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क्रिकेट में नामीबिया की योजनाओं को पार लगा रही पीएसएल की टीम

2021 टी20 विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन ने नामीबिया में खेल को लेकर लोगों में बढ़ाई रुचि

The Namibia players get together in celebration, Namibia vs New Zealand, T20 World Cup, Group 2, Sharjah, November 5, 2021

2021 टी20 विश्व कप में नामीबिया ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया था  •  Getty Images

पिछले साल टी20 विश्व कप में राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन का नामीबियाई क्रिकेट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस साल अक्तूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में वह अपना प्रदर्शन दोहराना चाहेंगा या और बेहतर करना चाहेंगे। हालांकि यह उनकी तैयारी पर निर्भर करता है और नामीबिया क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी जोहान मुलर को उम्मीद है कि इस संबंध में दो क्लब टीमों के ख़िलाफ़ ग्लोबल टी20 टूर्नामेंट महत्वपूर्ण होगा।
मुलर ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो से कहा "2021 विश्व कप में राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन (उन्होंने पहले दौर में आयरलैंड और नीदरलैंड्स को हराया और मुख्य दौर में स्कॉटलैंड को) ने नामीबिया में क्रिकेट के लिए रुचि, दिशा और विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। हम स्पष्ट रूप से देखते हैं कि खिलाड़ियों ने जिस तरह से प्रदर्शन किया वह विश्व स्तरीय इवेंट में नामीबिया का किसी भी खेल में सर्वश्रेष्ठ टीम प्रदर्शन था।
"इसका न केवल खेल में दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ी बल्कि विकास कार्यक्रमों में भी गहरा प्रभाव पड़ा। हमारा तिमाही कार्यक्रम पिछले साल अफ़्रीका में सबसे बड़ा था। हमारे 69,000 बच्चे मिनी क्रिकेट खेल रहे थे, जिसका अर्थ है कि 2021 में प्राथमिक स्कूल के प्रत्येक पांच बच्चों में से एक को क्रिकेट में भाग लेने का अवसर मिला।
"यह एक महत्वपूर्ण संख्या है यदि आप इसकी तुलना किसी अन्य देश से करते हैं, जिसने अपने विकास कार्यक्रम के साथ किसी भी देश में प्रतिभागियों के रूप में पंजीकृत संख्या प्राप्त की है। हमने 2022 विश्व कप के लिए क्वालीफ़ाई किया और सुनिश्चित किया कि हमारे पास तैयारी के लिए छोटी अवधि न हो। इसने इस आयोजन की तैयारी में एक और वर्ष जोड़ा जिसका स्पष्ट रूप से देश पर प्रभाव पड़ा है। इन सबके अलावा 2027 वनडे विश्व कप की सह मेज़बानी ने क्रिकेट को देखने के लिए मंत्रालय, सरकार और स्थानीय समुदायों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। विशेष रूप से ढांचा को विकसित करने पर ज़ोर है।"
नामीबिया ने वनडे विश्व कप लीग 2 में नेपाल और स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ वनडे क्रिकेट खेला है। इसके अलावा उन्होंने जर्सी और यूएसए के ख़िलाफ़ पिछले महीने घर में टी20 त्रिकोणीय सीरीज़ खेला। साथ ही क्रिकेट नामीबिया ने टी20 विश्व कप की तैयारी के लिए पाकिस्तान और साउथ अफ़्रीका के क्लब टीमों के ख़िलाफ़ एक टी20 त्रिकोणीय सीरीज़ की व्यवस्था की है। पाकिस्तान से मौजूदा पीएसएल चैंपियन लाहौर क़लंदर्स (अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के बिना) है और साउथ अफ़्रीका से इम्पीरियल लायंस जिन्होंने अप्रैल में सीएसए प्रोविंशियल वनडे चैलेंज डिवीज़न वन जीता था।
मुलर ने कहा, "इस टूर्नामेंट के लिए दरअसल कई कारण हैं। पहला है ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप के लिए ऑन फ़ील्ड तैयारी। टी20 फ़ॉर्मैट में उच्च गुणवत्ता वाली विपक्षी टीमों के साथ खेलना हमारी तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है। यह वैसा ही है जिसने पिछले साल हमें बहुत सफलता दिलाई और कुछ ऐसा जिसे हम दोहराना चाहते हैं। हमने इस साल की शुरुआत में ज़िम्बाब्वे के साथ और आईसीसी के सदस्य देशों में शीर्ष टीमों के साथ खेलने का प्रबंधन किया।
"आप हमेशा उन टीमों में असाधारण प्रतिभाशाली खिलाड़ी पाते हैं जो उच्च क्षमता वाले होते हैं और टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए ऑन फ़ील्ड तैयारी हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
"दूसरा कारण है व्यावसायिक। टी20 व्यावसायिक स्थान संतृप्त हो रहा है और मुझे लगता है कि नामीबिया जैसे शीर्ष सहयोगी सदस्य देश के खिलाफ टीम सेट-अप में खेलने वाले विभिन्न देशों के शीर्ष खिलाड़ियों में मूल्य है। मुझे उम्मीद है कि यह समापन एक मंच होगा नामीबिया में हमारे पास और विश्व मंच पर कुछ खिलाड़ियों की प्रतिभा दिखाने के लिए।"
टी20 व्यावसायिक क्षेत्र फल-फूल रहा है और मुझे लगता है कि नामीबिया जैसे शीर्ष सहयोगी सदस्य देश के ख़िलाफ़ विभिन्न देशों के शीर्ष खिलाड़ियों का एक टीम सेटअप में खेलना काफ़ी महत्व रखता है। मुझे उम्मीद है कि यह प्रतियोगिता नामीबिया में हमारे पास मौजूद प्रतिभा और कुछ खिलाड़ियों को विश्व मंच पर प्रदर्शित करने के लिए एक मंच होगा।"
यह चार टीमों वाली टूर्नामेंट के रूप में योजना बनाई गई थी, लेकिन भारतीय घरेलू टीम बंगाल को अपने क़दम पीछे खीचना पड़ा, क्योंकि बीसीसीआई भारतीय क्रिकेटरों को भारत के बाहर टी 20 टूर्नामेंटों में भाग लेने की अनुमति नहीं देता है। उस समय टूर्नामेंट को बदल दिया गया था और क़लंदर्स के ख़िलाफ़ नामीबिया दो वनडे मैच खेलेगा।
मुलर ने कहा, "बंगाल की टीम के नहीं आने से यह थोड़ा झटका था। यह (बंगाल की टीम का क़दम वापस लेना) काफ़ी देर से हुआ, जो मुझे लगता है कि सबसे बड़ा धक्का था, क्योंकि हमने पहले से ही चार टीमों वाली टूर्नामेंट की योजना बनाई थी और हम बीसीसीआई से अंतिम पुष्टि तक विज्ञापन नहीं दे सके। धक्का ज़्यादा व्यावसायिक दृष्टिकोण से लगा, इस अर्थ में कि हम उस स्पॉन्सर्शिप को ट्रैक नहीं कर सके जो दरअसल हम प्रसारण के संदर्भ में चाहते थे।
"ज़ाहिर है कि भारत का एक होना बहुत अच्छा होगा, वे आपके देश में क्रिकेट खेलने के लिए बहुत सारी प्रतिभा और बहुत सारे अलग-अलग तरीक़े लाते हैं, और नामीबिया में क्रिकेट के सिर्फ़ एक एक्सपोज़र के नज़रिए से यह बहुत अच्छा होता अगर बंगाल की टीम भी यहां थी।"
इस महीने की शुरुआत में नामीबिया ने जैन निकॉल लॉफ़्टी ईटन और पिक्की या फ़्रांस सहित चार क्रिकेटरों को क़लंदर्स अकादमी में प्रशिक्षण के लिए विंडहॉक से लाहौर भेजा था।
मुलर ने समझाया, "हमने चार खिलाड़ियों को लाहौर क़लंदर्स भेजा क्योंकि उनके पास विश्व स्तरीय सुविधा है जहां वे बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की आवश्यक्ताओं को पूरा करते हैं। उन्होंने न केवल लाहौर क़लंदर्स के लिए बल्कि पाकिस्तान के लिए भी उदयमान खिलाड़ियों के संदर्भ में काफ़ी बड़ी अकादमी बनाई। खिलाड़ियों को उनकी अकादमी में भेजने के पीछे यह एक बहुत ही स्पष्ट रणनीति थी, जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधा है और कुछ बेहतरीन प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।
"लिहाज़ा यह हमारे खिलाड़ियों के लिए एक प्राकृतिक बदलाव था, विशेष रूप से स्पिन गेंदबाज़ों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए। जिन्हें मिडिल ओवरों में अधिक प्रभाव पैदा करने में सक्षम होना होगा, जो इन दिनों आधुनिक खेल में महत्वपूर्ण है।"

उमर फ़ारूक़ ESPNcricinfo के पाकिस्तानी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।