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क्या सूर्यकुमार यादव स्थाई T20I कप्तान बन गए हैं?

क्या जाडेजा का विकल्प मिल गया है? क्या गिल को भारत का भावी कप्तान मान लिया गया है?

Suryakumar Yadav will captain India in the T20I series against Australia, Visakhapatnam, November 22, 2023

श्रीलंका दौरे पर सूर्या को कप्तानी देने के क्या संकेत हैं?  •  PTI

श्रीलंका दौरे के लिए सूर्यकुमार यादव को हार्दिक पंड्या की जगह पर भारतीय टीम का T20I कप्तान नियुक्त किया गया है। जबकि शुभमन गिल को दोनों ही प्रारूपों का उपकप्तान नियुक्त किया गया है। क्या श्रीलंका दौरे के लिए चयनित भारतीय टीम से भविष्य का रोड मैप नज़र आ रहा है? चयन से जुड़े सभी अहम सवालों पर एक नज़र डालते हैं।

क्या सूर्यकुमार स्थाई T20I कप्तान बन गए हैं?

हार्दिक पंड्या को एक साल पहले तक T20I का भावी कप्तान के तौर पर देखा जा रहा था। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में हार्दिक ही टीम की बागडोर संभालते नज़र आ रहे थे। श्रीलंका दौरे के लिए चयनित T20 टीम में तो वो मौजूद हैं लेकिन उनकी जगह सूर्यकुमार को कप्तानी दी गई है। सूर्यकुमार इससे पहले भी दो बार (ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका) T20 श्रृंखला में कप्तानी कर चुके हैं लेकिन तब हार्दिक उन दोनों ही टूर्नामेंट में चोटिल होने के चलते उपलब्ध नहीं थे। हार्दिक की टीम में मौजूदगी और सूर्यकुमार के हाथों में कप्तानी से साफ़ है कि चयनकर्ता सूर्यकुमार को क्रिकेट से सबसे छोटे प्रारूप में भावी कप्तान के तौर पर देख रहे हैं।

सूर्यकुमार को कप्तान बनाने की क्या वजह हो सकती है?

सूर्यकुमार के पक्ष में सबसे बड़ी चीज़ यह जाती है कि वह T20 के विशेषज्ञ खिलाड़ी हैं। हार्दिक और जसप्रीत बुमराह भी T20 खेलते रहे हैं लेकिन हार्दिक के साथ इंजरी की समस्या और बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट करने की ज़रूरत ने सूर्यकुमार को कप्तान बनाए जाने के पक्ष में गई है। सूर्यकुमार वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के अभियान का हिस्सा थे लेकिन वह श्रीलंका दौरे की वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में संभव है कि चयनकर्ता सूर्यकुमार पर T20 प्रारूप में निवेश करना चाहते हों और सूर्यकुमार के रूप में उनके पास एक ऐसा विकल्प है जो कि 2026 में होने वाले T20 वर्ल्ड कप तक लगातार T20 क्रिकेट खेल सकते हैं।

हार्दिक को कप्तान ना बनाए जाने की क्या वजह हो सकती है?

हार्दिक T20 वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम के उपकप्तान थे। अब तक वह तीन वनडे और 16 T20I में भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके थे। IPL 2024 के सीज़न को छोड़ दें तो बतौर कप्तान IPL में भी उनके पहले दो सीज़न बेहतरीन रहे थे। पहले सीज़न में उनकी अगुवाई में गुजरात टाइटंस (GT) ने जीत हासिल की जबकि दूसरे सीज़न में GT फ़ाइनल तक पहुंची। इसके बावजूद हार्दिक को कप्तान न बनाए जाने के पीछे बड़ी वजह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी अनुपलब्धता हो सकती है और जिसका मुख्य कारण उनका नियमित तौर पर चोटिल रहना है। 2022 की शुरुआत से लेकर अब तक भारतीय टीम ने 79 T20I खेले हैं, जिसमें हार्दिक सिर्फ़ 46 T20I ही खेल पाए, वहीं इस अवधि में खेले गए 59 वनडे में से हार्दिक सिर्फ़ 23 मैचों के लिए ही उपलब्ध थे। ऐसे में ज़ाहिर है कि भारतीय टीम के लिए निरंतर उपलब्ध ना रह पाने के चलते चयनकर्ताओं ने बतौर कप्तान हार्दिक में आगे निवेश ना करने का फ़ैसला लिया हो।

क्या गिल को भारत का भावी कप्तान मान लिया गया है?

वनडे वर्ल्ड कप में हार्दिक के चोटिल होने के बाद जब भारतीय टीम साउथ अफ़्रीका दौरे पर गई थी तब इस प्रारूप में भारतीय टीम की कमान केएल राहुल के हाथों में थी। हार्दिक के भावी कप्तान के तौर पर प्रोजेक्ट होने से पहले राहुल निकट भविष्य में भारतीय टीम की कप्तानी के प्रबल दावेदार भी थे। लेकिन अब चयनकर्ताओं ने गिल में निवेश करने का मन बना लिया है। गिल को T20 और वनडे दोनों ही प्रारूपों में उपकप्तान बनाया है, जो इस बात के संकेत हैं कि चयनकर्ता गिल के भीतर निकट भविष्य में भारत की कमान संभालने की संभावना देख रहे हैं।
ज़िम्बाब्वे दौरे पर भारतीय टीम की कमान गिल के हाथों में ही थी। हार्दिक के GT छोड़ने के बाद गिल को 2024 में GT ने कप्तान भी बनाया था। सीमित ओवरों के खेल में गिल का प्रदर्शन भी संतोषजनक रहा है। वहीं राहुल को भी पिछले कुछ वर्षों में चोटों ने काफ़ी परेशान किया है और गिल ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी जगह इस समय तीनों प्रारूप में स्थाई है। 24 वर्षीय गिल राहुल (32) की तुलना में काफ़ी युवा भी हैं और ऐसे में रोहित के मार्गदर्शन में उनके पास काफ़ी अनुभव हासिल कर पाने का समय भी है।

इन खिलाड़ियों को करना होगा अभी भी इंतज़ार

ऋतुराज गायकवाड़ और अभिषेक शर्मा ने पिछले कुछ समय से T20 प्रारूप में काफ़ी प्रभावित किया है। एक बेहतरीन IPL सीज़न के बाद अभिषेक को ज़िम्बाब्वे दौरे पर शामिल किया गया था और वहां उन्होंने अपने दूसरे ही मैच में शतकीय पारी भी खेल दी। गायकवाड़ भी पिछले कुछ समय से भारतीय टीम में स्थाई जगह बनाने के लिए लगातार दरवाज़ा खटखटा रहे हैं लेकिन मौजूदा समय में रोहित के जाने के बाद भी T20 प्रारूप में भारतीय टीम के पास गिल और यशस्वी जायसवाल के रूप में ओपनिंग का विकल्प मौजूद है। T20 वर्ल्ड कप में भी गिल रिज़र्व खिलाड़ी थे और जायसवाल बैकअप ओपनर के तौर पर शामिल किए गए थे। ऐसे में अभिषेक और गायकवाड़ को अभी भारतीय टीम में नियमित जगह पाने के लिए थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ सकता है।
अभिषेक और ऋतुराज के अलावा संजू सैमसन की भी जगह कम से कम वनडे प्रारूप में स्थाई नहीं हो पाई है। वह भी तब जब सैमसन ने अपने पिछले वनडे में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शतकीय पारी भी खेली थी। हालांकि इस प्रारूप में भारतीय टीम के पास राहुल और ऋषभ पंत के रूप में दो विकेटकीपर पहले से ही मौजूद हैं और श्रेयस अय्यर, विराट कोहली, राहुल की मौजूदगी में मध्य क्रम में बतौर बल्लेबाज़ उनके लिए स्थाई जगह बन पाना फ़िलहाल मुश्किल नज़र आ रहा है। ध्रुव जुरेल को भी क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में स्थाई जगह बनाने के लिए अभी थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ सकता है क्योंकि T20I में बतौर विकेटकीपर भारतीय टीम के पास सैमसन और पंत का विकल्प मौजूद है।

सीमित ओवरों में भारत का स्पिन आक्रमण कैसा होगा?

ज़िम्बाब्वे दौरे पर गए 15 सदस्यीय दल में कुल छह खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें श्रीलंका के ख़िलाफ़ T20 श्रृंखला के लिए दोबारा नहीं चुना गया है। अभिषेक, ऋतुराज और जुरेल के अलावा मुकेश कुमार, आवेश ख़ान और तुषार देशपांडे टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए। तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में भारतीय टीम के पास काफ़ी विकल्प नज़र आ रहे हैं लेकिन बड़ा सवाल यही है कि रवींद्र जाडेजा की अनुपस्थिति में T20I और ख़ासकर सीमित ओवरों में भारतीय टीम का स्पिन आक्रमण कैसा होगा? क्योंकि T20I से संन्यास के बाद जाडेजा को श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे में भी नहीं चुना गया है।
युज़वेंद्र चहल और रवि बिश्नोई के रूप में भारतीय टीम के पास लेग स्पिनर हैं लेकिन यह स्पिन ऑलराउंडर के रूप में जाडेजा की कमी को पूरा नहीं कर सकते। हालांकि अक्षर पटेल के साथ साथ वॉशिंगटन सुंदर ने अपने प्रदर्शन से काफ़ी प्रभावित किया है। ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ श्रृंखला में उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ भी चुना गया था और अब उन्हें श्रीलंका के ख़िलाफ़ T20 और वनडे दोनों ही दल में जगह दी गई है, ऐसे में वॉशिंगटन निकट भविष्य में जाडेजा का विकल्प साबित हो सकते हैं।
ज़िम्बाब्वे में बेहतरीन प्रदर्शन के इनाम स्वरूप बिश्नोई को श्रीलंका दौरे के लिए T20 टीम में भी चुना गया है। ऐसे में ख़ुद चहल के लिए आने वाले समय में भारतीय टीम में जगह बनाना काफ़ी मुश्किल होगा। T20 वर्ल्ड कप दल में जगह मिलने के बावजूद चहल को एक भी मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिल पाया था और यहां तक कि कुलदीप यादव को भी श्रीलंका दौरे के लिए वनडे टीम में शामिल किया गया है। कुलदीप की T20I में वापसी की स्थिति में चहल के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना और कठिन हो जाएगा क्योंकि इस प्रारूप में बैकअप स्पिनर के तौर पर बिश्नोई ख़ुद मौजूद होंगे।

नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।