मध्य प्रदेश 397 (शुभम 102, हिमांशु 89, रजत 85, विनय 5-83) और 26-0 (यश 17*, हिमांशु मंत्री 9*) ने पंजाब 219 (अभिषेक 47, अनमोलप्रीत 47, पुनीत 3/48, अनुभव 3-36) और 203 (अनमोल 34, मयंक 33, कार्तिकेय 6-50, सारांश 4-100) को 10 विकेट से हराया
मध्य प्रदेश के स्पिनरों
कुमार कार्तिकेय और
सारांश जैन ने दूसरी पारी में पंजाब के सभी दस विकेट आपस में बांटकर उन्हें वापसी का कोई मौक़ा नहीं दिया और अपनी टीम को 10 विकेट की बड़ी जीत दिला दी। अब सेमीफ़ाइनल में पंजाब का मुक़ाबला
बंगाल और झारखंड के मैच के होने वाले विजेता से होगा।
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश को 26 रन का छोटे सा लक्ष्य मिला, जिसे उनके दोनों सलामी बल्लेबाज़ों हिमांशु मंत्री और यश दुबे ने बिना कोई दिक्कत के आसानी से पा लिया। हालांकि इस दौरान हिमांशु को कप्तान अभिषेक शर्मा की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने मिड ऑन पर एक जीवनदान भी दिया।
इससे पहले मैच के चौथे दिन पंजाब ने 120 रन पर पांच विकेट के साथ शुरुआत की। वह मैच में अभी भी 58 रन से पीछे थे। दिन के पहले आधे घंटे में पंजाब के विकेटकीपर बल्लेबाज़ अनमोल मल्होत्रा (34) और सिद्धार्थ कौल (31) ने सधी हुई शुरुआत की और ऐसा संकेत दिया कि वे मैच को और लंबा खींच सकते हैं। दोनों ने कार्तिकेय और पुनीत दाते के आक्रमण को बहुत सावधानी से खेला। इस दौरान कौल को जब भी मौक़ा मिला तब उन्होंने अपने हाथ भी खोले। हालांकि इसी हाथ खोलने के चक्कर में उन्हें अपना विकेट भी गंवाना पड़ा, जब सारांश की गेंद को वह मिडविकेट पर मारने के चक्कर में अपना संतुलन खो बैठे और विकेट के पीछे उन्हें स्टंप आउट करने में मंत्री ने कोई ग़लती नहीं की।
इसके बाद विकेटों के गिरने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। कार्तिकेय ने अगले बल्लेबाज़ सनवीर सिंह को बोल्ड करके शून्य पर पवेलियन भेजा और फिर विकेट पर टिक कर खेल रहे अनमोल को स्लिप में रजत पाटीदार के हाथों में फंसाया। बीच में मयंक मार्कंडेय ने कुछ लंबे शॉट लगाकर पंजाब की पारी के हार को टाला लेकिन वह इसे अधिक देर तक टाल नहीं सके। पारी के 69वें ओवर में आकर सारांश ने विनय चौधरी और बलतेज सिंह को पवेलियन भेज दिया। एक चौके और तीन छक्के की मदद से मार्कंडेय ने 37 गेंदों में 33 रन बनाए।
इससे पहले पहली पारी में 178 रन से पिछड़ रहे पंजाब की टीम को दूसरी पारी में भी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें कार्तिकेय ने एक के बाद एक लगातार झटके दिए और पंजाब के अनुभवी बल्लेबाज़ी क्रम को घूमती हुई पिच पर टिकने नहीं दिया। सबसे पहले उन्होंने शुभमन गिल को स्लिप में रजत के हाथों लपकवाया और फिर मंदीप सिंह को भी कुछ इसी अंदाज़ में आउट हुए। दूसरे छोर से सारांश ने पंजाब के कप्तान अभिषेक और अनमोलप्रीत सिंह को पवेलियन भेजा। इसके बाद पंजाब का निचला मध्य क्रम ही बचा था, जिसे मैच के चौथे दिन की सुबह ही दोनों स्पिनरों ने उखाड़ दिया।