इस साल के आईपीएल में यह पहली बार है, जब वीकेंड (शनिवार-रविवार) को छोड़कर सप्ताह के बीच में गुरुवार को डबल हेडर मुक़ाबले होंगे। इस डबल-हेडर का पहला
मैच पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच पंजाब के होमग्राउंड मोहाली में खेला जाएगा। दोनों टीमों के बीच आईपीएल में अब तक 30 मुक़ाबले खेले गए हैं, जिसमें पंजाब का दबदबा रहा है। पंजाब के 17 मैचों के मुक़ाबले बेंगलुरु सिर्फ़ 13 ही मुक़ाबला जीत पाई है। 2020 से तो पंजाब ने बेंगलुरु को पांच बार हराया है, जबकि दक्षिण की स्टार टीम ऐसा सिर्फ़ एक ही बार कर पाई है। हालांकि मोहाली में मामला थोड़ा संतुलन में हैं, जहां दोनों टीमों के बीच सात मैच हुए हैं और पंजाब ने चार व बेंगलुरु ने तीन मैचों में जीत हासिल की है। आइए डालते हैं इस मुक़ाबले के कुछ प्रमुख आंकड़ों और मैच-अप्स पर नज़र-
रबाडा हो सकते हैं पंजाब के प्रमुख हथियार
यूं तो बेंगलुरु के बल्लेबाज़ी लाइन-अप में
विराट कोहली,
फ़ाफ़ डुप्लेसी, ग्लेन मैक्सवेल और दिनेश कार्तिक जैसे कुछ बड़े अंतर्राष्ट्रीय नाम हैं, लेकिन मोहाली के तेज़ गेंदबाज़ी की मददग़ार पिच पर पंजाब के तेज़ गेंदबाज़
कगिसो रबाडा कहर ढा सकते हैं। रबाडा ने बेंगलुरु के स्टार बल्लेबाज़ को चार टी20 पारियों में आउट किया है, जबकि इस दौरान कोहली उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 105 के स्ट्राइक रेट और 10.5 की औसत से रन बना पाते हैं। रबाडा ने कोहली के अलावा कार्तिक को चार, डुप्लेसी को तीन और मैक्सवेल को भी तीन बार आउट किया है, जबकि इनमें से कोई भी बल्लेबाज़ उन पर 15 की औसत से अधिक रन नहीं बना पाता है।
लिविंग्स्टन को रोकना बेंगलुरु के गेंदबाज़ों के लिए बड़ी चुनौती
यूं तो लियम लिविंग्स्टन को पंजाब के कैंप को ज्वाइन किए लगभग एक सप्ताह हो गया, लेकिन उन्हें अभी भी इस सीज़न का अपना पहला मैच खेलना है। अगर वह इस मैच में खेलते हैं तो वह बेंगलुरु की गेंदबाज़ी को तहस-नहस करने की क्षमता रखते हैं। यह हम नहीं बेंगलुरु के गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उनके आंकड़े कहते हैं। सिर्फ़ वनिंदु हसरंगा को छोड़ दिया जाए तो वह बेंगलुरु के सभी गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ कम से कम 137 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। वेन पार्नेल के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 204, हमवतन डेविड विली के ख़िलाफ़ 157 और शहबाज़ अहमद के ख़िलाफ़ 180 है, जबकि ये गेंदबाज़ लिविंगस्टन को एक भी बार आउट नहीं कर पाए हैं। हर्षल पटेल और पर्नेल ने उन्हें टी20 मुक़ाबलों में एक-एक बार आउट तो किया है, लेकिन क्रमशः 53 और 26 की औसत से रन दिए हैं। हां, हसरंगा उनके रन बनाने की गति को ज़रूर कम कर सकते हैं (स्ट्रा रेट-92), लेकिन वह भी पांच टी20 पारियों में लिविंग्स्टन को कभी आउट नहीं कर पाए हैं।
बाक़ी गब्बर की दहाड़ को कौन शांत करेगा?
हर बार की आईपीएल की तरह इस बार भी पंजाब के कप्तान
शिखर धवन उर्फ़ गब्बर शानदार फ़ॉर्म में हैं। उन्होंने चार पारियों में लगभग 117 की अविश्वसनीय औसत और 147 के स्ट्राइक रेट से दो अर्धशतकों के साथ 233 रन बनाए हैं। पिछले मुक़ाबले में एक छोटी सी चोट के कारण वह एकादश का हिस्सा नहीं थे, लेकिन गब्बर अगर इस मैच मैच में फ़िट होकर खेलने के लिए उतरते हैं तो फिर से एक बार दहाड़ने को तैयार होंगे। बेंगलुरु के गेंदबाज़ों के उनके ख़िलाफ़ रिकॉर्ड कुछ ख़ास उत्साहित नहीं करने वाले हैं। मैक्सवेल ने धवन को तीन बार आउट किया है, लेकिन इसके लिए उन्होंने 12 पारियां ली है और 34 की औसत व 163 के स्ट्राइक रेट से रन दिए हैं। इसके अलावा 'एवरेज किंग' धवन, मोहम्मद सिराज के ख़िलाफ़ 35, जॉश हेज़लवुड के ख़िलाफ़ 32, कर्ण शर्मा के ख़िलाफ़ 50, डेविड विली के ख़िलाफ़ 22.5, वनिंदु हसरंगा के ख़िलाफ़ 23 और हर्षल पटेल के ख़िलाफ़ 21 की औसत से रन बनातेहैं। तो फिर देखते हैं कि गब्बर को रोकता है कौन?
क्या इस मुक़ाबले में हमें शतक देखने को मिलेगा?
आईपीएल में हुए किन्हीं दो टीमों के मुक़ाबले में अगर सबसे अधिक शतक आए हैं, तो वे पंजाब और बेंगलुरु के बीच होने वाले मैच से हैं। दोनों टीमों के बीच हुए 30 मैचों में सर्वाधिक छह शतक लग चुके हैं यानी जब भी ये दोनों टीमें भिड़ती हैं तो हर पांचवें मैच में एक शतक आता है। जहां बेंगलुरु की तरफ़ से क्रिस गेल ने दो और कोहली ने एक शतक लगाया है, वहीं पंजाब की तरफ़ से यह कारनामा ऐडम गिलक्रिस्ट, डेविड मिलर और केएल राहुल ने किया है। अंतिम शतक राहुल ने 2020 में लगाया था और उसके बाद दोनों टीमों के बीच पांच मुक़ाबले खेले जा चुके हैं। तो 'लॉ ऑफ़ एवरेज' के अनुसार छठे मैच में एक शतक की उम्मीद की ही जा सकती है।