साउथ अफ़्रीका को टी20 वर्ल्ड कप के
फ़ाइनल में हराने के बाद भारतीय क्रिकेट के कई दिग्गज टी20 आई से संन्यास की घोषणा कर रहे हैं। विराट कोहली और रोहित शर्मा ने तो मैच के ठीक बाद ही टी20आई से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी और अब इस फ़ेहरिस्त
रवींद्र जाडेजा का भी नाम जुड़ गया है। जाडेजा ने अपनी टी20 करियर को अलविदा कहने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा, 'टी20 विश्व कप जीतना एक सपने के सच होने जैसा था। यह मेरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि थी।"
जाडेजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से इस प्रारूप को "अलविदा" कहा। उन्होंने वहां लिखा, " (आप सभी का) पूरे दिल से आभार व्यक्त करते हुए, मैं टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहता हूं। पूरे गर्व के साथ सरपट दौड़ते हुए एक अडिग घोड़े की तरह, मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया है और अन्य प्रारूपों में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। इतनी सारी यादों, उत्साहवर्धन और आपके समर्थन के लिए तहे दिल से शुक्रिया"
जाडेजा 74 टी20आई मैचों के बाद संन्यास ले रहे हैं। हालिया बीते विश्व कप में वह भारत के हर मैच में शामिल थे। हालांकि इस विश्व कप में जाडेजा की भूमिका ज़्यादा बड़ी नहीं थी। पांच पारियों में उन्होंने केवल 22 गेंदों का सामना किया और 35 रन बनाए। साथ ही गेंदबाज़ी में उनहोंने 14 ओवर फेंके और 7.57 की इकॉनॉमी रेट से एक विकेट लिया। सभी टी20आई मैच में जाडेजा ने 127.16 की इकॉनमी से कुल 515 रन बनाए और 7.13 की इकॉनमी से 54 विकेट लिए।
35 वर्षीय जडेजा IPL में एक बहुत ही मझे हुए खिलाड़ी हैं, जहां उन्होंने चार ख़िताब जीते हैं। तीन ट्रॉफ़ी उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ और एक 2008 के उद्घाटन सत्र में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के साथ जीता था।
भारत में कुछ क्रिकेटर पिछले कुछ समय से तीनों प्रारूप मका अहम हिस्सा रहे हैं और जाडेजा उनमें से एक हैं। जाडेजा टेस्ट और वनडे फ़ॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे, जहां उन्हें क्रमशः 72 और 197 मैचों का अनुभव है। टेस्ट में उनके पास 3036 रन और 294 विकेट हैं। वहीं वनडे में उन्होंने 2756 रन और 220 विकेट लिए हैं। उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड क्षेत्ररक्षकों में से एक माना जाता है।