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लीग स्टेज के शानदार फ़ॉर्म को नॉकआउट में भी जारी रखना चाहते हैं बाबा इंद्रजीत

इंद्रजीत ने इस रणजी सीज़न में अपनी कुछ अदभुत पारियों से सबको काफ़ी प्रभावित किया है

Baba Indrajith scored 98 off 194 balls, Tamil Nadu vs Karnataka, Ranji Trophy 2023-24, day four, Chennai, February 12, 2024

इंद्रजीत ने इस रणजी सीज़न में कमाल का प्रदर्शन किया है  •  PTI

2017 की शुरुआत के बाद से तमिलनाडु के बी इंद्रजीत ने 42 प्रथम श्रेणी खेलों में 63.60 की औसत से रन बनाया है - जो दुनिया के सभी बल्लेबाज़ो की तुलना में सबसे अधिक है। जिस किसी बल्लेबाज़ ने भी इस अवधि के दौरान कम से कम 40 मैच खेले हैं। उनमें इंद्रजीत का औसत सबसे अधिक है। पथुम निसंका (61.80), केन विलियमसन (61.51), के मेंडिस (61.24), बाहिर शाह (60.90) और रिंकू सिंह (56) जैसे कई बल्लेबाज़ इंद्रजीत से पीछे हैं। इंद्रजीत का सपना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखना है। हालांकि यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
मौजूदा रणजी सीज़न में इंद्रजीत ने 75.75 की औसत से कुल 606 रन बनाए हैं। तमिलनाडु की टीम सेमीफ़ाइनल में है और इंद्रजीत के पास पूरा मौक़ा है कि वह इस सीज़न में सरफ़राज़ ख़ान की तरह प्रदर्शन कर के राष्ट्रीय टीम का दरवाज़ा खटखटाने का प्रयास करें।
इंद्रजीत ने इस क्वार्टर फ़ाइनल से पहले अपने पिछले रणजी मैच में 98 रनों की शानदार पारी खेली थी और उससे पहले पंजाब की ठीक-ठाक गेंदबाज़ी के सामने 187 रनों की धाकड़ पारी खेली थी। क्वार्टर फ़ाइनल में उनकी टीम जयदेव उनादकट के सौराष्ट्र के ख़िलाफ़ भिड़ेगी। इस मैच को लेकर इंद्रजीत ज़्यादा दबाव नहीं लेना चाह रहे हैं।
उन्होंने ESPNcricinfo को बताया, "यह पूरा मामला दबाव को हैंडल करने के बारे में है। सीज़न की शुरुआत में मैंने इस बात की उम्मीद नहीं की थी कि मैं इतना रन बनाऊंगा और मेरा ध्यान सिर्फ़ टीम के लिए रन बनाने पर था। मैं कतई उन उम्मीदों को नज़रअंदाज़ नहीं कर रहा हूं। ऐसे विचार तो आएंगे ही कि आपको रन बनाना है लेकिन साथ ही मैं ख़ुद से कहता हूं कि मुझे वही काम करना है, जो मैं हमेशा से करता आया हूं।"
"एक बार जब मैदान पर उतर कर आप 15-20 गेंद खेल लेते हो तो आप अन सारी चिंताओं को भूल जाते हो और खेल में रम जाते हो। यह अलग बात है कि हमारा अगला मैच क्वार्टरफ़ाइनल है तो इसमें सभी खिलाड़ी थोड़ा दबाव में ज़रूर रहेंगे। पिछली बार जब सौराष्ट्र की टीम को चेन्नई में हमने मात दी थी लेकिन वह एक नॉकआउट मैच था।"
इंद्रजीत के लिए 2023-24 सीज़न की शुरुआत ख़राब रही थी। दलीप ट्रॉफ़ी के लिए नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद, उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी के लिए तमिलनाडु की टीम से बाहर कर दिया गया।
वह कहते हैं, "ऐसा होता रहता है। शुरुआत में इसने मुझे निराश ज़रूर किया था। हालांकि जब आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो आपको विश्वास होता है कि आप उच्च स्तर पर खेल सकते हैं। साथ ही आपके आस-पास के लोग भी उम्मीद करेंगे कि आप आगे बढ़ते रहें। जब मैं टीम में नहीं था, तो मैंने खु़द से सवाल ज़रूर किया था कि आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है।
"लेकिन मैं अब उस तरह की सोच से ख़ुद को बाहर रखता हूं। मैं उच्च स्तर पर खेलना चाहता हूं, लेकिन मैं इन दिनों बस प्रवाह के साथ आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा हूं। जब [नकारात्मक] विचार फिर से आते हैं, तो मैं इसे अपार [बी अपराजित, उनके जुड़वां भाई] के साथ साझा करता हूं और यहां तक ​​कि हर मैच के बाद, मैं उनके साथ [क्रिकेट] पर चर्चा करता हूं।"
इंद्रजीत 50 ओवर के विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में तमिलनाडु के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने सात पारियों में 66 की औसत और 90 की स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए थे। वह इस सफलता श्रेय अपने सीज़न से पहले किए गए तैयारियों को देते हैं।
इंद्रजीत कहते हैं, ''कौशल के मामले में मैंने कुछ भी अतिरिक्त नहीं किया है, लेकिन मैंने जिम में काफ़ी काम किया है। इसके अलावा मैंने मानसिक पहलू पर ज़ोर देते हुए, ख़ूब योगा किया है। मैंने एक अध्यात्मिक कोर्स भी किया। मुझे ऐसा लगता है कि अगर मैं मानसिक रूप से मज़बूत हूं तो मैदान पर अपने कौशल का प्रयोग अच्छे तरीक़े से कर सकता हूं। मैं अपने जीवन के उस पड़ाव पर हूं, जहां हर मैच मेरे लिए महत्वपूर्ण है और मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि मैं हर बॉक्स पर टिक कर सकूं।"
इंद्रजीत ने मुंबई के ख़िलाफ़ 98 गेंदों में नाबाद 103 रनों की पारी खेलकर तमिलनाडु को विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में सेमीफ़ाइनल तक पहुंचाया था, लेकिन हरियाणा के ख़िलाफ़ नॉकआउट मैच में बल्लेबाज़ी करने से पहले उन्हें गंभीर चोट लग गई। आइस बाथ लेने के बाद जैसे ही वह आइस कंटेनर से बाहर निकल रहे थे तो वह मुंह के बल गिर गए। इस मैच में भी इंद्रजीत ने टीम के टॉप स्कोरर थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इंद्रजीत उस घटना को याद करते हुए कहते हैं, ''मेरे मुंह से काफ़ी ख़ून निकल रहा था और मैं सदमे में था। मेरे पैर कांपने लगे। मुझे नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करनी थी। लेकिन डॉक्टरों ने मुझे बताया कि टांके लगने के बाद मैं शायद बल्लेबाज़ी नहीं कर पाऊंगा। इसलिए मैंने उनसे मुझे टेप लगाने के लिए कहा और मैच के बाद टांके लगवाने का फै़सला किया। खून बहना तो बंद हो गया लेकिन जब मैं मैदान पर बल्लेबाज़ी कर रहा था तो रन लेने के लिए अपने साथी बल्लेबाज़ को कॉल नहीं कर पा रहा था, क्योंकि मेरा मुंह नहीं खुल रहा था।"
अपने एक यूट्यूब वीडियो में आर अश्विन ने इंद्रजीत को बी साई सुदर्शन के साथ तमिलनाडु में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बताया था। इस तरह के कौशल कोयंबटूर में काली मिट्टी वाले पिच पर धर्मेंद्रसिंह जाडेजा के ख़िलाफ़ महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
इंद्रजीत कहते हैं, "मैं आमतौर पर अपने पैरों का उपयोग काफ़ी अच्छे तरीक़े से करता हूं। ऐसा नहीं है कि हर बार जब मैं बाहर निकलता हूं तो गेंद को हवा में ही मारता हूं। ऐसा करते हुए, मैं गेंदबाज़ को उसकी गेंद की लंबाई बदलने के लिए दबाव डालने की कोशिश करता हूं। इसलिए जब मैं बाहर निकलता हूं, तो वे फ़्लैट गेंदबाज़ी करने लगते हैं तो मैं क्रीज़ की गहराई का प्रयोग करता हूं।"
जब तमिलनाडु के पास दो रणजी ट्रॉफी राउंड के बाद सिर्फ़ एक अंक था, तो बहुतों को उम्मीद नहीं थी कि वे नॉकआउट के लिए क्वालीफ़ाई करेंगे।
इंद्रजीत कहते हैं, "गुजरात से हार के बाद भी हमें विश्वास था कि हम आगे आने वाले मैचों को जीत सकते हैं। कभी-कभी आपको कुछ चीज़ों को शुरू करने के लिए बस एक मैच की आवश्यकता होती है। बल्लेबाज़ों के अच्छे प्रदर्शन के अलावा गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और लगभग सभी मैचों में 20 विकेट लिए हैं।
"यहां तक कि कर्नाटक और पंजाब जैसी अच्छी टीमों के ख़िलाफ़ भी हम मैच को जीतने का प्रयास कर रहे थे। कर्नाटक के ख़िलाफ़ चौथी पारी में हमने जैसा खेला, उससे हमें काफ़ी आत्मविश्वास मिला था। हमारे कप्तान साई किशोर टीम को सकारात्मक रखते हैं। इससे पूरी टीम की मानसिकता पर काफ़ी फर्क पड़ा है।"

देवरायण मुथु ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं