तीक्षणा : धोनी एक परिवार की तरह साथ खड़े रहते हैं
श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर पहली बार CPL में हिस्सा लेने जा रहे हैं
देवरायण मुथु
30-Aug-2024
Barbados Royals
महीष तीक्षणा फ़िलहाल T20 क्रिकेट की दुनिया के सबसे पसंदीदा स्पिन गेंदबाज़ों में से एक हैं। गेंद को दोनों तरफ़ स्पिन कराने की क्षमता उन्हें इस फ़ॉर्मैट में और भी अहम बना देती है। श्रीलंका के इस मिस्ट्री स्पिनर ने ESPNcricinfo के साथ अपनी विविधता, अपने पहले CPL कार्यक्रम, IPL में एमएस धोनी के नेतृत्व में खेलने और अपने करियर से जुड़ी कई अहम बातें की हैं।
यह आपका पहला CPL है। क्या आप कुमार संगकारा (रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक) के साथ हुई बातचीत के बारे में कुछ बता सकते हैं?
कुमार ने मुझे पिछले साल CPL के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा था कि वह चाहते हैं कि मैं बारबेडोस के लिए खेलूं। हांलांकि पिछले साल मुझे CPL खेलने के लिए NOC नहीं मिली थी। हम [श्रीलंका] उस समय एशिया कप या कुछ और खेल रहे थे, शायद उसी कारण से वह फ़ैसला लिया गया था। इस साल मैंने कुमार से कहा कि मैं निश्चित रूप से बारबेडोस आ रहा हूं, और मैं TP [ट्रेवर पेन्नी, बारबेडोस रॉयल्स के हेड कोच] को भी जानता हूं। मैंने T10 में उनके नेतृत्व में खेला है। मैं यहां कुछ और खिलाड़ियों को भी जानता हूं। इसलिए CPL में हिस्सा लेकर काफ़ी अच्छा लग रहा है।
आपने दुनिया भर में T20 क्रिकेट खेला है, लेकिन वेस्टइंडीज़ में अब तक केवल एक ही T20 मैच खेला है। यहां के कई स्टेडियमों में तेज़ हवाएं एक अहम भूमिका अदा करती हैं। ऐसे में आप इस टूर्नामेंट से क्या उम्मीद करते हैं?
अगर सच कहूं तो यहां क्रिकेट खेलने मेरे लिए एक बड़ा चैलेंज होने वाला है। मैंने यहां अब तक सिर्फ़ एक ही मैच खेला है। यहां की तेज़ हवा और बाक़ी सब कुछ मेरे लिए एक बड़ी चुनौती है। बल्लेबाज़ हवाओं का प्रयोग करते हुए, गेंद को आसानी से सीमा पार भेज सकते हैं। मैंने बारबेडोस के साथ एक अभ्यास मैच खेला था। विकेट और परिस्थितियां स्पिन के अनुकूल लग रही हैं। यहां गेंद स्पिन होगी लेकिन उछाल कम होगा। साथ ही हवा के साथ विकेट लेने के भी अधिक मौके होंगे।
पहले आप के तेज़ गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर थे लेकिन आप मिस्ट्री स्पिनर कैसे बन गए ?
यह फ़ैसला मेरे चोटिल होने के बाद आया। मेरे स्कूल के एक मैच के दौरान मेरे कमर में चोट लग गई थी। हमारे पास पर्याप्त गेंदबाज़ नहीं थे। इसलिए मुझे चोट के साथ तीन-चार ओवर गेंदबाज़ी करनी पड़ी। उस दौरान मैंने स्पिन गेंदबाज़ी करने की कोशिश की और मुझे उस मैच में विकेट भी मिले। अगले मैच में मैंने फिर से स्पिन गेंदबाज़ी करके सात विकेट लिए। साथ ही मैंने अजंता मेंडिस को भी गेंदबाज़ी करते देखा। मैं स्कूल में ऑफ़ स्पिन और कैरम बॉल डालने का अभ्यास करता था। शायद मुझे सात विकेट मिल गए, इसलिए मैं एक स्पिन गेंदबाज़ बन गया।
आपने कैरम बॉल पर नियंत्रण कैसे हासिल किया?
जब मैं 12 साल का था तब से मैं कैरम बॉल डाल रहा हूं। मैंने अंडर-13 में इसका बहुत अभ्यास किया, इसलिए जब मैं अंडर-15 में आया, तो इस पर मेरा नियंत्रण काफ़ी अच्छा था। जब आप काफ़ी ज़्यादा अभ्यास करते हैं और आपको आपकी लय मिल जाती है तो गेंदबाज़ी करना ख़ुद ब ख़ुद आसानी हो जाती है।
अजंता मेंडिस के साथ काम करने के बाद आपकी गेंदबाज़ी को कैसी मदद मिली ?
उससे मेरी गेंदबाज़ी को काफ़ी फ़ायदा हुआ। जब मैं 20 या 21 साल का था तो मुझे अजंता मेंडिस के नेतृत्व में अंडर-23 [क्रिकेट] खेलने का मौक़ा मिला। वह कैरम बॉल और गुगली के दिग्गज हैं। वह एक ही ग्रिप के साथ दोनों गेंद डाल सकते हैं। हमने दो-तीन महीने एक साथ बिताए और मैंने उनके साथ बहुत कुछ सीखा। उन्होंने मुझे बताया कि मुझे रन-अप के साथ कैसी लय और संतुलन रखना चाहिए। ऐसा नहीं है कि उन्होंने मुझे बहुत सारे बदलाव करने को कहा। उन्होंने मुझे केवल यह बताया कि वह मानसिक रूप से किसी भी मैच या परिस्थिति के लिए ख़ुद को कैसे तैयार करते हैं। मैं अभी भी उनसे बात करता हूं कि मैं बेहतर होने के लिए क्या कर सकता हूं।
पावरप्ले में गेंदबाजी करते समय आपके मन में क्या चल रहा होता है?
नई गेंद के साथ मैं स्विंग प्राप्त कर सकता हूं। इसलिए गेंद को स्विंग कराना मेरी एक बड़ी ताक़त है, या कहें कि यह उससे भी कहीं अधिक है। इसे शब्दों में कह पाना थोड़ा मुश्किल है लेकिन यह ज़रूर कह सकता हूं कि पावरप्ले के दौरान मैं बल्लेबाज़ों से बच सकता हूं। मैं अपनी फ़ील्ड के हिसाब से गेंदबाज़ी कर सकता हूं। अगर आप ऐसा कर सकते हैं तो पावरप्ले के दौरान सफलता के साथ गेंदबाज़ी कर सकते हैं।
SLC
कई कप्तान डेथ ओवर के दौरान भी आप पर भरोसा जताते हैं। आपने कई सुपर ओवर भी किए हैं। अपनी डेथ ओवर गेंदबाज़ी के बारे में बताइए।
डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करते समय आपको आत्मविश्वास की ज़रूरत होती है। साथ ही आपको आक्रामक होने की भी ज़रूरत होती है। जब आप पावरप्ले में गेंदबाज़ी कर रहे होते हैं और उसमें सफल रहते हैं तो आपको विकेट मिल सकते हैं। हालांकि मैं डेथ ओवरों में विकेट लेने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं सिर्फ़ रन पर रोकने की कोशिश करता हूं।
डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करते समय आपको आत्मविश्वास की ज़रूरत होती है। साथ ही आपको आक्रामक होने की भी ज़रूरत होती है। जब आप पावरप्ले में गेंदबाज़ी कर रहे होते हैं और उसमें सफल रहते हैं तो आपको विकेट मिल सकते हैं। हालांकि मैं डेथ ओवरों में विकेट लेने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं सिर्फ़ रन पर रोकने की कोशिश करता हूं।
जब मैं 2022 में ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेला था, तो [लासिथ] मलिंगा हमारे गेंदबाज़ी कोच थे। वह हर दिन तेज़ गेंदबाज़ों के लिए यॉर्कर गेंदबाज़ी करने की प्रतियोगिता कराते थे। जब भी मुझे मौक़ा मिलता था, तो मैं भी उनके साथ यॉर्कर गेंदबाज़ी करता था और उनसे बात करता था। मैंने उनसे जो चीज़ें सीखीं, वे वास्तव मेरे लिए काफ़ी अहम है और इससे मैच के दौरान मुझे मदद मिलती है।
डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने से पहले, मैं गहरी सांस लेता हूं, और रन-अप में रहते हुए मैं अपनी योजना नहीं बदलता। मैं हमेशा अपने रन-अप की शुरुआत से पहले सोचता हूं और फिर एक स्पष्ट योजना बनाता हूं। और मैं हमेशा अपने फ़ील्ड के अनुसार गेंदबाज़ी करने की कोशिश करता हूं।
क्या आप एक ऐसे मैच के बारे में बता सकते हैं, जहां डेथ ओवर में गेंदबाज़ी करते हुए आपकी सारी रणनीतियां काम कर गईं।
LPL के एक मैच में दांबुला के ख़िलाफ़ मुझे अंतिम ओवरों के दौरान दो-तीन ओवर की गेंदबाज़ी करनी थी और फिर यह मैच सुपर ओवर तक भी चला गया। मैं सुपर ओवर में गेंदबाज़ी करने गया, जिसमें हमें जीत भी मिली। हमारी टीम ने ज़्यादा रन बनाए थे लेकिन बल्लेबाज़ी के लिए वह पिच काफ़ी कठिन थी।
उस मैच में मेरी सारी योजनाएं काम कर गईं और उस मैच में मुझे तीन विकेट भी मिले थे। साथ ही सुपर ओवर के दौरान मुझे दो विकेट मिले थे। जब आप अपना 100 % देते हैं और आपकी टीम को जीत मिलती है तो आपको काफ़ी अच्छा लगता है। यही मेरे लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण भी है। वही एक ऐसा मैच था, जहां मुझे लगा कि मेरी हर रणनीति काम कर गई।
आपके तीर-कमान वाले सेलीब्रेशन का सीक्रेट क्या है?
मैं और अब उस तरह से सेलीब्रेट नहीं करूंगा। मैं ऐसा इसलिए करता था, क्योंकि मुझे Arrow नामक एक टीवी सीरीज़ काफ़ी पसंद थी।
तीक्षणा के सेलीब्रेशन के पीछे की कहानी एक टीवी सीरीज़ से जुड़ी हुई है•ICC via Getty Images
आपने एक ऐसे गेंदबाज़ के रूप में अपने करियर की शुरुआत की जो गेंद को दोनों तरफ़ स्पिन करा सकता है। आज कई स्पिनर आपके नक़्शे क़दम पर चलने का प्रयास कर रहे हैं। इससे आपको कैसा महसूस होता है?
ऐसे युवाओं को आगे बढ़ते देख कर बहुत अच्छा लगता है। मैंने उस लड़के का वीडियो भी देखा था [मेरे जैसी ही एक्शन के साथ गेंदबाजी करते हुए]। जब हम बच्चे थे, तब हम मुथैया मुरलीधरण,अजंता मेंडिस या डेल स्टेन की तरह गेंदबाज़ी करने की कोशिश करते थे। श्रीलंका में हर कोई मलिंगा का एक्शन आज़माना चाहेगा। यह वास्तव में एक अच्छा एहसास है और मेरे लिए एक गर्व का क्षण है। मैं वास्तव में अपने लिए और उनके [युवाओं] के लिए भी खु़श हूं।
IPL के दौरान एमएस धोनी के नेतृत्व में खेलना, कैसा अनुभव रहा है ?
वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने मुझे चीजों को सरल रखने और अपनी ताक़त से दूर नहीं जाने के लिए कहा है। वह हमेशा अपने खिलाड़ी का समर्थन करते हैं - चाहे वह गेंदबाज़ हो या बल्लेबाज़। विश्वास एक खिलाड़ी के रूप में आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। जब कप्तान और कोच आपके लिए एक परिवार की तरह होते हैं और वे आपको खिलाड़ी के रूप में समर्थन करते हैं, तो आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
श्रीलंका के अंडर 19 टीम में आपका चयन नहीं हुआ था। आपने अपनी फ़िटनेस पर काम करते हुए, कैसे अपने खेल में सुधार किया ?
उस समय मैं मोटा था। मैं स्किन फोल्ड और यो-यो टेस्ट में फेल हो गया था। मुझे वजन कम करना पड़ा और बहुत सारा अभ्यास और कई चीजे़ं करनी पड़ी। मैंने 27 किलोग्राम वजन कम किया , लेकिन मुझे इसके बाद भी मौक़ा नहीं मिला। तब मुझे पता चला कि किन चीज़ों को कंट्रोल कर सकता हूं या नहीं कर सकता हूं। मैंने बहुत दौड़ लगाई और बहुत बेहतर आकार में आ गया। इसके बाद मुझे श्रीलंकाई टीम में मौक़ा मिल गया।
आपके क्रिकेटिंग करियर पर आपकी दादी का काफ़ी असर है। वह LPL 2024 के दौरान भी आपके मैच को देखने के लिए मौजूद थीं।
मेरी दादी ने मेरे लिए सब कुछ किया है। लंका प्रीमियर लीग में वह मुझे गेंदबाज़ी करते हुए, देखने के लिए कैंडी और दांबुला आई थीं। वह IPL में पिछले तीन वर्षों से [चेन्नई] और दुनिया भर में दुबई और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में मेरे खेल को देखने के लिए आई हैं। वह इस खेल से प्यार करती हैं, और उन्हें क्रिकेट के बारे में बहुत जानकारी है। जब भी मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं करता हूं, तो वह मुझे डांटती हैं। उनका इस तरह से मुझे समर्थन करना, मेरे लिए काफ़ी महत्वपूर्ण हैं। मैं इस स्तर तक उन्हीं के कारण पहुंच पाया।