22 अप्रैल : दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स, वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई
सुरक्षित एकादश : जॉस बटलर (कप्तान), पृथ्वी शॉ, डेविड वॉर्नर (उपकप्तान), ऋषभ पंत, शिमरॉन हेटमायर, संजू सैमसन, ललित यादव, अक्षर पटेल, युज़वेंद्र चहल, कुलदीप यादव, ख़लील अहमद
छह मैचों में दो शतक के साथ बटलर के नाम 375 रन हैं। वह जिस तरह की फ़ॉर्म में हैं, कोई भी उन्हें कप्तान बनाना चाहेगा। वानखेड़े में भी उनका रिकॉर्ड बहुत बेहतरीन है और 22 मैचों में उनके नाम 146.94 के स्ट्राइक रेट से 626 रन है।
डेविड वॉर्नर पिछली तीन पारियों में लगातार तीन अर्धशतक [60*(30), 66(38) और 61(45)] बना चुके हैं। राजस्थान के ख़िलाफ़ भी उनका रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है और पिछले चार मैचों में उन्होंने 142.34 के स्ट्राइक रेट से 158 रन बनाए हैं।
युज़वेंद्र चहल : छह मैचों में 17 विकेट लेकर चहल इस सीज़न के पर्पल कैपधारी हैं। पिछले मैच में तो उन्होंने कमाल करते हुए हैट्रिक समेत पांच विकेट लिए थे। वानखेड़े स्टेडियम में भी जब उन्होंने पिछला मैच खेला था, तो उनके आंकड़े 4/41 थे।
शिमरॉन हेटमायर : हेटमायर की निरंतरता इस आईपीएल की अब तक की सबसे बड़ी क़ामयाबी है। छह पारियों में उनके नाम लगातार 25+ का स्कोर है। डेथ ओवर में तो वह और भी शानदार रहे हैं और इस दौरान उनके नाम 62 गेंदों में 249.18 के स्ट्राइक रेट से 152 रन हैं। इस दौरान वह सिर्फ़ दो बार आउट हुए हैं।
ख़लील अहमद : दिल्ली कैपिटल्स में आने के बाद ख़लील अहमद का फ़ॉर्म बेहतरीन रहा है और उन्होंने पांच पारियों में 10 विकेट लिए हैं। वानखेड़े स्टेडियम में भी उनके नाम दो मैच में चार विकेट हैं।
अक्षर पटेल : इस टूर्नामेंट में अक्षर की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही थी, लेकिन धीरे-धीरे वह फ़ॉर्म में आ रहे हैं। पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ पिछले मैच में उन्होंने दो विकेट लिए थे। इसके अलावा वह बल्लेबाज़ी में भी अपना योगदान दे सकते हैं। राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड बेहतरीन है और उनके नाम 11 मैचों में 6.76 की इकॉनमी से 12 विकेट हैं।
यह एकादश होगा बड़ा दांव : जॉस बटलर (कप्तान), संजू सैमसन, ऋषभ पंत, डेविड वॉर्नर, शिमरॉन हेटमायर (उपकप्तान), सरफ़राज़ ख़ान, ललित यादव, युज़वेंद्र चहल, ख़लील अहमद, मुस्तफ़िज़ुर रहमान, ओबेद मकॉए