जॉस बटलर ने इस सीज़न में अपना चौथा शतक जड़ा • BCCI
राजस्थान रॉयल्स 161 पर 3 (बटलर 106*, सैमसन 23, हेज़लवुड 2-23) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 157 पर 8 (पाटीदार 58, डुप्लेसी 25, प्रसिद्ध 3-22, मकॉए 3-23) को सात विकेट से हराया
अहमदाबाद में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सात विकेट से हराकर राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2022 के फ़ाइनल में प्रवेश किया। 2008 में चैंपियन बनने के बाद पहली बार उन्होंने यह कारनामा किया है। प्रसिद्ध कृष्णा और ओबेद मकॉए ने तीन-तीन विकेट लेकर बेंगलुरु को आठ विकेट के नुक़सान पर 157 के स्कोर पर रोक दिया।
इसके बाद जॉस बटलर और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 31 गेंदों पर 61 रन जोड़कर बेंगलुरु को बहुत पीछे धकेल दिया। 21 रन बनाकर जायसवाल चलते बने लेकिन बटलर रुके ही नहीं। उन्होंने इस सीज़न में अपना चौथा शतक बनाया जो संयुक्त रूप से एक आईपीएल सीज़न में सर्वाधिक शतक बनाने का रिकॉर्ड है।
राजस्थान का प्रदर्शन इतना दमदार था कि मैच समाप्त होने से पहले ही समर्थकों ने घर जाना शुरू कर दिया था। जब बटलर ने हर्षल पटेल के विरुद्ध छक्का लगाकर मैच का अंत किया, पारी में 11 गेंदें शेष थी।
संघर्ष भरी शुरुआत
टॉस पर संजू सैमसन ने कहा था कि पिच थोड़ी कठिन लग ही थी। ज़्यादा गेंदें पिच में फंसी नहीं लेकिन गेंदबाज़ों के लिए अतिरिक्त उछाल और मदद थी। विराट कोहली ने पहले ओवर में ट्रेंट बोल्ट के विरुद्ध डीप स्क्वेयर लेग के ऊपर से छक्का लगाया लेकिन अगले ओवर में वह प्रसिद्ध का शिकार बन गए।
चार ओवरों के बाद बेंगलुरु का स्कोर केवल 25 रन था। इसके बाद फ़ाफ़ डुप्सेली ने पांचवें ओवर में दो चौके जड़े। दूसरे छोर से रजत पाटीदार ने प्रसिद्ध के विरुद्ध दो चौके लगाए। उन्होंने एक और चौका लगाने का प्रयास किया और बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच दे बैठे। रियान पराग ने कैच टपकाया जिससे बेंगलुरु को पावरप्ले में अच्छा स्कोर बनाने का मौक़ा मिल गया।
पाटीदार का अच्छा प्रदर्शन
पावरप्ले के बाद दो ओवरों में केवल छह रन बने। इस समय डुप्लेसी और पाटीदार लगभग 100 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी कर रहे थे। युज़वेंद्र चहल के ख़िलाफ़ लॉन्ग ऑन पर छक्का लगाकर उन्होंने तेज़ी पकड़ी। मकॉए ने दूसरे छोर पर संघर्ष कर रहे डुप्लेसी को चलता किया। ग्लेन मैक्सवेल क्रीज़ पर आए और उन्होंने शुरुआत में ही दो छक्के जड़े। हालांकि बोल्ट की छोटी गेंद को मैदान के बाहर भेजने के प्रयास में वह फ़ाइन लेग पर लपके गए।
पाटीदार ने आक्रमण करना जारी रखा और 40 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। 16वें ओवर में उन्होंने अश्विन की गेंद को डीप मिडविकेट सीमा रेखा के बाहर भेजा लेकिन अगली गेंद को लॉन्ग ऑफ़ के बाहर भेजने की कोशिश में वह सीमा रेखा पर लपके गए।
किफ़ायती डेथ गेंदबाज़ी
16 ओवर के बाद बेंगलुरु का स्कोर था चार विकेट के नुक़सान पर 132 रन। ऐसा लग रहा था कि वह आसानी से 170 रन तक पहुंच जाएगी। हालांकि चहल, मकॉए और प्रसिद्ध ने अंतिम चार ओवरों में केवल 25 रन देकर ऐसा होने नहीं दिया। प्रसिद्ध द्वारा डाले गए पारी के 19वें ओवर में मैच राजस्थान के पक्ष में मुड़ गया। पहली गेंद पर उन्होंने दिनेश कार्तिक को लॉन्ग ऑन पर कैच करवाया। इसके बाद उन्होंने एक सटीक यॉर्कर के साथ वनिंदु हसरंगा को क्लीन बोल्ड कर दिया।
बटलर और जायसवाल जमकर बरसे
लक्ष्य बड़ा नहीं था और बटलर और जायसवाल ने एक तूफ़ानी शुरुआत देकर राजस्थान को मैच में काफ़ी आगे कर दिया। जायसवाल ने मोहम्मद सिराज के पहले ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया। सिराज के अगले ओवर में बटलर ने दो चौके और एक छक्का जड़ दिया। मैक्सवेल ने एक ख़ामोश ओवर के बाद बटलर ने शाहबाज़ अहमद को आड़े हाथों लिया। हेज़लवुड ने पावरप्ले के अंतिम ओवर में जायसवाल को चलता किया लेकिन बटलर नहीं रुके और 23 गेंदों पर उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया।
सैमसन की शुरुआत धीमी रही लेकिन उन्होंने शाहबाज़ को छक्का लगाकर तेज़ी पकड़ी। आधी पारी की समाप्ति पर राजस्थान ने 103 रन बना लिए थे और जीत केवल 55 रन दूर थी।
बेंगलुरु का टा-टा बाय-बाय
33 गेंदों पर 66 रन बनाकर खेल रहे बटलर ने हर्षल की गेंद पर बाहरी किनारे के चलते कैच का मौक़ा दिया लेकिन विकेटों के पीछे कार्तिक गेंद को लपक नहीं पाए। हसरंगा ने टी20 क्रिकेट में छठी बार सैमसन को अपना शिकार बनाया। इस बार वह गुगली गेंद पर स्टंप आउट हुए।
12वें से 15वें ओवर में केवल 14 रन बनाने के बाद भी राजस्थान को अंतिम पांच ओवरों में 32 रनों की आवश्यकता थी। बटलर ने हसरंगा के विरुद्ध एक ओवर में दो छक्के लगाए और इस सीज़न में 800 रनों का आंकड़ा पार किया। उन्होंने 59 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया और छक्के के साथ मैच को अपने अंजाम पर पहुंचाया।