विराट कोहली और
गौतम गंभीर अब आईपीएल टीमों के कप्तान नहीं हैं। लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच हुए
मैच में उनके बीच फिर से तकरार देखने को मिली। इस कम स्कोर वाले मैच में बेंगलुरु ने लखनऊ को उनके घर में 18 रन से हराया। 10 साल पहले कोलकाता नाइट राइडर्स और बेंगलुरु के बीच हुए
मैच में भी कोहली और गंभीर के बीच तकरार देखने को मिली थी, तब दोनों अपनी-अपनी टीमों के कप्तान थे। अब कोहली बेंगलुरु के विशेषज्ञ बल्लेबाज़ हैं, जबकि गंभीर संन्यास ले चुके हैं और लखनऊ फ़्रैंचाइज़ी के मेंटॉर हैं।
सोमवार को हुए मैच में जब दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में हाथ मिला रहे थे, तब लखनऊ के तेज़ गेंदबाज़
नवीन-उल-हक़ और कोहली के बीच कुछ बहस हुई। इसके बाद गंभीर और कोहली भी जुबानी भिड़ंत में भिड़ पड़े। कुछ देर बाद गंभीर को आक्रामक तरीक़े से कोहली की तरफ़ आता हुआ देखा गया। इसमें लखनऊ के कुछ खिलाड़ी भी उनके साथ थे। घायल कप्तान
केएल राहुल भी ऐसा करते हुए दिखे। हालांकि कोहली इस दौरान शांत दिखे। उन्होंने गंभीर के कंधे पर भी हाथ रखकर उन्हें शांत करने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद दोनों के बीच जुबानी संघर्ष और भी कठोर हो गया। अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा को दोनों के बीच आना पड़ा और उन्होंने दोनों को अलग किया।
इस कृत्य के लिए कोहली और गंभीर दोनों को मैच फ़ीस का 100-100% का जुर्माना लगा है, वहीं नवीन पर भी 50% का जुर्माना लगाया गया है। इस मैच के दौरान कोहली फ़ील्ड में अति उत्साहित दिखे। क्रुणाल पंड्या का कैच लपकने के बाद कोहली ने अपने मुंह पर उंगली रख ली, मानो वह गंभीर को जवाब दे रहे हो। बेंगलुरु में आरसीबी के ख़िलाफ़ रोमांचक मैच में
आख़िरी गेंद पर जीत हासिल करने के बाद गंभीर ने भी कुछ ऐसा ही किया था और बेंगलुरु के दर्शकों को चुप कराया था। इसके बाद 17वें ओवर में कोहली और नवीन के बीच बहस हुई। तब भी मिश्रा और अंपायर ने दोनों के बीच, बचाव किया था।
इस बीच ट्वीटर पर भी दोनों टीमों के बीच तकरार देखने को मिली। बेंगलुरु के ट्वीटर हैंडर ने लखनऊ के एक पुराने ट्वीट को रिट्वीट किया था जिसमें लिखा था 'प्ले बोल्ड', जो कि बेंगलुरु टीम का धेय्य वाक्य है। बेंगलुरु ने इसे रिट्वीट करते हुए लिखा, 'अदब से हराए', जो कि लखनऊ टीम का जिंगल है। इसके बाद बेंगलुरु के ट्वीटर आईडी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, "What goes around comes around, जिसका अर्थ है जैसा काम करोगे वैसा ही फल मिलेगा।"
बेंगलुरु टीम की सोशल मीडिया की तरफ़ से इस जीत के बाद एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें कोहली कहते हुए दिखे, "यह एक मीठी जीत थी। अगर कोई चीज़ आप देते हैं, तो आपको उसे वापस भी लेना होता है।"
कोहली ने आगे कहा, "यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी। हमें दर्शकों द्वारा घरेलू टीम से अधिक समर्थन मिला, जो कि अविश्वसनीय है। यह दिखाता है कि एक टीम के रूप में हमें कितना पसंद किया जाता है और लोग स्टेडियम आकर हमारा समर्थन करते हैं। यह एक मीठी जीत है, जो कई कारणों से बहुत महत्वपूर्ण है। हमें विश्वास था कि हम ऐसा कर सकते हैं।"
कोहली का समर्थन करते हुए बेंगलुरु के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी कहते हैं, "यही विराट का सर्वश्रेष्ठ रूप है। वह जब मैदान पर उत्साहित रहते हैं, तब अपने सर्वश्रेष्ठ पर होते हैं। ऐसे मैच का हिस्सा होना बेहतरीन है। मेरा काम है कि मैं मैदान पर चीज़ों को शांत रखूं, जो मेरे ख़्याल से मैंने सही ढंग से किया।"
बेंगलुरु के क्रिकेट निदेशक
माइक हेसन ने भी स्वीकार किया कि इस मैच में जो हुआ, उसे पहले मैच में हुई घटना की प्रतिक्रिया की तरह देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, "चिन्नास्वामी में आख़िरी गेंद पर हारने के बाद हम इस जीत के लिए तड़प रहे थे। इसलिए मैदान पर कुछ उबलने वाली घटनाएं हुईं।"