हार्दिक : मैं ख़त्म अच्छे से नहीं कर सका
कप्तान ने कहा, "कई बाहर हारना अच्छा है क्योंकि यह आपको कई चीज़ सिखाता है"
ESPNcricinfo स्टाफ़
14-Aug-2023
हार्दिक ने हार की ज़िम्मेदारी ली • Getty Images
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ रविवार को पांचवां मुक़ाबला हाकर सीरीज़ गंवाने के बाद हार्दिक पंड्या ने हार की ज़िम्मेदारी अपने सिर ली। भारतीय कप्तान पहली पारी में 11वें ओवर में आए और 18 गेंद में केवल 14 रन बना सके थे।
हार्दिक ने मैच के बाद कहा, "अगर आप देखें तो हम 10 ओवर के बाद फ़ायदा नहीं उठा सके। मुझे लगता है कि मैं उस स्थिति का फ़ायदा नहीं उठा सका, मैंने अपना समय लिया लेकिन ख़त्म नहीं कर सका। मुझे लगता है कि लड़कों ने अच्छा क्रिकेट खेला। जिस समय मैं क्रीज़ पर पहुंचा मैं उस तरह से नहीं खेल सका जिस तरह से खेल सकता था।"
जिस समय हार्दिक क्रीज़ पर पहुंचे उस समय भारत जल्दी गिरे दो विकेटों से उबर चुका था। 11वें ओवर में भारत का स्कोर तीन विकेट पर 86 रन था लेकिन जल्दी ही वेस्टइंडीज़ ने अपना दबदबा बना लिया। अगली 22 गेंद में केवल 20 रन आए। भारत ने 20 ओवर में नौ विकेट पर 165 रन बनाए। वेस्टइंडीज़ ने दो ओवर रहते आठ विकेट से यह मैच जीत लिया।
हार्दिक ने इस सीरीज़ में समय बिताने की सोची। वह इस दौरे पर टी20 में 110 के स्ट्राइक रेट से 77 रन ही बना सके। वह वनडे में इससे बेहतर थे लेकिन 82 में से 70 रन उनकी एक पारी में ही आए थे। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के टी20 टाइम आउट में पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ वसीम जाफ़र ने कहा, "वह खुलकर बल्लेबाज़ी नहीं कर सके जिसके लिए उन्हें जाना जाता है, इसका मतलब यह नहीं कि वह छक्के नहीं लगा रहे लेकिन सही से स्ट्रोक नहीं लगा पा रहे और ना ही स्ट्राइक बदल सके।
"तीसरे वनडे में उनके अर्धशतक, जहां उन्होंने धीमी शुरुआत की लेकिन स्लॉग ओवरों में तेज़ी से रन बनाए के अलावा वह कुछ अलग दिखे। तीसरे वनडे में शुभमन गिल के साथ उनकी साझेदारी भी धीमी थी। शुभमन दूसरे छोर पर संघर्ष कर रहे थे और आउट हो गए। तो जिस तरह से उन्होंने इस सीरीज़ में बल्लेबाज़ी की मेरे लिए वह चिंता का विषय है, क्योंकि हर बार वह धीमी शुरुआत करके सही से ख़त्म नहीं कर पा रहे। यह हम टी20 में भी देख सकते हैं। जैसे ही वह आए मूमेंटम नीचे गया और स्ट्राइक रेट भी नीचे गया और इससे डगआउट में बैठे अन्य खिलाड़ियों पर भी दबाव बना।"
कप्तान के तौर पर भी उनके फ़ैसलों पर सवाल उठे, जहां उन्होंने दूसरे टी20 में युज़वेंद्र चहल से पूरे कोटे के ओवर नहीं कराए जबकि उनके आंकड़े 3-0-19-2 के थे। जब लॉडरहिल में उनके गेंदबाज़ी बदलावों के बारे में पूछा गया तो हार्दिक ने कहा, "उस समय मैं यही महसूस कर रहा था। मैंने अधिक रणनीति नहीं बनाई। अगर मैं परिस्थिति को देखता हूं और विश्वास करता हूं कि मेरे पास बेहतर विकल्प है तो मैं उस पर ही जाता हूं। उस समय जो मेरा दिमाग़ कहता है मैं उसके साथ जाता हूं।"
हार्दिक : युवाओं ने ख़ुद को साबित करके दिखाया
भारतीय टीम ने सीरीज़ में 0-2 से पिछड़कर वापसी की, इसमें सबसे बड़ा योगदान युवा खिलाड़ियों का था। यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा और मुकेश कुमार, जो इस दौरे पर डेब्यू कर रहे थे। उन्होंने दिखाया कि वह अपनी पारी को शीर्ष पर ले जा सकते हैं, मिडिल ओवरों में बड़े रन बना सकते हैं और डेथ ओवर स्पेशलिस्ट भी बन सकते हैं। यह हार्दिक के लिए सबसे बड़ा पॉज़िटिव रहा।
हार्दिक ने कहा, "यह शानदार था, उन्होंने दिल जीता। यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अहम है। आपने जायसवाल, तिलक और मुकेश का नाम लिया लेकिन जो भी युवा यहां आकर खेल रहा है वह अपना चरित्र दिखा रहा है। यह मैं अब लगातार देख रहा हूं। मैं उनके लिए खुश हूं कि वह ख़ुद को साबित कर रहे हैं। मैं केवल कप्तान के तौर पर ही नहीं एक खिलाड़ी के तौर पर भी उनके लिए खुश हूं।"
2022 विश्व कप के बाद से सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली टी20 नहीं खेले हैं। वे अगले दस महीनों तक एक नई बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने को देख रहे हैं, क्योंकि अगला विश्व कप वेस्टइंडीज़ और अमेरिका में होना है। इसको दिमाग़ में रखते हुए हार्दिक ने बड़ी तस्वीर की अहमियत बताई, इससे चाहे कुछ हार क्यों ना मिल जाए। यही वजह थी कि इस मैदान पर पिछला मैच चेज़ करते हुए जीतने के बावजूद उन्होंने रविवार को पहले बल्लेबाज़ी का निर्णय लिया।
हार्दिक ने कहा, "एक ग्रुप के तौर पर हम खुद को चुनौती देना चाहते हैं। ये सभी मैच वो मैच हैं जहां हम सीखने जा रहे हैं। हमने बात भी की है कि जो भी मुश्किल है, हम उसको देखेंगे और उसमें बेहतर होने का प्रयास करेंगे। यह लंबी प्रक्रिया है, मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में अधिक बताने की ज़रूरत है। लेकिन कुल मिलाकर लड़कों ने प्रतिबद्धता दिखाई।"
"हमारे पास यह देखने के लिए बहुत समय है कि टी20 में क्या करना है। कई बार हारना अच्छा है क्योंकि इससे आप सीखते हैं। यह सब ग़लतियां नहीं छुपा सकेगा लेकिन एक पॉज़िटिव यह है कि लड़कों को सीखने को मिला। उन्होंने प्रतिबद्धता दिखाई, जब हमारे दो विकेट गिर चुके थे तो उन्होंने चुनौती स्वीकार की और चरित्र दिखाया। हां रविवार का मुक़ाबला एकतरफ़ा दिखा,लेकिन उसी समय वे कोशिश कर रहे थे, जीत हार प्रक्रिया का हिस्सा है। हमें सीखने को मिलना हैं।"