादा मूव होती है। यहां हो सकता है कि दोपहर के सत्र में ऐसा ज़्यादा नहीं हो, लेकिन शाम के सत्र में गेंद ज़्यादा स्विंग होगी। यहां पर कुछ छोटे छोटे प्वाइंटर हैं। हमने अधिक डे नाइट टेस्ट नहीं खेले हैं और जो भी हमने किया है वह ज़ुदा परिस्थितियों में किया है। हम यह कोशिश कर रहे हैं कि जो भी हमने अपने छोटे अनुभव में महसूस किया है उस पर काम कर सकें।"
और जहां पिछला टेस्ट सुबह 9:30 बजे शुरू हुआ था, यह टेस्ट सीधा पांच घंटे बाद शुरू होगा,जिसका मतलब है कि क्रिकेटरों को बिलकुल अलग समय पर अपने चरम पर होना होगा। हालांकि हमारे पास इस टेस्ट की तैयारी के लिए दो दिन अधिक थे, क्योंकि पहला टेस्ट तीन दिन के अंदर खत्म हो गया था। दोनों ही टीम ने मोहाली में भी गुलाबी गेंद से ट्रेनिंग की थी।
"बिलकुल समय अलग है। हम शाम में अभ्यास करते हैं, जबकि टेस्ट मैच के दौरान आप सुबह जल्दी अभ्यास करते हैं क्योंकि सोने का समय आम तौर पर यही होता है। जब आप देर रात तक खेलते हैं तो आपको सामंजस्य बैठाना होता है। अगर आप देर रात तक खेलते हैं तो आपको अभ्यास भी रात में करना होता है। यह हमारे सफ़र का एक हिस्सा है।"

ऐंड्रयू फ‍िडेल फर्नांडो ESPNcricinfo में श्रीलंका के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।