लीड्स में
जो रूट की इंग्लिश टीम ने भारत को पारी के अंतर से हराकर सीरीज़ में बराबरी कर ली और घर पर छह मैच से चले आ रहे जीत के सूखे को भी ख़त्म किया। यह एक बहुत बड़ी जीत थी और इस जीत के बाद इंग्लैंड अब सीरीज़ जीतने का दावेदार भी दिखने लगा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह इंग्लैंड की पूर्ण वापसी थी या इसे सिर्फ़ एक मैच की फ़ॉर्म वापसी माना जाए? ओवल में होने वाला टेस्ट इसी सवाल का जवाब देगा।
लीड्स टेस्ट से पहले तक भारत को इस सीरीज़ का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। नॉटिंघम और
लॉर्ड्स में उन्होंने यह दिखाया भी कि क्यों उन्हें प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन लीड्स में 78 रन पर आल आउट होने के बाद भारत की दावेदारी पर भी सवाल उठने लगे हैं और यह भी कहा जाने लगा है कि पिछले दो दौरों की तरह इस बार भी भारत बुरी तरह पराजित होगा। तो क्या भारत सीरीज़ में वापसी कर पाएगा? ओवल में होने वाला टेस्ट इस सवाल का भी जवाब देगा।
भारत के पास इस सीरीज़ के दो सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़
रोहित शर्मा और
केएल राहुल हैं। लीड्स की दूसरी पारी में 91 रन बनाकर चेतेश्वर पुजारा ने भी फ़ॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। हालांकि
कप्तान कोहली का
फ़ॉर्म अभी भी भारत के लिए चिंता का विषय है।
यह भारतीय टीम स्ट्रेंथ की गहराई ही है कि टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 गेंदबाज़ होने के बावजूद आर अश्विन को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पा रही है। लेकिन ओवल की पिच का रिकॉर्ड और व्यवहार देखकर टीम में उन्हें जगह मिल सकती है।
वहीं अगर इंग्लैंड की बात करें तो एंडरसन, रॉबिन्सन और ओवर्टन की तेज़ गेंदबाज़ी इकाई अब बेहतर दिख रही है। वहीं बर्न्स और हमीद ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर फ़िलहाल के लिए सलामी जोड़ी की भी समस्या को हल कर दिया है। डाविड मलान कि टेस्ट टीम में वापसी भी इंग्लैंड के लिए अच्छे संकेत हैं। जॉस बटलर व्यक्तिगत कारणों से इस मैच में नहीं खेलेंगे, लेकिन क्रिस वोक्स की वापसी उनके लिए अच्छे संकेत हैं।
हालिया फ़ॉर्म-पिछले पांच मैच
इंग्लैंड : जीत, हार, ड्रॉ, हार, ड्रॉ
भारत : हार, जीत, ड्रॉ, हार, जीत
इन पर रहेगी नज़र
जनवरी में टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले जॉनी बेयरस्टो ने श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन भारत में वह चार पारियों में तीन डक पर आउट हुए। हालांकि विकल्प ना होने के कारण वह टीम में बने रहे। अब बटलर के बाहर होने के कारण उनके ऊपर विकेटकीपिंग की भी जिम्मेदारी है।
दिलचस्प बात यह है कि कीपिंग करने के दौरान उनका बल्लेबाज़ी औसत, उनके करियर औसत 27.41 से कहीं बढ़कर 37.85 हो जाता है। अब जब बटलर का टेस्ट करियर अनिश्चित है, बेयरस्टो एक बार फिर बल्ले और ग्लब्स दोनों के साथ अपनी उपयोगिता साबित करना चाहेंगे।
वहीं अगर भारत की बात करें तो ऋषभ पंत का इस सीरीज़ में औसत महज 17.40 का रहा है, जो कि इंग्लिश परिस्थितियों में उनके संघर्ष को दिखाता है। पिछली पांच पारियों में चार बार आउट कर रॉबिन्सन ने उन्हें खासा परेशान किया है। ओवल की ही पिच पर 2018 में शतक लगाकर ऋषभ पंत ने दुनिया को अपना परिचय दिया था, इस बार फिर ओवल में उनके लिए मौका रहेगा।
टीम न्यूज़
पिछला मैच जीतने के बावजूद बटलर के जाने की वजह से इंग्लैंड को टीम में बदलाव करना होगा। 2019 के ऐशेज़ के बाद बेयरस्टो पहली बार टेस्ट में कीपिंग करेंगे, वहीं ओवल में प्रथम श्रेणी मैचों में 100 से ऊपर का औसत रखने वाले ऑली पोप टीम में आ सकते हैं। सैम करन की जगह आलराउंडर के विकल्प के तौर पर क्रिस वोक्स अगस्त, 2020 के बाद टेस्ट टीम में वापसी करेंगे।
इंग्लैंड (संभावित एकादश) : रोरी बर्न्स, हसीब हमीद, डाविड मलान, जो रूट (कप्तान), ऑली पोप, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), मोईन अली, क्रिस वोक्स, ऑली रॉबिन्सन, क्रेग ओवर्टन, जेम्स एंडरसन
इंग्लैंड के विपरीत भारत के लिए कई चयन सवाल हैं। हार के बाद ये सवाल और भी बड़े हो गए हैं। ओवल ऐसा मैदान है, जहां पर भारत अपने दोनों स्पिनरों के साथ उतर सकता है। ऐसे में टीम में अश्विन की वापसी हो सकती है।
भारत के गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण ने बताया कि लीड्स में मैच के बाद स्कैन के लिए गए रवींद्र जाडेजा अब फ़िट हैं, लेकिन कोहली के चार तेज़ गेंदबाज़ों के टेम्पलेट (संयोजन) को देखते हुए शार्दुल ठाकुर की भी टीम में आने की संभावना बन सकती है। इशांत शर्मा के फ़िटनेस पर सवाल हैं और संभवतः वह इस टेस्ट में नहीं खेलेंगे। मोहम्मद शमी को अगर वर्कलोड के चलते आराम दिया जाता है तो उमेश यादव के लिए भी संभावनाओं का द्वार खुल सकता है।
भारत (संभावित एकादश) : रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जाडेजा/आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर/इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी/उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज
पिच और मौसम
ओवल की पिच हमेशा से बल्लेबाज़ी के लिए जानी जाती है। अंतिम बार जब 2018 में भारत और इंग्लैंड की टीमें इस मैदान पर भिड़े थे, तब एलेस्टर कुक ने 147 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था। इसके अलावा रूट, राहुल और पंत ने भी शतक लगाए थे।
जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा पिच स्पिन गेंदबाज़ों को भी मदद देने लगेगी। इस समर के दौरान अपने एकमात्र कॉउंटी मैच में आर अश्विन ने इसी मैदान पर छह विकेट लिए थे। अगर मौसम की बात करें तो पांचों दिन मौसम के साफ रहने का अनुमान है, अंतिम दो दिनों में तापमान बढ़ सकता है।
दिलचस्प आंकड़े
इस मैच से पहले इंग्लैंड के उपकप्तान बनाए गए मोईन अली को 200 विकेट लेने के लिए सात विकेट की ज़रूरत है।
अश्विन, हरभजन सिंह के 413 विकेट के रिकॉर्ड से सिर्फ़ चार कदम दूर हैं।
भारत ने 1971 के बाद से इस मैदान पर जीत नहीं दर्ज की है। तब से पांच मैच ड्रॉ रहे हैं, जबकि तीन मैच भारत ने हारा है।
किसने क्या कहा?
"सीरीज़ की असल शुरूआत अब हो रही है।" - जो रूट, कप्तान, इंग्लैंड (लीड्स में जीत के बाद)
"अश्विन का खेलना पिच और परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ होने के बाद भी वह इस सीरीज़ में नहीं खेल पाए हैं।" - भरत अरूण, गेंदबाज़ी कोच, भारत
ऐलन गार्डनर (@alanroderick) ESPNcricinfo में डिप्टी एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है