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नामीबिया ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ कैसे पलटा पासा

कप्तान एरार्ड इरास्मस का कहना है कि पिछले टी20 विश्व कप के अनुभव से उन्हें फ़ायदा मिला

The Namibian team was a happy bunch after their win over Sri Lanka, Sri Lanka vs Namibia, Men's T20 World Cup 2022, 1st Round, Group A, Geelong, October 16, 2022

श्रीलंका पर अप्रत्याशित जीत के बाद नामीबियाई खिलाड़ी  •  Getty Images

आज से लगभग साल भर पहले श्रीलंका ने टी20 विश्व कप के अपने पहले मुक़ाबले में नामीबिया को 96 पर ढेर करके सात विकेट से जीत हासिल की थी। 365 दिन भी नहीं बीते और नामीबिया ने पासा पलटते हुए श्रीलंका को 55 रनों से हराकर अपने टी20 विश्व कप अभियान की शुरुआत की।
अंतर क्या था - 12 महीने? लेकिन ये केवल 12 महीने नहीं थे, ये नामीबियाई टीम के लिए ज़बरदस्त विकास का साल रहा।
नामीबिया के कप्तान एरार्ड इरास्मस ने कहा, "पिछले साल अधिक प्रचार और वास्तव से ज़्यादा विश्वास था, इस वर्ष कुछ और (जानना) था कि हम उस स्तर से ख़ुद को जोड़कर देख सकते हैं। मानसिक रूप से हम उस स्तर से ख़ुद को जोड़कर देख सकते हैं। अब हम शारीरिक स्तर और कुशलता से भी उस स्तर से जोड़कर देख सकते हैं।"
2021 में उस बड़ी हार के बाद नामीबिया ने ग्रुप स्टेज में ज़बरदस्त वापसी की और सुपर 12 के लिए क्वालिफ़ाई किया। सुपर 12 में उन्होंने साथी एसोसिएट स्कॉटलैंड को हराया लेकिन बड़ी टीमों ने उन्हें अपने तूफ़ान में उड़ा दिया। वे अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड से 45 रन या उससे अधिक के अंतर से और भारत से नौ विकेट से हारे और सबक सीखा।
इरास्मस ने कहा, "हम पहले भारत, पाकिस्तान, इन सभी टीमों के साथ खेल चुके हैं। हमने इसे देखा, इसका स्वाद चखा और उनके एक क़दम और क़रीब आकर उस अंतर को बंद कर दिया और वास्तविक अनुभव प्राप्त किया कि यह कैसा होता है। इसने हमें इस बार विश्वास दिलाया।"
फिर भी अगर नामीबिया में कोई झूठी शान थी तो अख़बारों ने उन्हें धरती पर उतार दिया, जिन्होंने उन्हें श्रीलंका को हराने का "लगभग 11% मौक़ा" दिया।
इरास्मस ने कहा, "जैसे ही हमें पता चला, इसने हमें फिर से अंडरडॉग महसूस कराया। आज हम इस स्तर पर खेलने के अपने पुराने अनुभव को साथ लेकर श्रीलंका के साथ क़दम से क़दम मिलाकर मैदान में उतरे।"
नामीबिया पांच ओवर के अंदर तीन विकेट गंवाकर 35 पर था और 15 ओवर की समाप्ति के बाद 93 पर 6 था। इसके बाद नामीबिया ने अपने किए गए विकास को दिखाया। यान फ़्रायलिंक और जेजे स्मिट ने श्रीलंकाई आक्रमण पर हमला बोला जो डेथ ओवरों में धीमी और छोटी लेंथ की गेंदबाज़ी कर रहे थे। इन दोनों की साझेदारी ने नामीबिया को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया।
इरास्मस ने कहा, "पिछले साल के विश्व कप के अनुभवों ने हमें समझ दिया कि इस उच्च स्तर पर टक्कर देने के लिए हमें किस प्रकार के कौशल की आवश्यकता है। गेंद की गति अधिक है, कौशल की क्वालिटी शानदार है। हमने आज पावरप्ले में कुछ बाउंड्री लगाए जो स्क्वेयर के पीछे से गए। हम मिस्ट्री स्पिन और हसरंगा को मिडिल ओवरों और बाद के ओवरों में खेलने में काफ़ी सहज थे। गेंद को थोड़ा ज़ोर से मार रहे थे। इस प्रकार के कौशल हमने पिछले 12 महीनों में पाया है।"
उन 12 महीनों में नामीबिया के पास अपने नए कौशल का परीक्षण करने के कई अवसर थे। इस साल नामीबिया ने युगांडा और ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ मैच खेलने के अलावा घरेलू टी20 त्रिकोणीय सीरीज़ का आयोजन किया, जिसमें लाहौर क़लंदर्स (पाकिस्तान) और लायंस (साउथ अफ़्रीका) शामिल हुए। नामीबियाई से टीम थी रिचेल्यू इगल्स और इसमें इरास्मस सहित विश्व कप दल के कई खिलाड़ी शामिल थे। इरास्मस इस सीरीज़ में तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे
इरास्मस ने कहा, "हमने 12 महीने की अवधि में अपनी तैयारी पर कड़ी मेहनत करने की कोशिश की है।"
नामीबिया ने छोटी गेंदों को खेलने के तरीक़ों पर ख़ूब काम किया। क्योंकि नामीबिया को इस विश्व कप में छोटी गेंदों पर सबसे बड़ी परीक्षा होने की उम्मीद की थी। यान निकोल लॉफ़्टी-इटन ने बताया, "हमने सिंथेटिक विकेटों पर अभ्यास किया। घर पर ऐस्ट्रो-टर्फ़ और सीमेंट के विकेटों पर हमने छोटी गेंद के लिए अभ्यास किया क्योंकि हम जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में उछाल थोड़ा अधिक होता है।"
जितना संभव हो सके ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों के लिए तैयारी करने के प्रयास के अलावा, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों और छोटी गेंद की हर बारीक़ी से भली-भांती वाकिफ़ अपने सहायक कोच ऐल्बी मॉर्केल के भाई मॉर्ने मॉर्कल को भी अपने साथ जोड़ा।
मॉर्कल का सामना करने से बल्लेबाज़ों के कौशल में सुधार करने में मदद मिलती और गेंदबाज़ों को भी उन्होंने काफ़ी सहायता की और यह दिखा भी। नामीबियाई तेज़ गेंदबाज़ ऑफ़ स्टंप की लाइन में लगातार हार्ड लेंथ गेंदबाज़ी करते रहे और श्रीलंका को ढेर होने पर मजबूर किया। गेंदबाज़ों ने 2021 के विपरीत नामीबिया को एकदम सही शुरुआत दी।
पिछले साल श्रीलंका से हारना उत्प्रेरक था जिसने नामीबिया को अपने खेल को ऊपर ले जाने और सुपर 12 में जाने के लिए प्रेरित किया; इस साल उन्हें हराकर वही काम करना है। यह तीन मैचों में से केवल पहला मैच है और नामीबिया अपनी जीत को हल्के में लेने का जोख़िम नहीं उठा सकता।

फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।