बड़ी तस्वीर
पिछली बार 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत सेना देश के अपने मल्टी-फ़ॉर्मेट दौरे की प्रत्येक सीरीज़ में अपराजित रहा था। लेकिन इस तरह का अगला वाक़या का पता लगाने के लिए हमें 1986 में वापस जाना होगा, जब भारत ने इंग्लैंड में वनडे सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ की और टेस्ट सीरीज़ 2-0 से जीती थी।
रविवार को भारत के पास उस सूची में एक दौरे को जोड़ने का मौक़ा होगा। हां, वे इस दौरे पर एजबेस्टन टेस्ट हार गए थे, लेकिन टेस्ट सीरीज़ 2-2 से बराबर रही थी। फिर भारत ने अपने नए आक्रामक अंदाज़ से टी20 सीरीज़ 2-1 से अपने नाम की थी। क्या वे वनडे सीरीज़ में भी ऐसा कर सकता है?
जबकि इंग्लैंड को इस तरह के आंकड़े के बारे में शायद पता नहीं होगा, वे और उनके कप्तान जॉस बटलर, ओएन मॉर्गन के बाद के युग की शुरुआत घर पर सीमित ओवरों की दोनों सीरीज़ में हार के साथ नहीं करना चाहेंगे।
हालांकि दोनों टीमों को बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करने की ज़रूरत है। पहले वनडे में इंग्लैंड 110 रन पर सिमट गया था। अगले मैच में 247 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत सिर्फ़ 146 रन ही बना सका। एक रणनीति नई गेंद से निपटने की हो सकती है - दोनों मैचों में हारने वाली टीम अपनी पारी के पहले दस ओवरों में ही मैच हार गई थी। दूसरी चीज़ जो बल्लेबाज़ों को थोड़ी राहत दे सकती है, वह यह है कि तीसरा वनडे ओल्ड ट्रैफ़र्ड में खेला जाएगा, जहां हाल के दिनों में बड़े स्कोर बने हैं।
हालिया प्रदर्शन
इंग्लैंड जीत हार जीत जीत जीत
India हार जीत जीत जीत जीत
सुर्ख़ियों में
जेसन रॉय वह खिलाड़ी थे जो मॉर्गन की कप्तानी में इंग्लैंड के अटैंकिंग दृष्टिकोण का प्रतीक थे। लेकिन अपनी पिछली पांच पारियों में, पहली तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय में और अगली दो पारियां वनडे में, उनका स्कोर : 4, 0, 27 (26 गेंदों पर), 0, 23 (33 गेंदों पर) रहा है। जबकि शुरुआत से कड़ा प्रहार करने का इरादा अभी भी है, लेकिन परिणाम गायब रहे हैं। इंग्लैंड की सीमित ओवरों की बेंच स्ट्रेंथ यक़ीनन अपने सर्वश्रेष्ठ दौर में है, रॉय को पता होगा कि उन्हें जल्द से जल्द एक प्रभावशाली पारी की ज़रूरत है।
चलिए मान लेते हैं कि विराट कोहली हमेशा सुर्ख़ियों में रहेंगे - चाहे वह रन बना रहे हों, रन नहीं बना रहे हों, या
ट्विटर पर बाबर आज़म को जवाब दे रहे हों। लेकिन उनके अलावा
शिखर धवन पर भी नज़र रहेगी। धवन ने ओवल में नाबाद 31 रन बनाए, लेकिन इसके लिए उन्होंने 54 गेंदें ली और अश्वस्त करने से बहुत दूर दिखे। लॉर्ड्स में भी ऐसी ही कहानी रही, जहां वह 26 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए वनडे टीम का कप्तान बनाया गया है, लेकिन 36 साल की उम्र में अगर उनकी फ़ॉर्म में सुधार नहीं हुआ, तो टीम में उनकी जगह ख़तरे में पड़ सकती है।
टीम न्यूज़
इंग्लैंड ने हैरी ब्रूक, फ़िल सॉल्ट और मैट पार्किंसन को टी20 ब्लास्ट फ़ाइनल के लिए रिलीज़ कर दिया है। तीनों वनडे मैच के लिए मैनचेस्टर वापस आएंगे, लेकिन उनके खेलने की संभावना नहीं है। इसके अलावा अगर उन्होंने पहले वनडे मैच में दस विकेट से हारने के बाद कोई बदलाव नहीं किया, तो वे उस टीम के साथ क्यों छेड़छाड़ करेंगे जिसने उन्हें दूसरे वनडे में 100 रन से जीत दिलाई?
इंग्लैंड (संभावित): 1 जेसन रॉय, 2 जॉनी बेयरस्टो, 3 जो रूट, 4 बेन स्टोक्स, 5 जॉस बटलर (कप्तान और विकटकीपर), 6 लियम लिविंगस्टन, 7 मोईन अली, 8 डेविड विली, 9 क्रेग ओवर्टन, 10 ब्राइडन कार्स, 11 रीस टॉप्ली
धवन के संघर्ष करने के बावजूद भारत अभी भी उनके साथ बना रह सकता है। हालांकि वे अपनी बल्लेबाज़ी को लंबी करने के लिए प्रसिद्ध कृष्णा की जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में ला सकते हैं।
भारत (संभावित): 1 रोहित शर्मा (कप्तान), 2 शिखर धवन, 3 विराट कोहली, 4 सूर्यकुमार यादव, 5 ऋषभ पंत, 6 हार्दिक पंड्या, 7 रवींद्र जाडेजा, 8 मोहम्मद शमी, 9 जसप्रीत बुमराह, 10, युज़वेंद्र चहल, 11 प्रसिद्ध कृष्णा/शार्दुल ठाकुर
पिच और परिस्थितियां
यूके के मौसम विभाग ने "अत्यधिक गर्मी" की चेतावनी जारी की है, लेकिन 30 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान भारत को ज़्यादा प्रभावित नहीं करेगा।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है