बड़ी तस्वीर
20 सितंबर, 2020। किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) बनाम दिल्ली कैपिटल्स। दुबई का मैदान और पंजाब के लिए सीज़न की शुरूआत। आख़िरी चार गेंदों में पंजाब को पांच रन की जरूरत। ओवर की तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल ने मॉर्कस स्टॉयनिस को वाइड लांग ऑफ़ पर चौका मारा। अब तीन गेंद पर पंजाब को बस एक रन चाहिए थे। लेकिन पंजाब यह ज़रूरी रन नहीं बना सकी और मैच टाई होकर सुपर ओवर में गया, जहां पंजाब को हार का सामना करना पड़ा।
10 अक्टूबर 2020। इस बार पंजाब के सामने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर)। पंजाब को 18 गेंदों में 22 रन की ज़रूरत, 9 विकेट शेष। कप्तान केएल राहुल 70 रन बनाकर क्रीज़ पर, लेकिन फिर भी वह इसे बना पाने में सफल नहीं हुए। इसके बाद पंजाब प्ले ऑफ़ के लिए क्वालीफ़ाई करने में असफल हो गई।
21 सितंबर, 2021। किंग्स इलेवन का नाम बदल कर पंजाब किंग्स हो गया था, लेकिन टीम की क़िस्मत अभी भी नहीं बदली। उनके हाथ में आठ विकेट थे और अंतिम दो ओवर में सिर्फ़ 8 रन की ज़रूरत थी। लेकिन फिर भी वह जीत को गले नहीं लगा पाए।
कहा जा रहा है कि टी20 मैचों में ऐसे क़रीबी और रोमांचक मैच होते रहते हैं और पंजाब के साथ ऐसा हो रहा है, तो यह महज़ एक संयोग हैं। लेकिन दूसरी तरफ़ एक तर्क यह भी है कि पंजाब ऐसे मौक़ों पर रणनीतिक भूल कर रहा है, इसलिए टीम को हार का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसा महज़ संयोग हो या रणनीतिक भूल लेकिन पंजाब अपने साथ बार-बार ऐसा नहीं होने देना चाहेगा। ख़ासकर तब जब अभी इस साल उसके प्ले ऑफ़ में पहुंचने की संभावना बनी हुई है। हालांकि अंक तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर होने के कारण यह संभावना बहुत कम ही है।
ऐसा इसलिए भी है क्योंकि अंक तालिका में सबसे नीचे की टीम सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए यह बहुत ही दयनीय सीज़न रहा है। इस सीज़न के 8 मैचों में उसे सिर्फ़ एक में जीत मिली है। उनके मध्य क्रम ने बहुत ही ख़राब प्रदर्शन किया है और टीम प्रंबंधन भी हताश नज़र आ रही है। यही कारण है कि टीम ने इस साल 22 खिलाड़ियों को रिटेन करते हुए सिर्फ़ तीन नए खिलाड़ियों को साइन किया, जिसमें सिर्फ़ एक मध्य क्रम का बल्लेबाज़ था।
सनराइज़र्स हैदराबाद ने कोविड पॉज़िटिव हुए टी नटराजन की जगह नेट गेंदबाज जम्मू कश्मीर के
उमरान मलिक को टीम में लिया है। हालांकि अंतिम एकादश में उनके चुने जाने की संभावना बहुत कम ही है।
सनराइज़र्स हैदराबाद: डेविड वॉर्नर, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), केन विलियमसन (कप्तान), मनीष पांडे, केदार जाधव, अब्दुल समद, जेसन होल्डर, राशिद ख़ान, भुवनेश्वर कुमार, संदीप शर्मा, ख़लील अहमद
किंग्स इलेवन पंजाब: केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), मयंक अग्रवाल, एडन मारक्रम, निकोलस पूरन, दीपक हुड्डा, फ़ेबियन ऐलेन, आदिल रशीद, हरप्रीत बराड़, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी, इशान पोरेल
आईपीएल में राशिद ख़ान ने केएल राहुल को तीस गेंदो में
तीन बार आउट किया है। वह इस रिकॉर्ड को और बेहतर करना चाहेंगे।
रवि बिश्नोई ने डेविड वॉर्नर को अंतिम दो मुक़ाबलों में
दो बार आउट किया है। जिस तरह से अपने अंतिम मैच में पंजाब ने फ़ेबियन ऐलन को गेंदबाज़ी करने का मौक़ा नहीं दिया और आदिल रशीद 3 ओवर में 35 रन देकर महंगे साबित हुए, तो इनमें से किसी एक की जगह क्रिस गेल को मौक़ा मिल सकता है और लेग स्पिन विकल्प के तौर पर एक भारतीय गेंदबाज़ रवि बिश्नोई खेल सकते हैं।
2019 से मनीष पांडे (148.62) और ऋद्दिमान साहा (147.10) का
पॉवरप्ले में स्ट्राइक रेट बहुत बेहतरीन रहा है। हाल के कुछ समय में मनीष पांडे मध्यक्रम में धीमे साबित हुए हैं। यह एक रणनीति हो सकती है कि टीम साहा और मनीष के साथ ओपनिंग के लिए जाए और वॉर्नर को मध्य क्रम में भेजा जाए। उनकी बाए हाथ की बल्लेबाज़ी पंजाब किंग्स के स्पिनरों के ख़िलाफ़ बेहतरीन साबित हो सकती है। हालांकि इसकी संभावना बहुत ही कम है