पुणे में पहले दिन वॉशिंगटन सुंदर के हिस्से आए रोचक आंकड़े
न्यूज़ीलैंड के सभी 10 विकेट दाएं हाथ के ऑफ़ स्पिनर ने ही चटकाए
संपत बंडारुपल्ली
24-Oct-2024
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच पुणे में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट का पहला दिन ऑफ़ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर के नाम रहा। वॉशिंगटन को बेंगलुरु टेस्ट की समाप्ति के ठीक बाद भारतीय दल में जोड़ा गया था और उन्हें पुणे में अंतिम एकादश में खेलने का मौक़ा मिला। वॉशिंगटन ने इस मौक़े को न सिर्फ़ भुनाया बल्कि कई रोचक आंकड़े भी अपने नाम कर लिए। वॉशिंगटन के उन्हीं रोचक आंकड़ों पर एक नज़र डालते हैं।
1 यह किसी पुरुष टेस्ट पारी में पहली बार है जब भारत के लिए दाएं हाथ के दो ऑफ़ स्पिनर ने सभी 10 विकेट चटकाए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने न्यूज़ीलैंड के पहले तीन विकेट निकाले थे जबकि अंतिम सात विकेट वॉशिंगटन ने निकाले।
4 1956 में जिम लेकर के 10 विकेट हॉल के बाद यह पुरुष टेस्ट इतिहास में चौथी बार है जब किसी पारी में सभी 10 विकेट दाएं हाथ के ऑफ़ स्पिनर ने चटकाए हैं। पुणे टेस्ट से पहले 2008 में भारत-श्रीलंका कोलंबो टेस्ट में मुथैया मुरलीधरन और अजंता मेंडिस ने सभी 10 विकेट चटकाए थे।
61 पहले 13 ओवर में विकेट निकालने में असफल रहने के बाद वॉशिंगटन ने सात विकेट चटकाने के क्रम में कुल 61 गेंदें की। वॉशिंगटन से पहले पुरुष टेस्ट की पारी में 2000 के बाद गेंदों के इतने कम अंतर पर सिर्फ़ एक भारतीय गेंदबाज़ ने ही सात विकेट चटकाए हैं। अनिल कुंबले ने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहले सात ओवर में असफल रहने के बाद 60 गेंदों में सात विकेट चटकाए थे।
7 for 59 वॉशिंगटन का यह गेंदबाज़ी आंकड़ा भारत के लिए पुरुष टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीसरा संयुक्त सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है। एस वेंकटराघवन ने 1965 और ईरापल्ली प्रसन्ना ने 1976 में आठ विकेट हॉल लिए थे। अश्विन ने भी 2016 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इंदौर टेस्ट में 59 रन देकर सात विकेट चटकाए थे।
5 वॉशिंगटन कुल पांच बल्लेबाज़ों को बोल्ड किया और अब वह किसी पुरुष टेस्ट पारी में भारत की ओर से सबसे ज़्यादा बोल्ड किए जाने के मामले में संयुक्त तौर पहले स्थान पर हैं। उनसे पहले जसुभाई पटेल और बापू नादकर्णी ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 1959-60 में लगातार दो टेस्ट में ऐसा किया था।, जबकि रवींद्र जाडेजा ने भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2023 में दिल्ली टेस्ट में पांच शिकार बोल्ड के ज़रिए किए थे।
जाडेजा और वॉशिंगटन 2003 से लेकर अब तक किसी पुरुष टेस्ट पारी में पांच शिकार बोल्ड के ज़रिए करने वाले सिर्फ़ दो ही गेंदबाज़ हैं।
6 वॉशिंगटन सहित कुल छह गेंदबाज़ ऐसे हैं जिन्होंने पुरुष टेस्ट के पहले दिन सात या उससे अधिक विकेट चटकाए हैं। गुलाम अहमद 1956 में, मनिंदर सिंह 1987 में, कुंबले 2004 में और इरफ़ान पठान 2005 में पहले दिन ही सात विकेट निकालने का कारनामा कर चुके हैं।जबकि सुभाष गुप्ते ने 1958 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ कानपुर में नौ विकेट चटकाए थे।.
0 1977 से 2023 के बीच ऐसा एक बार भी नहीं हुआ था जब भारतीय स्पिनर्स ने टेस्ट मैच के पहले दिन सभी 10 विकेट चटकाए हों। वहीं 2024 में भारतीय स्पिनर्स दो बार ऐसा कर चुके हैं। पुणे से पहले इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ धर्मशाला में भी भारतीय स्पिनर्स ने पहले दिन सभी 10 विकेट चटकाए थे।