वॉशिंगटन की 'सुंदर' गेंदबाज़ी से पहले दिन भारत मैच में आगे
दिन के अंत में भारत ने कप्तान रोहित का विकेट गंवाया
ESPNcricinfo स्टाफ़
24-Oct-2024
भारत 16/1 (गिल 10, साउदी 1/4), न्यूज़ीलैंड 259 (कॉन्वे 76, रवींद्र 65, वॉशिंगटन 7-59, अश्विन 3-64) से 243 रन पीछे
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट के पहले दिन वॉशिंगटन सुंदर ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए सात विकेट झटके। उनके इस शानदार प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड को 259 के स्कोर पर समेटने में क़ामयाब रही। न्यूज़ीलैंड के इस स्कोर के जवाब में भारत ने भी अपने कप्तान रोहित शर्मा का विकेट जल्दी गंवा दिया और दिन का खेल ख़त्म होने तक उन्होंने एक विकेट के नुक़सान पर 16 रन बनाकर खेल रहा है।
पुणे टेस्ट के पहले दिन के खेल में कुल 11 विकेट गिरे, जिसमें से 10 विकेट ऑफ़ स्पिनर और 1 विकेट बाएं हाथ के स्पिनर ने लिए। एक तथ्य यह भी है कि ये सारे विकेट एक ही छोर से गिरे। यह भारत के टेस्ट इतिहास में पहला मौक़ा है, जब सभी 10 विकेट ऑफ़ स्पिनर ने लिए हों।
यह बात बेंगलुरु टेस्ट के बाद ही साफ़ हो गई थी कि पुणे की पिच पर स्पिनरों के लिए काफ़ी मदद रहेगी। न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया, क्योंकि यह साफ़ दिख रहा था कि यहां चौथी पारी में बल्लेबाज़ी करना कहीं से भी आसान नहीं होने वाला है। टॉस हारने के बाद रोहित के चेहरे पर चिंता साफ़ जाहिर हो रही थी, क्योंकि उन्हें पता था कि यहां पर टॉस काफ़ी महत्वपूर्ण था।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए न्यूज़ीलैंड की शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही और कप्तान लेथम आठवें ओवर में आर अश्विन का शिकार बने। इसके बाद विल यंग और डेवन कॉन्वे के बीच 54 रनों की साझेदारी हुई और उन्होंने काफ़ी सकारात्मक तरीक़े से खेलने का प्रयास किया। लंच तक न्यूज़ीलैंड की टीम ने सिर्फ़ दो ही विकेट गंवाए थे और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि रचिन रवींद्र एक बार फिर से भारतीय गेंदबाज़ों को परेशान करने वाले हैं। साथ ही डेवन कॉन्वे भी उनका बख़ूबी साथ निभा रहे थे।
दोनों बल्लेबाज़ों ने काफ़ी अच्छी तरह से अपनी पारी को आगे बढ़ाया और अर्धशतक भी लगाया। कॉन्वे 76 के निजी स्कोर पर अश्विन का शिकार बने और इस तरह से दिन के पहले तीन विकेट अश्विन के नाम रहे।
हालांकि इसके बाद जिस छोर से अश्विन गेंदबाज़ी कर रहे थे, उस छोर से वॉशिंगटन को गेंद थमा दी गई और उन्होंने इसका पूरा लाभ उठाया। इस छोर से कुछ गेंदों को अतिरिक्त उछाल मिल रहा था। साथ ही कुछ गेंदें काफ़ी ज़्यादा टर्न भी हो रही थी। चाय का समय आते-आते पिच ने अपना रंग भी बदल लिया था और बल्लेबाज़ों को काफ़ी कठिनाई भी हो रही थी।
चाय के ठीक दो ओवर पहले ही वॉशिंगटन ने यह बता दिया था कि अब उनका सामना करना आसान नहीं होने वाला है। 60वें ओवर में उन्होंने पहले मैच के शतकवीर रचिन को बोल्ड करते हुए, अपने विकेटों का खाता खोला और फिर 62वें ओवर टॉम ब्लंडल को बोल्ड करते हुए, उन्होंने न्यूज़ीलैंड को एक और झटका दिया।
रचिन और कॉन्वे का विकेट गिरने के बाद न्यूज़ीलैंड का कोई भी बल्लेबाज़ ज़्यादा देर तक क्रीज़ पर नहीं टिक पाया।
चाय के बाद भी वॉशिंगटन की शानदार गेंदबाज़ी जारी रही। चाय के बाद उन्होंने कुल 8.1 ओवर की गेंदबाज़ी की, जिसमें उन्होंने 25 रन देकर पांच विकेट लिए। मार्च 2021 के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी कर रहे वॉशिंगटन के इस शानदार प्रदर्शन ने न्यूज़ीलैंड को 259 के स्कोर पर रोक दिया।
हालांकि पिच के मिज़ाज को देखते हुए यह साफ़ हो गया था कि भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए भी इस पिच पर खेलना आसान नहीं होगा। न्यूज़ीलैंड की पारी के बाद भारत ने कुल 11 ओवर की गेंदबाज़ी का सामना किया, जिसमें उन्होंने 16 रन बनाए और रोहित के रूप उनका एक विकेट गिरा। रोहित टिम साउदी का शिकार बने, जो किसी भी तेज़ गेंदबाज़ के द्वारा इस टेस्ट में पहला विकेट था।