मंगलावर की शाम पूरी तरह से
ग्लेन मैक्सवेल के नाम रही। चोट के बाद वापसी कर रहे मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया को एक
असंभव सी दिखने वाली जीत दिला दी। चेज़ करते हुए यह वनडे इतिहास की सर्वश्रेष्ठ पारी तो है साथ ही यह ऑस्ट्रेलिया के किसी बल्लेबाज़ द्वारा बनाया गया वनडे में पहला दोहरा शतक भी है। हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आने के बावजूद मैक्सवेल एक टांग पर अकेले लड़ते रहे और दोहरा शतक के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया को सेमीफ़ाइनल का टिकट दिला कर ही पवेलियन लौटे। ईएसपीएक्रिकइंफ़ो हिंदी की गेंद दर गेंद कॉमेंट्री के ज़रिए पढ़ते हैं कि जीत के क़रीब पहुंच कर मैक्सवेल कैसे और भी ख़तरनाक हो गए थे।
46.2 - मुजीब, मैक्सवेल को, छह रन
फुलर गेंद लेग स्टंप की लाइन में और उसे वाइ़ड लॉन्ग ऑन के ऊपर से जड़ दिया मैक्सवेल ने, एक टांग पर खेल रहे हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अकेले दम पर जीत की औपचारिकता पूरी करने की ओर भी बढ़ चले हैं
46.3 - मुजीब, मैक्सवेल को, छह रन
बैकऑफ लेंथ गेंद ऑफ स्टंप के बाहर और उसे डीप मिडविकेट और लॉन्ग ऑन के बीच में से जड़ दिया मैक्सवेल ने, और जीत के साथ-साथ मैक्सवेल दोहरे शतक की ओर बढ़ चले हैं
46.4 - मुजीब, मैक्सवेल को, चार रन
पांचवें छठे स्टंप पर लेंथ गेंद को प्रहार किया डीप एक्स्ट्रा कवर की दायीं तरफ से, बैकफुट पर गए थे हल्का और गेंद के पीछे आकर पूरा दम लगा दिया शॉट में
46.5 मुजीब, मैक्सवेल को, छह रन
दोहरा शतक पूरा हुआ मैक्सवेल बिग शो का, गुड लेंथ की गेंद स्टंप्स की लाइन में और उसे डीप मिडविकेट के ऊपर से भेज दिया सेमीफ़ाइनल का टिकट लाने के लिए, ऑस्ट्रेलिया से ज़्यादा यह जीत मैक्सवेल के नाम होगी, इतिहास में शायद ही ऐसी पारी आपने या हमने देखी होगी, मैच का ना सिर्फ़ अपने प्रदर्शन से पासा पलटा बल्कि इंजरी से लड़ते लड़ते दोहरा शतक जड़ दिया, ख़ुद दर्द से जूझते रहे लेकिन अपनी टीम को सेमीफ़ाइनल में प्रवेश दिलाकर ही माने