तेंदुलकर : बुमराह की जगह शमी सही विकल्प
पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ ने अर्शदीप सिंह की भी तारीफ़ की
पीटीआई
17-Oct-2022
मोहम्मद शमी ने वापसी तो बहुत अच्छी की है, देखना होगा टी20 विश्व कप कैसा जाएगा • AFP/Getty Images
जसप्रीत बुमराह का नहीं होना भारत का बड़ा नुकसान है लेकिन मोहम्मद शमी जिनके पास गति और कौशल है वह टी20 विश्व कप में अच्छा कर सकते हैं। यह मानना है पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर का।
कमर में फ़्रैक्चर के बाद बुमराह अनिश्चितकाल समय के लिए बाहर हो गए हैं और विश्व कप में उनकी जगह शमी को लिया गया जो यूएई में विश्व कप के बाद से कोई भी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेले।
हालांकि, अभ्यास मैच में सोमवार को ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उन्होंने सभी संशयों को दूर कर दिया और 20वें ओवर में तीन विकेट निकालकर भारत को छह रन से जीत दिला दी।
तेंदुलकर ने पीटीआई से कहा, "बुमराह का नहीं होना बड़ा नुकसान है और हमें स्ट्राइकर गेंदबाज़ की ज़रूरत है। एक ऐसा गेंदबाज़ जिसके पास गति हो और जो बल्लेबाज़ों पर आक्रमण कर सके और विकेट ले सके। शमी ने साबित कर दिया है और वह एक अच्छा विकल्प हैं।"
तेंदुलकर बायें हाथ के युवा तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह से भी प्रभावित दिखे जिन्होंने छोटे से अंतर्राष्ट्रीय करियर में कई का दिल जीता है।
उन्होंने कहा, "अर्शदीप ने बहुत कुछ साबित किया है और वह संतुलित लड़का है। और जभी मैं उसको देखता हूं तो वह समर्पित लड़का दिखता है क्योंकि आप एक खिलाड़ी को देख सकते हैं और आप उसके माइंड सेट को देख सकते हो।"
तेंदुलकर के लिए एक ख़ास प्लान पर बने रहना बेहद अहम बात है।
दिग्गज बल्लेबाज़ ने कहा, "जो मुझे बहुत पसंद आया है वह यह है कि अर्शदीप के पास एक प्लान है और वह उस पर ही बने रहता है और यह इस प्रारूप में बेहद ही
अहम है क्योंकि बल्लेबाज़ अलग तरह के शॉट खेलते हैं। तो अगर आपके पास प्लान है तो आप उस पर बने रहिए।"
ऑस्ट्रेलिया के मैदान बड़े हैं और यहां पर स्पिनरों पर रन बनाना मुश्किल है।
इस पर तेंदुलकर ने कहा कि किसी भी कप्तान को अपने स्पिनरों को प्लेयिंग इलेवन में चुनना चाहिए, क्योंकि मैदान की संरचना इस तरह से है।
उन्होंने कहा, "आप जब टर्न अंदर की ओर होती है तो उसको खेलने के आदी होते हैं ना कि बाहर जाने वाली गेंद पर, कुछ बल्लेबाज़ ऐसा कर पाते हैं जो टर्न के बाहर जाते मार पाते हैं। आम तौर पर कप्तान मैदान की संरचना पर जाते हैं और देखते हैं कि कौन सा गेंदबाज़ ऑफ़ स्पिनर, लेग स्पिनर या बायें हाथ का स्पिनर खिलाना चाहिए। आपको स्पिनर को चुनने से पहले मैदान की संरचना को देखना होगा।"
साथ ही उन्होंने कहा कि बायें और दायें हाथ का संयोजन गेंदबाज़ों को असंतुलित करता है। बता दें कि भारतीय टीम में शीर्ष छह में सारे बायें हाथ के बल्लेबाज़ हैं और अगर ऋषभ पंत टीम में नहीं होते हैं तो केवल अक्षर पटेल ही बायें हाथ के बल्लेबाज़ बचते हैं।
तेंदुलकर टीम संतुलन पर तो कोई कमेंट नहीं करना चाहते लेकिन लगता है कि टीम में बायें हाथ के बल्लेबाज़ होने से विविधता आती है।
उन्होंने कहा "बिल्कुल बायें हाथ के बल्लेबाज़ विविधता लाते हैं, गेंदबाज़ों को मुश्किल होती है, क्षेत्ररक्षण को मुश्किल होती है और अगर लगातार स्ट्राइक बदलती है तो कोई भी गेंदबाज़ इससे ख़ुश नहीं होता है।"
"मैं शीर्ष तीन पर कुछ नहीं कह सकता। आप हमेशा एक यूनिट की तरह से खेलते हैं और जो अच्छी जानी चाहिए। एक यूनिट के तौर पर आपको पहचानना होता है कि किस स्थान पर कौन अच्छा कर सकता है और विरोधी टीम की ताक़त को देखना होता है।"