एशियाई खेल : जानिए महिला क्रिकेट में भारत की स्वर्ण पदक जीतने की कितनी संभावना है
एशियन गेम्स में महिला क्रिकेट से जुड़े कठिन सवालों का आसान जवाब
जुईली बल्लाल
20-Sep-2023
भारतीय बल्लेबाज़ी के साथ ही पहले दो मैचों में कप्तानी की ज़िम्मेदारी लेंगी स्मृति मांधना • Getty Images
इस साल महिला क्रिकेट चीन में खेले जाने वाले एशियाई खेलों का हिस्सा होगा। 19 से 25 सितंबर तक नौ टीमें - इंडोनेशिया, मंगोलिया, हॉन्ग कॉन्ग, मलेशिया, थाईलैंड, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश - 11 टी20 मैच खेलेंगीं। सभी मैच हांगज़ू के पिंगफ़ेंग परिसर क्रिकेट फ़ील्ड में खेले जाएंगे।
फ़ॉर्मैट कैसा होगा?
इन आठ टीमों में से शीर्ष की चार टीमें - भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश - सीधे क्वार्टरफ़ाइनल में खेलेंगी। इसके अलावा थाईलैंड, इंडोनेशिया और मलेशिया की टीमें क्वार्टर फाइनल पहुंचेंगी, जबकि आख़िरी स्थान के लिए हॉन्ग कॉन्ग को मंगोलिया को हराना पड़ा है। भारत का पहला मुक़ाबला मलेशिया के साथ होगा।
भारत के स्वर्ण पदक जीतने की कितनी संभावना है?
वैसे काग़ज़ पर संभावनाएं प्रबल दिखती हैं, क्योंकि एशिया कप में अपने शानदार रिकॉर्ड की बदौलत भारत ने 2004 से एशियाई स्तर पर अपना दबदबा बनाए रखा है। एशिया कप के आठ संस्करणों में से भारत ने सात जीते, हालांकि वह 2018 में बांग्लादेश के विरुद्ध फ़ाइनल हारे थे। एशिया कप को 2012 में 50 ओवर के प्रारूप से टी20ई में बदल दिया गया था और तब से भारत ने चार में से तीन संस्करण जीते हैं।
महिला टी20आई रैंकिंग को देखते हुए भारत चौथे नंबर पर है। एशियाई खेलों में शेष सात टीमों में से मंगोलिया महिला क्रिकेट की शीर्ष 70 टी20ई टीमों की सूची में भी शामिल नहीं है। अन्य छह टीमों में पाकिस्तान सातवें, श्रीलंका आठवें, बांग्लादेश नौवें, इंडोनेशिया 21वें, हॉन्ग कॉन्ग 22वें और मलेशिया 27वें स्थान पर है।
इसके अलावा, आमने-सामने के आंकड़े भी भारत के पक्ष में हैं। भारत का बांग्लादेश के ख़िलाफ़ जीत-हार का अनुपात 13-3, मलेशिया के विरुद्ध 2-0, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 11-3 और श्रीलंका के साथ 18-4 का है। हालाँकि, भारत ने इंडोनेशिया, मंगोलिया, मलेशिया और हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध कभी नहीं खेला है, जिसका मतलब है कि एशियाई खेलों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए इनमें कोई एक या अधिक टीमें सरप्राइज़ पैकेज साबित हो सकती हैं।
महिला टी20आई रैंकिंग को देखते हुए भारत चौथे नंबर पर है। एशियाई खेलों में शेष सात टीमों में से मंगोलिया महिला क्रिकेट की शीर्ष 70 टी20ई टीमों की सूची में भी शामिल नहीं है। अन्य छह टीमों में पाकिस्तान सातवें, श्रीलंका आठवें, बांग्लादेश नौवें, इंडोनेशिया 21वें, हॉन्ग कॉन्ग 22वें और मलेशिया 27वें स्थान पर है।
इसके अलावा, आमने-सामने के आंकड़े भी भारत के पक्ष में हैं। भारत का बांग्लादेश के ख़िलाफ़ जीत-हार का अनुपात 13-3, मलेशिया के विरुद्ध 2-0, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 11-3 और श्रीलंका के साथ 18-4 का है। हालाँकि, भारत ने इंडोनेशिया, मंगोलिया, मलेशिया और हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध कभी नहीं खेला है, जिसका मतलब है कि एशियाई खेलों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए इनमें कोई एक या अधिक टीमें सरप्राइज़ पैकेज साबित हो सकती हैं।
मतलब स्वर्ण पदक नहीं, तो कुछ भी नहीं?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम पिछले दो दशकों में कई मौकों पर वैश्विक आयोजनों में चैंपियनशिप जीतने के क़रीब पहुंची है, जिसमें 2005 और 2017 में 50-ओवर के विश्व कप फ़ाइनल, 2020 में टी20 विश्व कप फ़ाइनल और 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों का फ़ाइनल शामिल है। इस वर्ष एशियाई खेलों के लिए चयनित टीम मुख्य रूप से सभी मामलों में मज़बूत है। बल्लेबाज़ी का दारोमदार शेफ़ाली वर्मा, स्मृति मांधना और जेमिमाह रोड्रिग्स पर है। फिर दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य और अमनजोत कौर जैसे बेहतरीन ऑलराउंडर हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में ऋचा घोष को शामिल करने से बल्लेबाज़ी की गहराई और टीम की खेल खत्म करने की क्षमता मज़बूत होगी। स्पिन विभाग का नेतृत्व अनुभवी राजेश्वरी गायकवाड़ करेंगी, उनके साथ मिन्नू मणि और बरेड्डी अनुशा जैसे युवा खिलाड़ी होंगे।
अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ों की ग़ैरमौजूदगी में तितास साधु पर निगाहें रहेंगी•ICC/Getty Images
हालांकि तेज़ गेंदबाज़ी को देखते हुए भारतीय प्रशंसक चिंतित हो सकते हैं क्योंकि रेणुका सिंह ठाकुर, मेघना सिंह और शिखा पांडे जैसे अनुभवी नाम ग़ायब हैं। पूजा वस्त्रकर को तेज गेंदबाज़ी में अहम भूमिका निभानी होगी। बाएं हाथ की तेज गेंदबाज अंजलि सरवानी चोटिल होने के कारण पूजा को टीम में शामिल किया गया है। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि तितास साधु, उमा छेत्री और कनिका आहूजा को अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने का मौक़ा मिलता है या नहीं।
हरमनप्रीत कौर कहां गईं?
टीम की काम शुरुआती दो मैचों में स्मृति मंधाना के पास रहेगी। दरअसल जुलाई में भारत के बांग्लादेश दौरे के दौरान आईसीसी की आचार संहिता के उल्लंघन के कारण नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर को दो अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों से प्रतिबंधित कर दिया गया था ।
यदि भारत एशियाई खेलों के फ़ाइनल में पहुंचता है, तो हरमनप्रीत टीम की कमान संभालेंगी और स्मृति उपकप्तान कि भूमिका निभाएंगी।
यदि भारत एशियाई खेलों के फ़ाइनल में पहुंचता है, तो हरमनप्रीत टीम की कमान संभालेंगी और स्मृति उपकप्तान कि भूमिका निभाएंगी।
जुईली बल्लाल मुंबई की पूर्व क्रिकेटर हैं