भुवनेश्वर : डेथ गेंदबाज़ी एक कला है, जिसमें आप अपने मन की सुनते हैं
RCB के तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि उनके साथी तेज़ गेंदबाज़ हेज़लवुड और दयाल भी उनके जैसे हैं, लेकिन अलग भी हैं
ESPNcricinfo स्टाफ़
07-May-2025 • 16 hrs ago
भुवनेश्वर IPL में सर्वाधिक विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं • Getty Images
भुवनेश्वर कुमार थोड़े शांत स्वभाव के तेज़ गेंदबाज़ लग सकते हैं, लेकिन वह IPL के एक सच्चे स्टार हैं। IPL में किसी भी तेज़ गेंदबाज़ ने उनसे अधिक विकेट (193) नहीं लिए हैं और ओवरऑल गेंदबाज़ो में भी केवल युज़वेंद्र चहल (219 विकेट) ही उनसे आगे हैं। वह लगातार "प्रोएक्टिव रहने वाले बल्लेबाज़ों से एक कदम आगे रहने" के ज़रिए प्रासंगिक बने हुए हैं।
उनकी नई/पुरानी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) इस सीज़न में शानदार प्रदर्शन कर रही है और इसका एक कारण वह तालमेल है जो भुवनेश्वर ने जॉश हेज़लवुड और यश दयाल के साथ बनाया है। इन तीनों ने मिलकर अब तक 40 विकेट लिए हैं। RCB डेथ ओवर्स (17 से 20) में IPL 2025 की दूसरी सबसे क़िफ़ायती गेंदबाज़ी टीम रही है, जिन्होंने 10.23 की दर से रन दिए हैं, जो मुंबई इंडियंस (MI) के 10.22 से बस थोड़ा ही ज़्यादा है।
"मैं 16 साल बाद RCB में वापस आया हूं और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है," भुवनेश्वर ने फ़्रैंचाइज़ी द्वारा जारी एक वीडियो में कहा। "2008-09 या 2010 के सीज़न से अब 2025 तक चीज़ें काफी बदल चुकी हैं। तब मैं एक युवा खिलाड़ी के रूप में आया था और अब बहुत अनुभव के साथ वापस आया हूं।"
"अगर यश और जॉश की बात करें, तो हम तीनों एक जैसे हैं, लेकिन अलग भी हैं। अगर समानताओं की बात करें, तो हम तीनों गेंद को स्विंग करा सकते हैं। जॉश की लंबाई है और यश एक लेफ्ट-आर्म पेसर हैं, जिससे एक अलग कोण बनता है। सबसे अच्छी बात यह है कि हम तीनों खेल के किसी भी चरण में गेंदबाज़ी कर सकते हैं और ऐसा हमने किया भी है। हमारी ये खूबियां एक-दूसरे को बहुत अच्छे से सपोर्ट करती हैं।"
"और अगर इस सीज़न को देखें, तो कई बार ऐसा हुआ है कि मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया, लेकिन उन्होंने मुझे सपोर्ट किया। या अगर किसी और का दिन अच्छा नहीं गया, तो बाकी गेंदबाज़ों ने ज़िम्मेदारी ली। तो हम एक-दूसरे को बैक कर रहे हैं और यह बहुत अच्छा संकेत है।"
भुवनेश्वर ने असली प्रभाव दिल्ली में दिखाया, जब उन्होंने RCB की जीत में बड़ी भूमिका निभाई। इस मैच में उन्होंने केएल राहुल, अशुतोष शर्मा और ट्रिस्टन स्टब्स को आउट कर 33 रन देकर 3 विकेट लिए। राहुल और अशुतोष 17वें ओवर में आउट हुए और स्टब्स 20वें ओवर में। इस सीज़न में डेथ ओवर्स में भुवनेश्वर ने 11 ओवर में 5 विकेट लिए हैं और उनकी इकॉनॉमी 10.09 की रही है।
2016 और 2017 में लगातार दो सीज़न पर्पल कैप जीतने वाले इकलौते गेंदबाज़ भुवनेश्वर ने कहा, "डेथ गेंदबाज़ी एक तरह की प्रवृत्ति होती है। ये मैच की स्थिति और आपकी सोच पर निर्भर करता है। जब टीम मीटिंग होती है, तब आप कुछ खास योजनाएं बनाते हैं। लेकिन मैदान पर कई बार आप कुछ अलग करते हैं, क्योंकि तब आपकी इंस्टिंक्ट वहां काम करती है।"
"कभी-कभी परिस्थिति सामान्य होती है, लेकिन आपको लगता है कि बल्लेबाज़ कुछ अलग करने वाला है। तभी हम उसे प्रोएक्टिव रहना कहते हैं- बल्लेबाज़ से एक कदम आगे। कभी-कभी ये काम नहीं करता, लेकिन जब तक आप प्रोएक्टिव हैं और बल्लेबाज़ को वही करने पर मजबूर कर रहे हैं, जो आप चाहते हैं, तब तक आप खेल में ऊपर रहते हैं।"