रोहित : हम हर हाल में यह विश्व कप जीतना चाहते थे
रोहित ने कहा कि यह जीत खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और टीम मैनेजमेंट द्वारा मिले भरपूर समर्थन का नतीजा है
ESPNcricinfo स्टाफ़
29-Jun-2024
भारत 17 वर्षों बाद T20 वर्ल्ड कप का विजेता बन गया है। साउथ अफ़्रीका को एक क़रीबी मुक़ाबले में मात देकर 11 वर्षों बाद भारत को कोई ICC ट्रॉफ़ी हासिल हुई है। भारत की इस जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने अपने इस टीम के प्रदर्शन का श्रेय सभी खिलाड़ियों को टीम मैनेजमेंट को दिया।
रोहित ने कहा, "पिछले तीन चार वर्षों में की गई मेहनत को शब्दों में बयां करना आसान नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो इस दौरान एक व्यक्ति और एक समूह के तौर पर हमने कड़ी मेहनत की है। आज जहां हम हैं, वहां पहुंचने के क्रम में पर्दे के पीछे काफ़ी मेहनत की गई है। यह कुछ वैसा नहीं है, जो हमने सिर्फ़ आज किया है बल्कि पिछले तीन चार वर्षों से हम इसी तरह की क्रिकेट खेलते आ रहे थे। आज हमें उसका परिणाम मिला है।"
एक समय ऐसा लग रहा था भारत मुक़ाबले से बाहर हो गया है। हाइनरिक क्लासन ने एक ही ओवर में अक्षर पटेल के ख़िलाफ़ 24 रन बटोर लिए थे और ऐसा लग रहा था कि मैच भारत की पकड़ से दूर चला गया है। लेकिन अचानक मैच में नाटकीय मोड़ आ गया।
रोहित ने कहा, "हमने पहले भी इस तरह के दबाव से भरे मैच खेले हैं और हमें उन मैचों में हार का सामना भी करना पड़ा है। लेकिन हमारे दल के खिलाड़ियों को पता है कि ऐसी परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। आज जिस तरह से हम खेले वह इसका सटीक उदाहरण था। हम एक टीम के तौर पर एकसाथ खड़े रहे तब भी जब ऐसा लग रहा था कि मैच साउथ अफ़्रीका के पक्ष में जा रहा है। हम हर हाल में इस ट्रॉफ़ी को हासिल करना चाहते थे। इस तरह के टूर्नामेंट को जीतने के लिए काफ़ी मेहनत लगती है। मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और मैं टीम मैनेजमेंट का भी आभारी हूं जो उन्होंने हमें स्वतंत्रता के साथ खेलने की छूट दी।"
विराट कोहली के फ़ॉर्म को लेकर इस विश्व कप में काफ़ी सवाल उठाए जा रहे थे लेकिन फ़ाइनल जैसे अहम मैच में कोहली की 76 रनों की पारी के चलते भारत एक लड़ने लायक स्कोर तक पहुंच पाया। शुरुआत में तीन विकेट गिरने के बाद कोहली ने पहले अक्षर और फिर शिवम दुबे के साथ अर्धशतकीय साझेदारियां कर भारत को एक अच्छे स्कोर की ओर अग्रसर कर दिया था। हालांकि प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड लेने के साथ ही कोहली ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा भी कर दी।
रोहित ने कहा, "विराट के फ़ॉर्म को लेकर कोई भी संशय में नहीं था। हमें पता है कि वह किस तरह के बल्लेबाज़ हैं। विराट एक छोर पर डटे रहे जोकि हमारे लिए काफ़ी अहम सिद्ध हुआ। अन्य खिलाड़ी उनके इर्द गिर्द अपनी पारी बुनते रहे। अक्षर की पारी भी हमारे लिए काफ़ी अहम थी। विराट 15 वर्षों से ऐसा करते आ रहे हैं और बड़े खिलाड़ी अहम अवसरों पर अच्छा प्रदर्शन करते ही हैं।"
हार्दिक पंड्या ने क्लासन का विकेट लेकर भारत की वापसी की राह को खोल दिया था। हालांकि जीत के लिए भारत को अब भी काफ़ी ज़ोर लगाना था। तीन ओवर में अभी भी साउथ अफ़्रीका को जीत के लिए 22 रन ही चाहिए था और डेविड मिलर और मार्को यानसन क्रीज़ पर मौजूद थे। हालांकि रोहित ने अगला ओवर जसप्रीत बुमराह को दिया और इस ओवर में उन्होंने यानसन को चलता कर सिर्फ़ रो रन ही दिए। मैच अब भारत के पलड़े में झुकना शुरू हो गया था। बुमराह ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया और इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ भी चुना गया।
रोहित ने कहा, "बुमराह के साथ मैंने काफ़ी लंबे समय तक क्रिकेट खेली है। मैंने काफ़ी दिनों से उन्हें देखते आ रहा हूं, लेकिन मुझे भी नहीं पता कि वो यह सब कैसे कर लेते हैं। वो जिस तरह से गेंदबाज़ी करते हैं वह अपने आप में एक मास्टरक्लास है। वह अपनी रणनीति को बेहतरीन ढंग से अमलीजामा पहनाते हैं। हार्दिक ने भी बढ़िया गेंदबाज़ी की, अंतिम ओवर डालना कभी भी आसान नहीं रहता है।"
साउथ अफ़्रीका को जीत के लिए अंतिम ओवर में 16 रन चाहिए थे और मिलर अब भी मौजूद थे। हार्दिक के ऑफ़ स्टंप के बाहर लो फ़ुल टॉस गेंद को लॉन्ग ऑफ़ पर खेल दिया था लेकिन सूर्यकुमार यादव के एक बेहतरीन कैच ने मिलर को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया और अब साउथ अफ़्रीका के पास एक भी विशेषज्ञ बल्लेबाज़ मौजूद नहीं था।
रोहित ने कहा, "मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है। और जिस तरह से प्रशंसकों ने न्यूयॉर्क से लेकर बारबेडोस तक हमारा समर्थन किया इसका मैं शुक्रिया अदा करता हूं। मैं उन्हें इस अपार समर्थन के लिए सलाम करता हूं। और मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में भी लाखों करोड़ों प्रशंसक इस समय हमें देख रहे होंगे। उन्हें भी हमारी तरह इस ट्रॉफ़ी का इंतज़ार था। यह ट्रॉफ़ी उनके लिए है।"