31 गेंदों पर नाबाद 70 रन बनाकर रसल ने अपनी टीम को जीत दिलाई • BCCI
कोलकाता नाइट राइडर्स 141 पर 4 (रसल 70*, श्रेयस 26, चाहर 2-13) ने पंजाब किंग्स 137 (राजापक्षा 31, उमेश 4-23) को 6 विकेट से हराया
इस सीज़न की दो धाकड़ टीमों ने एक के बाद एक, एक दूसरे पर वार किया लेकिन अंत में टॉस की तरह मैच में भी पंजाब किंग्स को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
ओस और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को मिलने वाले फ़ायदे को काटने के लिए पंजाब ने पहली गेंद से आक्रामक रुख़ अपनाया। दुर्भाग्यपूर्ण रूप से वह उनके पक्ष में नहीं गया और 10 गेंदें शेष रहते पूरी टीम 137 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। 51 रनों पर चार विकेट गंवाने के बावजूद केकेआर ने 15वें ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया।
चयन से ही केकेआर ने आक्रामक रवैया अपनाया जब उन्होंने अपने विकेटकीपर को हटाकर एक अतिरिक्त गेंदबाज़ खिलाया। हर बार जब पंजाब ने हावी होने की कोशिश की, तब उन्होंने विकेट झटके और पहले 17 ओवरों के भीतर उन्होंने अपने चार गेंदबाज़ों के ओवर समाप्त कर दिए। 51 पर चार की मुश्किल स्थिति में आंद्रे रसल संकटमोचक बने और नाबाद 70 रनों के साथ उन्होंने अपनी टीम को जीत दिलाई।
दे दना दन
रसल के बल्ले से आठ छक्के निकले लेकिन मैच के बाद उन्होंने बताया कि केवल एक छक्का सही तरीक़े से बल्ले से निकला था। इसका मतलब यह था कि अगर पंजाब के किंग्स एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा करते तो केकेआर के लिए मुश्किल हो सकती थी, लेकिन पावर हिटर्स से भरी यह टीम सम्मानजनक स्कोर से संतुष्ट नहीं होने वाली थी। मयंक अग्रवाल पहले ओवर में आड़े बल्ले से खेलने के प्रयास में पगबाधा हुए। भानुका राजापक्षा ने आतिशी पारी खेलते हुए नौ गेंदों पर 31 रन बनाए लेकिन शिवम मावी ने वापसी करते हुए उन्हें चलता किया। इसके बाद टिम साउदी ने धीमी गति की ऑफ़ कटर गेंद पर शिखर धवन को फंसाया और पावरप्ले में 62 रन जोड़ने वाली पंजाब की टीम को तीसरा झटका दिया।
चक्रवर्ती और नारायण ने बुना फिरकी का जाल
इन तीन ओवरों की इतनी चर्चा नहीं होगी लेकिन पांचवें, छठे और सातवें ओवर में केवल 16 रन देकर सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती ने छठे गियर में चल रही पंजाब की पारी पर ब्रेक लगाया।
उत्तम दर्जे के उमेश
इस समय श्रेयस ने छठे गेंदबाज़ से एक या दो ओवर निकालने की कोशिश नहीं की। उन्होंने इस सीज़न में सर्वाधिक विकेट लेने वाले उमेश यादव को गेंद थमाई। उमेश ने लियम लिविंगस्टन को चलता किया जिसके बाद नारायण ने राज बावा को अपना शिकार बनाया। 10वें ओवर में 85 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद पंजाब किंग्स को बैकफ़ुट पर जाना पड़ा और उन्होंने ओडीन स्मिथ को अंत तक बचाकर रखने का निर्णय लिया।
फिर एक बार नारायण और चक्रवर्ती ने सटीक गेंदबाज़ी के साथ दबाव बनाया। इस दबाव में आकर शाहरुख़ ख़ान साउदी की पहली गेंद पर प्रहार करने गए और यह उनके पतन का कारण बना। श्रेयस ने फिर एक बार उमेश को गेंद पकड़ाई और उन्होंने हरप्रीत बराड़ और राहुल चाहर को बाहर का रास्ता दिखाया। 15वें ओवर में 102 पर आठ विकेट गंवाने के बाद पंजाब को ऑलआउट साफ़ नज़र आ रहा था।
किंग बनकर चमके रबाडा
श्रेयस को लगा कि वह मावी का इस्तेमाल किए बिना ही पंजाब को समेट देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चक्रवर्ती की गेंदों को पढ़ने में असफल होने वाले रबाडा को साउदी की अतिरिक्त गति भा गई और उन्होंने 16 रन बटोरे। मावी भी इसी हवा में बह गए और रबाडा ने पंजाब को 135 तक पहुंचाया।
दे दना दन (दोबारा)
अजिंक्य रहाणे ने पहले ओवर में दो चौके जड़े और अगले ओवर में वह आउट हुए। वेंकटेश अय्यर ने कवर प्वाइंट की दिशा में बड़ा शॉट लगाने का प्रयास किया और वह भी पीछे-पीछे चल दिए। श्रेयस ने 11 गेंदों पर 26 रन बनाए लेकिन फिर एक बार चाहर ने उन्हें अपना शिकार बनाया। इसके बाद चाहर ने नीतीश राणा को पगबाधा कर केकेआर को कठिन स्थिति में डाल दिया था।
सुरक्षित केकेआर का हाल, रसल ने किया कमाल
ऐसा हर दिन नहीं होता जब रसल को 10वें ओवर के पहले ही बल्लेबाज़ी करने उतरना पड़ता है। उनके अनुसार 15वां ओवर बल्लेबाज़ी में उनके लिए सही स्थान है जब पांच ओवर शेष हो। तो आठवें ओवर में आने के बाद रसल ने क्या किया? अगले पांच ओवरों में मैच को रफ़ा-दफ़ा कर दिया।
चाहर की गेंदों को पूरा सम्मान देते हुए उन्होंने धीमी शुरुआत की। लेकिन यह तूफ़ान से पहले की ख़ामोशी थी। इस ख़ामोशी का लाभ उठाने के लिए विपक्षी कप्तान ने हरप्रीत को गेंद दी और वहां से रसल ने तेज़ी पकड़ी। उन्होंने दो छक्के लगाकर आवश्यक रन रेट को क़ाबू में किया और फिर जीत दिलाकर ही वह नाबाद पवेलियन लौटे।