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पहले की तरह अब यह टीम दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं करती : हेसन

बेंगलुरु के क्रिकेट निदेशक के अनुसार युवा भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस सीज़न का सबसे सकारात्मक पहलू रहा

उम्मीदों से भरा एक और सीज़न या निराशा से भरा एक और सीज़न? आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के सफ़र को किस तरह देखना चाहेंगे आप? अब लगातार तीन सालों से उन्होंने प्लेऑफ़ में प्रवेश किया है। पिछले दो सीज़न में एलिमिनेटर में हारने के बाद इस बार उन्होंने इस चुनौती को पार किया लेकिन दूसरे क्वालीफ़ायर में उनका पाला पड़ा राजस्थान रॉयल्स से। बल्ले के साथ अपनी राह भटकने के बाद बेंगलुरु ने केवल 157 रन बनाए और पावरप्ले में पड़ी मार के बाद वह मैच में काफ़ी पीछे चले गए।
बेंगलुरु के क्रिकेट निदेशक माइक हेसन को लगा कि टीम 175-180 के स्कोर के साथ मैच को कठिन बना सकती थी। हालांकि उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा और ओबेद मकॉए की गेंदबाज़ी की प्रशंसा की। मकॉए को घर पर अपनी बिमार माताजी के स्वास्थ्य की चिंता थी तो वहीं प्रसिद्ध को पहले क्वालीफ़ायर में अंतिम ओवर में खाए तीन छक्के परेशान कर रहे थे।
दोनों गेंदबाज़ों ने बड़े मंच पर अपने हाथ खड़े किए और तीन-तीन विकेट झटके। मकॉए ने गति में बदलाव करते हुए बल्लेबाज़ों को सेट नहीं होने दिया तो प्रसिद्ध ने पटकी हुई गेंदों पर अतिरिक्त उछाल से उन्हें तंग किया। इनकी शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत बेंगलुरु ने अंतिम पांच ओवरों में केवल 35 रन बनाए और पांच विकेट भी गंवाए।
मैच के बाद हेसन ने कहा, "हमारी बल्लेबाज़ी बेहतर हो सकती थी। 123 पर तीन के स्कोर पर होने के बाद पांच ओवर शेष थे और हम 175-180 तक पहुंच सकते थे। मैक्सवेल और पाटीदार सेट थे। हमने वहां पर लगातार विकेट गंवाए। ओबेद मकॉए और प्रसिद्ध ने बढ़िया गेंदबाज़ी की और हमें लय प्राप्त नहीं करने दी। अंतिम पांच ओवरों में हमने केवल 30 रन बनाए जिससे हम 20 रन पीछे रहे गए।"
हालांकि हेसन ने यह साफ़ कर दिया कि एक बुरे दिन से उनकी डेथ ओवर बल्लेबाज़ी को ख़राब नहीं करार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "आप हमेशा पावर हिटर की तलाश में रहते हैं। 15 ओवरों के बाद सेट मैक्सवेल, पाटीदार, लोमरोर, शाहबाज़ अहमद, इन सभी के पास ताक़त है। दिनेश कार्तिक के अलावा कई बल्लेबाज़ों ने दिखाया है कि वह बड़े शॉट लगा सकते हैं। पूरे सीज़न में अंतिम पांच ओवरों में हमारी बल्लेबाज़ी शानदार रही है। शायद शीर्ष क्रम से हमें उतना योगदान नहीं मिला जिसकी हमें उम्मीद थी। आज के अलावा बाक़ी सभी मैचों में हमने डेथ में बढ़िया बल्लेबाज़ी की है।"
अपनी टीम की खामियों पर बात करते हुए हेसन को उम्मीद है कि निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी अपनी ग़लतियों से सीखेंगे। साथ ही उन्होंने दोबारा याद दिलाया कि अब यह टीम किन्हीं दो-तीन खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं करती है।
हेसन ने आगे कहा, "केवल दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर रहकर आप प्लेऑफ़ में नहीं पहुंच सकते हैं। हमारी टीम की ख़ास बात यह रही कि हम केवल अपने रिटेन किए गए खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं थे। बेशक़ हमने उनके इर्द-गिर्द इस टीम का गठन किया लेकिन कई खिलाड़ियों ने मैच जिताऊ योगदान दिया।"
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, "मोहम्मद सिराज एक अच्छे गेंदबाज़ हैं। उनका टूर्नामेंट अच्छा नहीं रहा लेकिन हम जानते हैं कि वह वापसी करेंगे। उन्हें नई गेंद से विकेट नहीं मिले और स्विंग नहीं मिली जिससे उनका आत्मविश्वास कम हो गया। ग्लेन मैक्सवेल ने दोनों विभागों में अच्छा खेल दिखाया। 30 के औसत, 170 के स्ट्राइक रेट से रन बनाने के साथ-साथ उन्होंने केवल सात की इकॉनमी से रन दिए। आप और योगदान चाहते हैं लेकिन उनका टूर्नामेंट काफ़ी अच्छा रहा।"
हेसन ने बताया कि अंतिम चार-पांच पारियों में विराट कोहली अच्छी लय में नज़र आ रहे थे। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रतियोगिता से बाहर होने के बाद कई चीज़ों पर काम किया जा सकता है लेकिन वह टीम की एकता से प्रसन्न हैं।
क्रिकेट निदेशक ने भारतीय खिलाड़ियों के एक मज़बूत समूह के निर्माण को इस सीज़न का सबसे सकारात्मक पहलू बताया। रजत पाटीदार ने रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के रूप में टीम में आने के बाद दमदार प्रदर्शन किया। दो दिन पहले वह प्लेऑफ़ में शतक जड़ने वाले पहले अनकैप्ड खिलाड़ी बने और फिर राजस्थान के विरुद्ध भी उन्होंने अर्धशतक बनाया। इसके अलावा शाहबाज़ ने इस सीज़न में सारे मैच खेले और अपने हरफ़नमौला खेल से सभी को प्रभावित किया। 2021 में पर्पल कैप अपने नाम करने वाले हर्षल पटेल ने निजी कठिनाइयों का सामना करने के बाद वापस आकर किफ़ायती गेंदबाज़ी की।
इसके अलावा भारतीय टीम में वापसी करने की चाह के साथ मैदान पर उतरे कार्तिक एक अलग ही खिलाड़ी नज़र आए। 220 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हुए उन्होंने डेथ ओवरों को अपने नाम किया। विदेशी खिलाड़ियों में जॉश हेज़लवुड और वनिंदु हसरंगा ने कमाल का प्रदर्शन किया।
सीज़न के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बताते हुए हेसन ने कहा, "पाटीदार, शाहबाज़, लोमरोर जैसे कई खिलाड़ियों ने ख़ुद को साबित किया। गेंदबाज़ी में हर्षल चमकें। कार्तिक ने एक कठिन भूमिका को बख़ूबी ढंग से निभाया। हमें निरंतरता नहीं मिल पाई और वह पारी के अंत में निरंतरता के साथ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी रहे। हेज़लवुड ने शानदार गेंदबाज़ी की, हसरंगा के पास इस समय पर्पल कैप है क्योंकि उन्होंने मिडिल ओवर में बहुत विकेट झटके। हमें पावरप्ले में और थोड़े विकेट चाहिए और बल्ले के साथ थोड़े और रन। इसके अलावा सब कुछ अच्छा रहा।"

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।