रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में सौराष्ट्र की कप्तानी के लिए उपलब्ध रहेंगे उनादकट
माना जा रहा है कि इस तेज़ गेंदबाज़ ने भारतीय टीम प्रबंधन से ख़ुद को रिलीज़ करने का अनुरोध किया था
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
12-Feb-2023
जयदेव उनादकट ने इस रणजी ट्रॉफी सीजन में तीन मैचों में 17 विकेट लिए हैं • AFP/Getty Images
तेज़ गेंदबाज़ जयदेव उनादकट 16 फ़रवरी से कोलकाता में खेले जाने वाले रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में सौराष्ट्र के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 17 फ़रवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम से रिलीज़ किया गया है।
ऐसा समझा जाता है कि उनादकट रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल खेलने के इच्छुक थे। चयनकर्ताओं के द्वारा उनको टीम से रिलीज़ किए जाने से पहले, उन्होंने भारतीय टीम प्रबंधन से इस बारे में अनुरोध किया।
सौराष्ट्र ने रविवार को बेंगलुरु में खेले गए सेमीफ़ाइनल मैच में कर्नाटका को चार विकेट से हराकर रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल के लिए क्वालीफ़ाई किया। वहीं बंगाल ने मध्य प्रदेश के ख़िलाफ़ दूसरे सेमीफ़ाइनल में 306 रन से जीत दर्ज की।
उनादकट की उपलब्धता फ़ाइनल में सौराष्ट्र की संभावनाओं को बढ़ावा देगी। 2019-20 में उनादकट की ही कप्तानी में सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफ़ी जीता था। इसके बाद अब उनकी नज़र दूसरे रणजी ट्रॉफ़ी ख़िताब पर है। हालांकि उन्होंने इस रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में सिर्फ़ तीन मैच खेले हैं। उन्होंने उन सभी मुक़ाबलों में टीम का नेतृत्व किया है और 13.64 की औसत से 17 विकेट लिए।
इस सीज़न उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिल्ली के ख़िलाफ़ ग्रुप मैच में आया, जब उन्होंने मैच के पहले ओवर में हैट्रिक ली थी। इस मैच में उन्होंने 39 रन देकर आठ विकेट लिए। साथ ही उन्होंने उस मैच में 70 रन भी बनाए थे। उनादकट ने सौराष्ट्र के लिए इस सीज़न कोई भी नॉकआउट मुक़ाबला नहीं खेला है। उनकी अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व अर्पित वसावड़ा ने किया था।
12 साल के बाद बांग्लादेश दौरे पर भारतीय टीम में जगह बनाने वाले उनादकट को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में भी शामिल किया गया था। हालांकि पहले मैच में वह प्लेइंग-XI का हिस्सा नहीं थे। दूसरे टेस्ट में भी भारत अपने गेंदबाज़ी क्रम में शायद कोई बदलाव नहीं करना चाहेगा।
ऐसा समझा जाता है कि उनादकट रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल खेलने के इच्छुक थे। चयनकर्ताओं के द्वारा उनको टीम से रिलीज़ किए जाने से पहले, उन्होंने भारतीय टीम प्रबंधन से इस बारे में अनुरोध किया।
सौराष्ट्र ने रविवार को बेंगलुरु में खेले गए सेमीफ़ाइनल मैच में कर्नाटका को चार विकेट से हराकर रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल के लिए क्वालीफ़ाई किया। वहीं बंगाल ने मध्य प्रदेश के ख़िलाफ़ दूसरे सेमीफ़ाइनल में 306 रन से जीत दर्ज की।
उनादकट की उपलब्धता फ़ाइनल में सौराष्ट्र की संभावनाओं को बढ़ावा देगी। 2019-20 में उनादकट की ही कप्तानी में सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफ़ी जीता था। इसके बाद अब उनकी नज़र दूसरे रणजी ट्रॉफ़ी ख़िताब पर है। हालांकि उन्होंने इस रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में सिर्फ़ तीन मैच खेले हैं। उन्होंने उन सभी मुक़ाबलों में टीम का नेतृत्व किया है और 13.64 की औसत से 17 विकेट लिए।
इस सीज़न उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिल्ली के ख़िलाफ़ ग्रुप मैच में आया, जब उन्होंने मैच के पहले ओवर में हैट्रिक ली थी। इस मैच में उन्होंने 39 रन देकर आठ विकेट लिए। साथ ही उन्होंने उस मैच में 70 रन भी बनाए थे। उनादकट ने सौराष्ट्र के लिए इस सीज़न कोई भी नॉकआउट मुक़ाबला नहीं खेला है। उनकी अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व अर्पित वसावड़ा ने किया था।
12 साल के बाद बांग्लादेश दौरे पर भारतीय टीम में जगह बनाने वाले उनादकट को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में भी शामिल किया गया था। हालांकि पहले मैच में वह प्लेइंग-XI का हिस्सा नहीं थे। दूसरे टेस्ट में भी भारत अपने गेंदबाज़ी क्रम में शायद कोई बदलाव नहीं करना चाहेगा।