फ़ीचर्स

आकाश दीप, इशान किशन: ईरानी कप में इन पर रहेंगी नज़रें

रेस्ट ऑफ़ इंडिया और मेज़बान विदर्भ के बीच यह मैच 1 अक्तूबर से नागपुर में शुरू हो रहा है

Akash Deep has a bowl the day before the fifth Test, England vs India, 5th Test, The Oval, London, July 30, 2025

इंग्लैंड में एज़बेस्टन जीत के नायक रहे आकाश दीप ईरानी कप से वापसी कर रहे हैं  •  Getty Images

पिछले सीजन के रणजी ट्रॉफी विजेता विदर्भ और रेस्ट ऑफ इंडिया (RoI) के बीच ईरानी कप 2025 का मैच नागपुर में 1 अक्टूबर से शुरू होगा। इस मैच में इन खिलाड़ियों पर नज़र रहेगी।

आकाश दीप की वापसी

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने आख़िरी बार अगस्त की शुरुआत में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ द ओवल में कोई मैच खेला था। इसके बाद चोट के कारण उन्हें आराम की सलाह दी गई और वे सीज़न की शुरूआत में दलीप ट्रॉफ़ी से चूक गए थे।
वह RoI की ईरानी कप टीम में चार तेज गेंदबाजों में सबसे अनुभवी गेंदबाज़ हैं। उनका इंग्लैंड दौरा शानदार रहा था, जहां उन्होंने तीन टेस्ट में 13 विकेट लिए। इसमें एजबेस्टन टेस्ट में मैच जिताने वाला दस विकेट का प्रदर्शन भी शामिल है। अंतिम टेस्ट में नंबर 4 पर खेली गई अर्धशतकीय पारी से उनकी बल्लेबाज़ी क्षमता भी दिखी थी।
आकाश दीप को भारत की वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दो टेस्ट की टीम में नहीं चुना गया, जहां फ़ोकस स्पिन पर रहने वाला है। हालांकि इस सीज़न भारत चार घरेलू टेस्ट खेलेगा और जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड पर ध्यान रखना होगा।
इसका मतलब यह है कि वह रेस से बाहर हैं। RoI के लिए अच्छा प्रदर्शन उन्हें जल्द ही फिर से टेस्ट एकादश में ला सकता है। उनकी फिटनेस यहां अहम होगी।

इशान किशन के लिए एक और मौक़ा

इशान किशन पिछले साल BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिए गए थे, लेकिन इस साल उन्हें शामिल किया गया। इससे यह संकेत मिलता है कि टीम मैनेजमेंट की योजना में वह अब भी हैं, भले ही उन्होंने जुलाई 2023 के बाद से कोई टेस्ट नहीं खेला है। जून में किशन ने नॉटिंघमशायर के लिए दो काउंटी मैच खेले और अपनी दो पारियों में 77 और 87 का स्कोर किया। आकाश दीप की तरह वह भी दलीप ट्रॉफ़ी के लिए ईस्ट ज़ोन की टीम में चुने गए थे, लेकिन काउंटी क्रिकेट के दौरान लगी हल्की चोट के कारण बाहर हो गए थे।
तमिलनाडु के एन जगदीशन ने किशन को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि उन्हें वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ ध्रुव जुरेल के बैकअप के तौर पर चुना गया। ऐसे में ईरानी कप किशन के लिए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को लंबे फ़ॉर्मैट में अपनी क्षमता याद दिलाने का मौका होगा।

क्या अभिमन्यु ईश्वरन रेस में बने रह पाएंगे?

भारत की इंग्लैंड टेस्ट टीम का हिस्सा होने के बावजूद डेब्यू कैप अब भी अभिमन्यु ईश्वरन से दूर है। भारत की वेस्टइंडीज टीम की घोषणा से पहले पूर्व तेज गेंदबाज़ वरुण ऐरन ने ESPNcricinfo से कहा, "भारत को किसी समय अभिमन्यु को मौक़ा देना ही होगा।" लेकिन अभिमन्यु को ड्रॉप कर दिया गया और वह फिर से एक स्तर नीचे आ गए हैं।
फ़िलहाल उनके लिए जगह बनना मुश्किल है, क्योंकि यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल टॉप पर सेट हैं और बी साई सुदर्शन नंबर तीन पर।
अभिमन्यु ने मई-जून में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया A के लिए चार पारियों में दो अर्धशतक और इस महीने की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया A के ख़िलाफ़ पहले अनाधिकृत टेस्ट में 44 रन बनाए थे। लेकिन ऐसे आंकड़े किसी खिलाड़ी के लिए काफ़ी मज़बूत नहीं माने जाएंगे। इसलिए 30 साल के अभिमन्यु के लिए ईरानी कप बहुत अहम है, क्योंकि उनके पास समय कम होता जा रहा है।

चोट के बाद ऋतुराज गायकवाड़ की वापसी

कोहनी की चोट के कारण ऋतुराज गायकवाड़ IPL 2025 में पूरी तरह से हिस्सा नहीं ले पाए थे। वहीं "घर की निजी समस्या" के कारण उन्हें यॉर्कशायर के साथ काउंटी डील से हटना पड़ा था। गायकवाड़ इस महीने की शुरुआत में ही ऐक्शन में लौटे और धमाकेदार वापसी की। वेस्ट ज़ोन की ओर से सेंट्रल ज़ोन के ख़िलाफ़ दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में उन्होंने 10 पर 2 की स्थिति में उतरकर 89 की स्ट्राइक रेट से 184 रन बनाए।
गायकवाड़ का 2024-25 घरेलू प्रथम श्रेणी सीज़न थोड़ा शांत रहा था और उन्होंने 16 पारियों में 36.93 की औसत से रन बनाए थे। इसमें छह बार के सिंगल-डिजिट स्कोर भी शामिल हैं, जिनमें से तीन ऑस्ट्रेलिया A के ख़िलाफ़ आए थे। लेकिन इस सीज़न की शुरुआत में खेली गई दमदार पारी से न सिर्फ़ उनका फ़ॉर्म दिखा, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी वापस आया।

क्या यश राठौड़ अच्छा प्रदर्शन जारी रख पाएंगे?

विदर्भ के 25 वर्षीय बल्लेबाज़ यश राठौड़ ने घरेलू क्रिकेट में अपनी निरंतर चढ़ाई जारी रखी है। उनके 21 में से 19 प्रथम श्रेणी मैच 2023-24 सीजन से खेले गए हैं। इस दौरान उन्होंने विदर्भ के मध्य क्रम में अपनी जगह पक्की की और 58.83 की औसत से रन बनाए। वह दलीप ट्रॉफ़ी की पांच पारियों में 124.67 की औसत से 374 रन बनाकर ईरानी कप में उतर रहे हैं। उन्होंने इन पांच पारियों में तीन बार पचास से ज़्यादा रन बनाए और साउथ ज़ोन के ख़िलाफ़ फ़ाइनल में करियर-बेस्ट 194 रन बनाए।
राठौड़ ने कहा, "दोहरे शतक से चूकना थोड़ा निराशाजनक था, लेकिन मेरी निगाहें आगे की ओर हैं। मैं IPL भी खेलना चाहता हूं, लेकिन फ़िलहाल मेरा लक्ष्य ईरानी ट्रॉफ़ी की तैयारी करना है क्योंकि यह एक बड़ा मंच है। अगर मैं यहां अच्छा करूंगा तो अपने इंडिया A के सपने के और क़रीब पहुंच जाऊंगा। मेरा सपना भारत के लिए खेलना है, लेकिन वहां पहुंचने के लिए इंडिया A पहला क़दम होगा।"
इस सीज़न राठौड़ को ज्यादा जिम्मेदारी लेनी होगी क्योंकि करुण नायर कर्नाटक लौट गए हैं। लेकिन पिछले दो सीज़नों के आधार पर वह ख़ुद पर भरोसा करेंगे और विदर्भ भी।

दानिश मालेवर पर नज़रें

विदर्भ के एक और युवा बल्लेबाज़ दानिश मालेवर ने सीज़न की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की। उन्होंने दलीप ट्रॉफ़ी के क्वार्टर-फ़ाइनल में नॉर्थ ईस्ट ज़ोन के खिलाफ अपना पहला प्रथम श्रेणी दोहरा शतक जड़ा। मालेवर ने 12 मैचों में 56.75 की औसत से 1135 रन बनाए हैं। उन्होंने 20 पारियों में 11 बार पचास से ज्यादा रन बनाए हैं, जो उनकी निरंतरता को दिखाता है।
मालेवर अपने सीनियर साथी राठौड़ को रोल मॉडल मानते हैं। उनका मानना है कि दोनों की बल्लेबाज़ी शैली "काफी मिलती-जुलती" है। उन्होंने दलीप ट्रॉफ़ी में 352 रन बनाए थे, जो राठौड़ के स्कोर के लगभग बराबर था। मालेवर अगले सप्ताह 22 साल के हो जाएंगे और उनकी शानदार शुरुआत को देखते हुए वह विदर्भ के लिए लंबे समय तक भरोसेमंद खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।

मैच कैसे चलेगा?

नागपुर का VCA स्टेडियम पारंपरिक रूप से धीमी पिच के लिए जाना जाता है। पिछले घरेलू सीज़न में यहां तीन प्रथम श्रेणी मैच हुए थे, जिनमें से दो ड्रॉ रहे थे। उन दो मैचों में तीन पारियां भी पूरी नहीं हो पाई थीं, क्योंकि पिच पर गेंदबाजों को ख़ास मदद नहीं मिल रही थी।
विदर्भ ने ईरानी कप के लिए अपनी 14 सदस्यीय टीम में चार स्पिन विकल्प शामिल किए हैं, इसलिए मेज़बानों से स्पिन-फ्रेंडली पिच की उम्मीद की जा सकती है। विदर्भ ने आख़िरी बार 2018-19 में ईरानी कप जीता था। नतीज़ा पहली पारी की बढ़त के आधार पर भी आ सकता है, इसलिए दोनों टीमों से लंबे और गहरे बल्लेबाज़ी की उम्मीद की जा सकती है।

Himanshu Agrawal is a sub-editor at ESPNcricinfo