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मोंगा : नंबर तीन पर मार्श सब कुछ सही करने लगे हैं

स्पिन के विरुद्ध अपने खेल में सुधार कर वह एक संपूर्ण बल्लेबाज़ बन चुके हैं

दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच सोमवार की शाम को मैच बस शुरू होने ही वाला था। सरफ़राज़ ख़ान पहली गेंद खेलने को तैयार थे और मयंक अग्रवाल ने फ़ील्ड लगा दी थी। जैसे ही डेविड वॉर्नर ने देखा कि लियम लिविंगस्टन पहला ओवर डालने वाले हैं, उन्होंने ख़ुद स्ट्राइक लेने का फ़ैसला किया। मयंक को फिर से अपनी फ़ील्ड बदलनी पड़ी जिसके बाद आख़िरकार मैच की पहली गेंद डाली गई। ऑफ़ ब्रेक गेंद ऑफ़ स्टंप से काफ़ी बाहर थी। वॉर्नर ने इस पर बल्ला चलाया लेकिन गेंद घूमी और उन्हें आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा।
क्या वॉर्नर ख़ुद को कोस रहे होंगे कि क्यों उन्होंने अंतिम समय पर स्ट्राइक लेने का निर्णय लिया? नंबर तीन पर खेल रहे मिचेल मार्श के मन में क्या चल रहा होगा? उनकी टीम ने करो या मरो वाले मैच में पहले टॉस हारा और अब पहली गेंद पर उनका सबसे घातक बल्लेबाज़ वापस लौट गया। कैसे मार्श परिस्थितियों को समझकर एक मैच जिताऊ लक्ष्य खड़ा करेंगे? ऐसे कई सवाल सभी के मन में उत्पन्न हो गए थे।
मार्श को परिस्थितियों और मैच को समझने में केवल चार गेंदों का समय लगा। इसके बाद उन्होंने कगिसो रबाडा को अपना शिकार बनाया और लगातार दो छक्के जड़े। इसके बाद उन्होंने संभलकर स्कोर को आगे बढ़ाया क्योंकि दूसरे छोर पर सरफ़राज़ आक्रामक होकर खेल रहे थे और पंजाब के स्पिनर किफ़ायती गेंदबाज़ी कर रहे थे। यह काफ़ी सराहनीय बात थी।
ऑस्ट्रेलिया के इस हरफ़नमौला खिलाड़ी से जब पिच और परिस्थितियों का आंकलन करने के बारे में पूछा गया तब उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स को बताया, "(मेरी सोच यह थी कि) गेंद के स्पिन होने से पहले पावरप्ले में जितने हो सके उतने रन बनाओ। मुझे लगता है कि पिछले 18 महीनों में पावरप्ले के दौरान मैंने इसी मानसिकता के साथ बल्लेबाज़ी की हैं। सरफ़राज़ ने बढ़िया शॉट लगाए और उनके साथ एक अच्छी साझेदारी हुई। अच्छा होता अगर हम पावरप्ले में केवल एक ही विकेट गंवाते। हालांकि हमारी पारी में लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे।"
मार्श ने पावरप्ले में सब कुछ सही किया। सबसे पहले उन्होंने परिस्थितियों का जायज़ा लिया और फिर टीम पर बन रहे दबाव को कम करने के लिए आक्रामक रुख़ अपनाया। इसके बाद जब दूसरे छोर पर सरफ़राज़ तेज़ गति से रन बना रहे थे तो मार्श ने एक छोर को संभालने और लंबी पारी खेलने का निर्णय लिया।
यह मार्श के करियर में केवल सातवां ऐसा मौक़ा था जब उन्होंने एक टी20 पारी में 48 या उससे अधिक गेंदों का सामना किया था। 100 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐसा किया जा सकता था लेकिन उसके अलावा यह इतनी लंबी चलने वाली उनके करियर की सबसे धीमी पारी थी।
आईपीएल में जब तक कोई पावर हिटर दूसरे चरण में अपनी छाप नहीं छोड़ता, उसे संपूर्ण खिलाड़ी नहीं माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि इस दौरान पिच धीमी होती जाती है और स्पिनर हावी होने लगते हैं। मार्श के आंकड़े बताते हैं कि इस संदर्भ में उन्हें ज़्यादा चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ा है। हालांकि पिछले 18 महीनों में उन्होंने इस प्रकार की धीमी पिचों पर काफ़ी क्रिकेट खेला है। बांग्लादेश और वेस्टइंडीज़ में टी20 सीरीज़ खेलने के बाद उन्होंने टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया था।
धीमी पिचों पर खेलने के अनुभव ने मार्श को एक संपूर्ण बल्लेबाज़ बना दिया है। उन्हें तेज़ गेंदबाज़ी रास आती है और वह इस समय स्पिन के ख़िलाफ़ आक्रमण करने में इतने सक्षम नहीं है। इसके बावजूद वह चतुराई के साथ उन गेंदबाज़ों का चयन कर रहे हैं जिन्हें आड़े हाथों लिया जा सके। 20 ओवरों के खेल में डॉट गेंदें खेलने से दबाव बढ़ता चला जाता है और पंजाब के बल्लेबाज़ों के साथ यही हुआ। डॉट के दबाव के कारण उन्होंने अतिआक्रामक होने का प्रयास किया और वह ओस का प्रभाव पड़ने से पहले ही मैच में बहुत पीछे हो गए थे।
एक संपूर्ण टी20 बल्लेबाज़ बनने के सफ़र में मार्श ने बिग बैश में शतक जड़ा है, टी20 विश्व कप के फ़ाइनल में मैच जिताऊ पारी खेली है और पिछले मैच में दिल्ली को महत्वपूर्ण जीत दिलाई है। इन सबके बीच स्पिन के विरुद्ध उनके खेल में हुआ सुधार सबसे अहम बात रही है। जुलाई 2021 से पहले मार्श ने स्पिनरों की कुल 692 गेंदों पर 101.58 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। शीर्ष क्रम में भेजे जाने के बाद से यह आंकड़ा 123.21 पर जा पहुंचा है।
पहली नज़र में यह आंकड़े सामान्य नज़र आते हैं, लेकिन जब आप इसमें परिस्थितियों को पढ़ने की समझ और क्रीज़ पर होते हुए महत्वपूर्ण फ़ैसले लेने की दिलेरी को जोड़ते हैं, तब आपको एक घातक बल्लेबाज़ मिल जाता है। अब तो वह आईपीएल के दूसरे चरण में भी अपना रंग दिखा रहे हैं। शायद अब समय आ गया है कि उनकी गिनती आईपीएल के संपूर्ण खिलाड़ियों में की जानी चाहिए।

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।