डबल हेडर के दूसरे
मुक़ाबले में गुरुवार को दिल्ली कैपिटल्स का सामना कोलकाता नाइट राइडर्स से होगा। दोनों टीमों के बीच अब तक 20 मैच खेले गए हैं, जिसमें मुक़ाबला लगभग बराबरी का रहा है और दिल्ली ने 14 व कोलकाता ने 16 मैच जीते हैं। दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में यह मुक़ाबला खेला जाएगा, जहां पर दिल्ली को चार और कोलकाता को पांच मैचों में जीत हासिल हुई है। हालांकि 2018 से दोनों टीमों के बीच हुए 11 मुक़ाबलों में पलड़ा दिल्ली का भारी रहा है और उन्हें सिर्फ़ चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। अब देखने वाली बात है कि दिल्ली, कोलकाता के ख़िलाफ़ अपने इस हालिया फ़ॉर्म को बरकरार रखते हुए इस सीज़न अपना पहला मैच जीत पाएगी या फिर इस सीज़न का हालिया फ़ॉर्म बरकरार रखते हुए उन्हें एक और हार नसीब होगी। आइए देखते हैं आंकड़ों की नज़र से।
वॉर्नर को उमेश से है ख़तरा
कोलकाता के तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव ने टी20 मैचों में पांच बार डेविड वॉर्नर का शिकार किया है और वॉर्नर उनके सामने बस 19 की औसत से रन बना पाते हैं। वॉर्नर ने इस आईपीएल में भले ही रन बनाए हों, लेकिन सबको पता है कि वह तेज़ रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और एक कप्तान के रूप में उनकी टीम भी अच्छा नहीं कर रही है। इसलिए जब उमेश कोलकाता के लिए नई गेंद संभालेंगे तो निश्चित रूप से वॉर्नर थोड़ा संभलकर खेलते हुए नज़र आ सकते हैं।
कोलकाता के गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ तेज़ी से रन बनाते हैं वॉर्नर
अगर वॉर्नर, उमेश से बच जाते हैं तो कोलकाता के अन्य गेंदबाज़ों को उन्हें रोकना बहुत मुश्किल होगा। कारण वॉर्नर का उनके ख़िलाफ़ रिकॉर्ड है। वॉर्नर कोलकाता के स्पिनर सुनील नारायण के ख़िलाफ़ 110 की औसत और 150 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, जबकि टिम साउदी के ख़िलाफ़ उनका औसत 112 और स्ट्राइक रेट 190 है। नारायण 20 पारियों में सिर्फ़ दो और साउदी 11 पारियों में सिर्फ़ एक ही बार उन्हें आउट कर पाए हैं। इसके अलावा वॉर्नर, आंद्रे रसल के ख़िलाफ़ 172, शार्दुल ठाकुर के ख़िलाफ़ 146 और डेविड वीज़ा के ख़िलाफ़ 195 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं।
अगर रॉय खेलते हैं तो दिल्ली को एनगिडी को भी खिलाना चाहिए
एक संभावना यह भी है कि कोलकाता रहमानउल्लाह गुरबाज़ की जगह जेसन रॉय को टीम में जगह दे सकती है। अगर ऐसा होता है तो दिल्ली को भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए एनरिख़ नॉर्खिए के साथ लुंगी एनगिडी को भी खिलाना चाहिए। रॉय को नॉर्खिए चार तो एनगिडी को तीन बार आउट कर चुके हैं। इस दौरान उनका औसत भी दोनों गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ क्रमशः 5.5 और 14.3 रहा है। नॉर्खिए के ख़िलाफ़ तो रॉय सिर्फ़ 85 की स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं।
मनीष पांडेय है शार्दुल के फ़ेवरिट 'बनी'
इस सीज़न से पहले शार्दुल ठाकुर दिल्ली की टीम का हिस्सा थे, लेकिन कोलकाता ने उन्हें ट्रेड करके अपनी टीम में लाया। अब शार्दुल अपनी पुरानी टीम के सामने अपना जलवा बिखेरने को बरकरार होंगे। गुरुवार को उनके सामने उनके पुराने दोस्त और क्रिकेटिंग भाषा में कहें तो उनके फ़ेवरिट बनी मनीष पांडे भी होंगे, जिन्हें वह छह में से तीन पारियों में आउट कर चुके हैं। इस दौरान मनीष उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 13 की औसत और 118 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं।