ज़िम्बाब्वे ने हरारे में हुए
पहले T20I में भारत को 13 रनों से हराकर पांच मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त ले ली है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी ज़िम्बाब्वे की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में सिर्फ़ 115 रन बनाए थे, लेकिन भारत की पूरी टीम सिर्फ़ 102 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। ज़िम्बाब्वे की इस जीत में उनके कप्तान
सिंकदर रज़ा और
टेंडई चतारा ने तीन-तीन विकेट लिए।
वहीं पहली पारी में भारत की तरफ़ से
रवि बिश्नोई ने भी कमाल की गेंदबाज़ी की। उन्होंने अपने चार ओवर के स्पेल में दो मेडेन ओवर के साथ सिर्फ़ 14 रन देकर चार विकेट लिए। हालांकि उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन को भारतीय बल्लेबाज़ नहीं भुना पाए और निरंतर अंतराल पर गिरते विकेटों ने भारत को हार तक पहुंचा दिया। आइए देखते हैं इस मैच में क्या-क्या नए रिकॉर्ड बने?
2 भारत, इंग्लैंड के बाद सिर्फ़ दूसरा ऐसा देश बन गया है, जो T20 वर्ल्ड कप जीतने के तुरंत बाद अपना पहला T20I मैच हारा हो। इंग्लैंड 2022 में T20 वर्ल्ड कप जीता था, लेकिन उन्हें अपने अगले T20I मैच में ही नहीं बल्कि सीरीज़ में भी बांग्लादेश के ख़िलाफ़ हार मिली थी। उन्हें इस सीरीज़ में बांग्लादेश ने 3-0 से पटखनी दी थी और इंग्लैंड की टीम एक भी मैच जीतने से महरूम रह गई थी।
116 यह किसी पूरे हुए मैच का सबसे कम लक्ष्य है, जिसे भारत ने
प्राप्त नहीं कर पाया हो। इससे पहले 2016 के T20 वर्ल्ड कप के दौरान भारत, न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 127 रनों का पीछा नहीं कर पाई थी।
12 यह T20I में भी भारत की लगातार 12 मैचों के बाद पहली हार थी। भारत को इससे पहले दिसंबर 2023 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अंतिम बार T20I में हार का सामना करना पड़ा था। इन 12 मैचों में भारत को 11 मैचों में जीत मिली थी, जबकि एक मैच बारिश के कारण रद्द हुआ था। यह T20I में
भारत का संयुक्त रूप से सबसे सफल प्रदर्शन था और उन्होंने 2021-2022 की 12 लगातार मैचों में जीत के रिकॉर्ड की बराबरी की।
102 भारत ने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 102 रन बनाए, जो कि दूसरी पारी में
उनका दूसरा सबसे कम स्कोर है। 2016 T20 वर्ल्ड कप के दौरान न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 127 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम 76 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
यह ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ किसी भी पूर्णकालिक देश का
तीसरा सबसे न्यूनतम स्कोर है। वेस्टइंडीज़ ने 2010 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 79 और पाकिस्तान ने 2021 में इसी देश के ख़िलाफ़ 99 रन बनाए थे।
15 सिकंदर रज़ा के नाम T20I में अब 15 प्लेयर ऑफ़ द मैच अवॉर्ड हो गए हैं और वह इस मामले में सिर्फ़ विराट कोहली (16) से पीछे हैं। उन्होंने
इस मामले में फ़िलहाल सूर्यकुमार यादव (15) की बराबरी कर ली है, जो कि अब तक अकेले दूसरे स्थान पर थे। रज़ा के 16 में से छह प्लेयर ऑफ़ द मैच अवॉर्ड कप्तानी के दौरान आए हैं, जो दिखाता है कि कप्तान के बाद उनके खेल में और निखार आया है।
7 इस मैच में ज़िम्बाब्वे के चार और भारत के तीन बल्लेबाज़ों सहित कुल सात बल्लेबाज़ डक (शून्य) पर आउट हुए, जो कि किसी एक पूर्णकालिक देश के सम्मिलित होते हुए T20I मैचों में दूसरा सर्वाधिक डक का रिकॉर्ड है। इससे पहले वेस्टइंडीज़ और ज़िम्बाब्वे के बीच 2010 के
पोर्ट ऑफ़ स्पेन मैच में कुल आठ बल्लेबाज़ डक पर आउट हुए थे।