गंभीर : आगे जो भी फ़ैसला लिया जाएगा वो भारतीय क्रिकेट के हित में ही होगा
गंभीर ने रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों का बचाव किया और कहा कि अपने भविष्य का फ़ैसला लेना उन दोनों के ऊपर है
ESPNcricinfo स्टाफ़
05-Jan-2025
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में मिली हार के बाद भारतीय टीम के दो सीनियर खिलाड़ियों कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य पर पूछे गए सवाल पर भारतीय मुख्य कोच गौतम गंभीर ने दोनों खिलाड़ियों का समर्थन किया लेकिन भविष्य पर कोई भी फ़ैसला गंभीर ने उन दोनों के ऊपर छोड़ दिया।
गंभीर ने कहा, "मैं किसी खिलाड़ी के भविष्य पर बात नहीं कर सकता। यह उनके ऊपर है। हां, मैं इतना ज़रूर कह सकता हूं कि उन दोनों में अभी काफ़ी भूख बाक़ी है, उनके अंदर जुनून है और दोनों मानसिक तौर पर भी काफ़ी मज़बूत खिलाड़ी हैं। लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं वह जो भी फ़ैसला लेंगे वह भारतीय क्रिकेट के हित में होगा।"
रोहित ने पिछले आठ टेस्ट में 10.93 की औसत से रन बनाए हैं और इस दौरान उनके नाम सिर्फ़ एक अर्धशतक है। सिडनी में रोहित ने ख़ुद को बाहर बैठाने का फ़ैसला किया था और दूसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने यह सोचकर फ़ैसला किया था कि ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे इतने खिलाड़ियों का प्लेइंग इलेवन में शामिल करना सही नहीं रहेगा। हालांकि उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि वह टेस्ट क्रिकेट से फ़िलहाल संन्यास नहीं ले रहे हैं।
वहीं कोहली इस सीरीज़ में लगातार ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद पर आउट हुए हैं, पर्थ में नाबाद शतक के अलावा अन्य सभी आठ पारियों में कोहली इसी अंदाज़ में आउट हुए। सिडनी में जब कोहली इस अंदाज़ में आउट हुए तब वह ख़ुद के प्रति निराशा ज़ाहिर करने से ख़ुद को रोक नहीं पाए।
गंभीर ने कहा, "पहली बात तो यह कि हर खिलाड़ी अपनी गेम को समझता है और उसे पता होता है कि उसके भीतर कितनी भूख है। यह सिर्फ़ खेल ही नहीं किसी भी पेशे में लागू होती है। मायने यह रखता है कि आपके अंदर कितना जज़्बा है, कितनी भूख है। आपके योगदान से टीम को फ़ायदा पहुंच पा रहा है या नहीं। क्योंकि अंत में यह मेरी या आपकी नहीं बल्कि देश की टीम है। मुझे विश्वास है कि हमारी टीम में ईमानदार खिलाड़ी हैं जो यह जानते हैं कि उनके भीतर कितनी भूख बची हुई है।"
"जहां तक मेरा सवाल है तो मैं मेरी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है कि मैं सबसे समान भाव से पेश आऊं। अगर मैं एक या दो खिलाड़ियों के प्रति विशेष प्रेम जताऊंगा तो यह अपने कर्तव्य के साथ बेईमानी होगी। तो इसलिए किसी खिलाड़ी ने डेब्यू नहीं किया हो या किसी ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं, मुझे हर खिलाड़ी के साथ समान भाव से पेश आना होगा।"
भारत को अगला टेस्ट इंग्लैंड दौरे पर जून में खेलना है जहां भारत को पांच मैचों की सीरीज़ खेलनी है। तब तक रोहित 38 वर्ष के हो जाएंगे और कोहली 37 वर्ष पूरे करने से बहुत दूर नहीं होंगे। जब गंभीर ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट के रोडमैप और युवा खिलाड़ियों को मौक़े दिए जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया तब उन्होंने कहा, "देखिए, इस पर बात करना अभी काफ़ी जल्दबाज़ी होगी। अभी सीरीज़ समाप्त ही हुई है। आगे की रणनीति तय करने के लिए हमारे पास अभी भी पांच महीने हैं। लेकिन अभी इस विषय पर बात करने का सही समय नहीं है।"
"खेल में काफ़ी चीज़ें बदलती हैं, लोग बदलते हैं, फ़ॉर्म बदलता है। और हम जानते हैं कि पांच महीने का समय लंबा होता है। इसलिए हमें इंतज़ार करना चाहिए। लेकिन जो भी होगा वो भारतीय क्रिकेट के हित में होगा।"