रोहित संतुष्ट लेकिन माना कि टीम में अभी भी सुधार की ज़रूरत है
भारत के लिए धवन, कोहली और ख़ुद रोहित का फ़ॉर्म चिंता का विषय रहा
शशांक किशोर
18-Jul-2022
विराट कोहली का इस सीरीज़ में ख़राब प्रदर्शन जारी रहा • Getty Images
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बताया है कि वह भारत के बल्लेबाज़ी की ऊपरी क्रम के फ़ॉर्म के बारे में चिंतित नहीं हैं लेकिन इस पहलू पर "सोच विचार की ज़रूरत है।" शिखर धवन ने तीन पारियों में एक, नौ और 31 नाबाद बनाए जबकि विराट कोहली के खाते में दो वनडे पारियों में 46 रन ही आए। इससे पहले उन्होंने टी20 सीरीज़ में 11 और एक ही बनाए थे। रोहित ने ख़ुद पहले वनडे में शानदार 10 विकेट की जीत में 76 नाबाद के बाद शून्य और 17 के स्कोर खड़े किए।
रोहित से जब पूछा गया कि भारत के शीर्ष क्रम की बल्लेबाज़ी चिंता का विषय है या नहीं तो उन्होंने कहा, "नहीं लेकिन हम समझते हैं कि इस बारे में सोच विचार की ज़रूरत है। [ओल्ड ट्रैफ़र्ड] विकेट में कुछ ख़ास नहीं था लेकिन हमने कुछ साधारण शॉट पर विकेट गंवाए। फिर भी मैं इन खिलाड़ियों पर भरोसा जताता हूं क्योंकि इन्होंने पहले भी बहुत बड़े परफ़ॉर्मेंस दिए हैं। मैं फ़िलहाल इतना ही कहूंगा क्योंकि मुझे उनकी गुणवत्ता का संज्ञान है।"
लॉर्ड्स में दूसरे वनडे में भारत 247 का पीछा करते हुए 29 पर तीन विकेट गंवा चुका था और तीसरे मैच में नौवें ओवर तक उसके 38 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे। धवन प्वाइंट में ड्राइव लगाते हुए आउट हुए तो वहीं रोहित स्लिप में और कोहली ठीक दूसरे वनडे की तरह विकेट के पीछे लपके गए। इसके बाद हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत के बीच पांचवें विकेट के लिए एक तेज़-तर्रार 133 रनों की साझेदारी ने भारत को पांच विकेट से बड़ी जीत की राह पर रखा। पंड्या ने 55 गेंदों पर 71 बनाए तो वहीं पंत ने वनडे क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ा।
रोहित ने कहा, "हम 260 का लक्ष्य पाकर काफ़ी संतुष्ट थे। पिच अच्छी थी लेकिन हमें पता था शुरुआती विकेट गिरने से यह कठिन हो जाएगा। फिर भी मिडिल ऑर्डर के कई खिलाड़ी लंबी पारी खेलने से वंचित होते रहे हैं और आज हमने देखा हार्दिक और ऋषभ क्या कर सकते हैं। दोनों ने बहुत चतुराई से बल्लेबाज़ी की और सही क्रिकेट खेलते हुए जीत दिलाई।"
पिछले नवंबर स्थायी रूप से सीमित ओवर क्रिकेट के कप्तान बनने के बाद रोहित की यह लगातार दूसरी सीरीज़ जीत रही। वह 1986 में कपिल देव, 1990 में मोहम्मद अज़हरुद्दीन और 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के बाद इंग्लैंड में द्विपक्षीय सीरीज़ जीतने वाले चौथे भारतीय कप्तान भी बने। उन्होंने कहा, "हम यहां सफ़ेद गेंद क्रिकेट में कुछ साबित करने आए थे और हमने काफ़ी हद तक ऐसा किया है। कुछ चीज़ों में हम अभी भी सुधार ला सकते हैं लेकिन हम अपने प्रयास से बहुत ख़ुश हैं।
"हम यहां जब पिछले बार आए थे तो हारे थे और यह दौरे के लिए आसान जगह नहीं। एक इकाई के रूप में आकर अच्छा खेलना और जीतना ऐसे में बहुत संतोषजनक है।"
रोहित ने पंड्या की जमकर तारीफ़ की। पंड्या ने तीन मैच में छह विकेट झटके और आख़िरी मुक़ाबले में करियर के सर्वश्रेष्ठ 24 रन देकर चार विकेट लिए। वहीं युज़वेंद्र चहल ने भी टी20 विश्व कप में टीम से बाहर रहने के बाद फिर अपनी अहमियत को दर्शाते हुए 5.35 की इकॉनमी से सात विकेट लिए।
चहल पर रोहित ने कहा, "वह हमारे लिए एक बड़े खिलाड़ी हैं। टी20 विश्व कप मिस करना उनके लिए दुर्भाग्य की बात थी लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की है। हार्दिक ने मैदान के आकार का बढ़िया उपयोग किया। मैदान का एक हिस्सा बड़ा था और उन्होंने शॉर्ट गेंद का अच्छा उपयोग करते हुए अपने विकेट लिए। मैं उनके लिए भी बहुत ख़ुश हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo में स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।