ECB के वरिष्ठ नेतृत्व ने स्वीकार किया है कि क्रिकेट के "प्रसारण अधिकारों की सुरक्षा" की आवश्यकता के कारण अगले साल चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भाग लेने वाली टीमों में कोई बदलाव नहीं होगा, भले ही भारत पाकिस्तान की यात्रा करने का फै़सला करे। टूर्नामेंट का आयोजन लाहौर, कराची और रालवपिंडी में होना है लेकिन भारत ने 2008 से पाकिस्तान में कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
ECB के मुख्य कार्यकारी और अध्यक्ष रिचर्ड गोल्ड और रिचर्ड थॉम्पसन ने बुधवार को कहा कि अगर भारत पाकिस्तान की यात्रा नहीं करता है तो "कई अलग-अलग विकल्प और आकस्मिकताएं होंगी", जिसमें हाइब्रिड मॉडल के इस्तेमाल की संभावना बढ़ गई है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की भागीदारी के बिना चैंपियंस ट्रॉफ़ी का आयोजन कोई विकल्प नहीं है।
दोनों देशों और उनकी सरकार के बीच तक़रार की वजह से BCCI ने पिछले साल एशिया कप के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान नहीं भेजा था, जिससे यह हाइब्रिड मॉडल पर खेला गया और भारत के सभसी मैच श्रीलंका में हुए। पिछले साल पाकिस्तान 2023 विश्व कप के लिए भारत की यात्रा किया था और सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने से मामूली अंतर से चूक गया था।
1996 में सह मेज़बान के तौर पर 50 ओवर के वनडे विश्व कप की मेज़बानी करने के बाद से पाकिस्तान ने किसी भी ICC टूर्नामेंट की मेज़बानी नहीं की है और PCB ने पहले ही कह दिया है कि वह विश्व स्तरीय टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। भारत की टीम पाकिस्तान की यात्रा करेगी या नहीं यह भारतीय सरकार द्वारा इज़ाजत देने पर हैं।
थॉम्पसन ने कहा, "भारत का चैंपियंस ट्रॉफ़ी में न खेलना क्रिकेट के हित में नहीं होगा। यह देखना दिलचस्प है कि BCCI के पूर्व सचिव और अब ICC के प्रमुख जय शाह का इसमें बड़ा रोल रहने वाला है। वहां ज़मीनी राजनीति है और फिर क्रिकेट संबंधी ज़मीनी राजनीति है। मुझे लगता है कि वे कोई रास्ता निकाल लेंगे। उन्हें कोई रास्ता ढूंढना होगा।
"जब ये दोनों देश एक-दूसरे के साथ खेलते हैं तो दुनिया के इस हिस्से में हमेशा सुरक्षा संबंधी चिंताएं बनी रहती हैं। संभवत: यही महत्वपूर्ण निर्णयों को संचालित करेगा। लेकिन मुझे पता है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते इस समय उतने ही सौहार्दपूर्ण हैं। हमने इसे न्यूयॉर्क में [पुरुष टी20] विश्व कप में देखा था।"
गोल्ड और थॉम्पसन दुबई में आगामी ICC बैठकों से पहले पाकिस्तान में हैं, और इंग्लैंड के दूसरे टेस्ट मैच के दौरान मुल्तान में PCB अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं। गोल्ड ने कहा कि राजस्व स्रोत के रूप में प्रसारण अधिकारों पर क्रिकेट की निर्भरता ने सुनिश्चित किया कि भारत और पाकिस्तान दोनों इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा, "अगर आप भारत या पाकिस्तान के बिना चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेलते हैं, तो प्रसारण अधिकार नहीं हैं और हमें उनकी रक्षा करने की ज़रूरत है।"
"वे [पाकिस्तान] मेज़बान देश हैं। हमने यहां चल रहे घटनाक्रम को देखा है और हम सभी यह समझने की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि क्या भारत यात्रा करने जा रहा है। मैं जानता हूं कि पाकिस्तान भारत के यात्रा की उम्मीद कर रहा है। यदि ऐसा नहीं होता है तो बहुत सारे विकल्प और आकस्मिकताएं बन जाएंगी।"
"यदि ऐसी परिस्थितियां आती हैं तो कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं। लेकिन साथ ही, पिछली बार कब पाकिस्तान ने किसी प्रकार की ICC ट्रॉफ़ी की मेज़बानी की थी? यह देश के लिए एक बड़ा पल है और उम्मीद है कि हम पाकिस्तान में यथासंभव पूर्ण प्रतिस्पर्धा करा सकेंगे। यदि यह संभव नहीं है, तो हम जानते हैं कि विकल्प उपलब्ध हैं।"
थॉम्पसन ने भविष्यवाणी की कि भारत की भागीदारी की सटीक प्रकृति दोनों देशों पर ही निर्भर है। उन्होंने कहा, "यह भारत और पाकिस्तान के बीच है, और मुझे लगता है कि वे एक रास्ता खोज़ लेंगे जहां भारत चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भाग लेगा। मुझे लगता है कि अंतिम छह महीने में वे कोई रास्ता खोज़ लेंगे।"
PCB की स्थिति बदली नहीं है, जहां बोर्ड के अधिकारियों ने ESPNcricinfo को बताया कि वे पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में कराना चाहते है। चैंपियंस ट्रॉफ़ी का पूरा कार्यक्रम अभी बाहर नहीं आया है, लेकिन PCB ने ड्रॉफ़्ट शेड्यूल ICC को सौंपा है, जहां टूर्नामेंट 19 फ़रवरी से 9 मार्च तक खेला जाएगा, इसमें भारत को सभी मैच लाहौर में खेलने हैं।
मैट रॉलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं।