इंग्लैंड के ख़िलाफ़ नागपुर में खेले जाने वाले
पहले वनडे से पहले भारतीय कप्तान
रोहित शर्मा ने अपने भविष्य पर कहा कि उनका ध्यान इस समय सिर्फ़ आगामी वनडे सीरीज़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर है।
रोहित ने कहा, "यहां पर बैठकर मेरे भविष्य की योजना के बारे में चर्चा करने का क्या औचित्य है? पिछले कुछ वर्षों से इस तरह की रिपोर्ट्स काफ़ी चर्चा में रही हैं और मैं इन रिपोर्ट्स पर जवाब नहीं देना चाहता। मेरे लिए यह तीन मुक़ाबले और चैंपियंस ट्रॉफ़ी ज़्यादा ज़रूरी हैं, इसलिए मेरा ध्यान अभी इसी पर केंद्रित है।"
टेस्ट प्रारूप में रोहित की फ़ॉर्म अच्छी नहीं चल रही है। रणजी ट्रॉफ़ी में भी उनकी वापसी भूलने योग्य रही, जहां वह जम्मू-कश्मीर के ख़िलाफ़ मैच में छह और 28 रनों की पारी ही खेल पाए।
हालांकि जब उनसे उनके मौजूदा फ़ॉर्म के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, "यह किस तरह का सवाल है? यह अलग प्रारूप है, अलग समय है। एक क्रिकेटर के तौर पर हम जानते हैं कि हमारे साथ उतार-चढ़ाव का समय आएगा। मैंने अपने करियर में काफ़ी बार यह दौर झेला है इसलिए यह मेरे लिए नया नहीं है।
"हम जानते हैं कि हर दिन एक नया दिन होता है और हर सीरीज़ एक नई सीरीज़ होती है। इसलिए मैं सामने आने वाली चुनौतियों से कैसे निपटना है, इसके बारे में सोच रहा हूं। मैं अतीत में क्या हुआ है, इसके बारे में नहीं सोचना चाहता और अतीत में बहुत कुछ अच्छा भी घटित हुआ है। इसलिए मैं सीरीज़ की अच्छी शुरुआत करने पर ही ध्यान देना चाहता हूं।"
जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए चयनित भारतीय दल का हिस्सा हैं लेकिन उनकी उपलब्धता फ़िटनेस पर निर्भर रहने वाली है। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाज़ी ना करने के बाद से ही कोई मैच नहीं खेला है। हालांकि रोहित ने कहा कि बुमराह की फ़िटनेस पर स्पष्टता मिलने का उन्हें भी अभी इंतज़ार है।
रोहित ने कहा, "ज़ाहिर तौर पर हम अभी उनके स्कैन रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं, जो कि अगले कुछ दिनों में होने वाला है। एक बार स्कैन रिपोर्ट सामने आ जाने पर हम आपके सामने स्पष्टता देने में सक्षम होंगे।"
तेज़ गेंदबाज़
मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू T20 सीरीज़ में वापसी की। उन्हें सिर्फ़ दो मैच खेलने के मौक़े मिले, जिसमें वह एक मैच में बिना विकेट के गए, जबकि एक मैच में उनके ख़ाते में तीन विकेट आए। हालांकि भारतीय कप्तान ने भारतीय टीम के प्रति शमी के योगदान का हवाला देते हुए तेज़ गेंदबाज़ का बचाव किया।
रोहित ने कहा, "उन्होंने एकृ-डेढ़ साल से क्रिकेट नहीं खेला है। इसलिए किसी को इतनी जल्दी राय नहीं बना लेनी चाहिए। वह पिछले 10-12 वर्षों से क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने टीम के लिए प्रदर्शन किया है और आपने ख़ुद देखा था कि वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने टीम के लिए कैसा प्रदर्शन किया था। तो इसलिए अगर घरेलू क्रिकेट में कोई खिलाड़ी उम्मीदों के मुताबिक़ प्रदर्शन नहीं कर पाए तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो खिलाड़ी ख़राब है।
"उन्होंने काफ़ी विकेट हासिल किए हैं और टीम को भी काफ़ी मैच जिताए हैं। हम सिर्फ़ वो चीज़ें देखने के आदी हैं जो हाल ही में घटित हुई होती हैं, हम यह नहीं देखते कि इस व्यक्ति ने लंबे समय तक कैसा प्रदर्शन किया है। हमारी याद्दाश्त कमज़ोर है। हम सिर्फ़ यह देखते हैं कि पिछली सीरीज़ में क्या हुआ। सभी को पता है वर्ल्ड कप में उन्होंने टीम के लिए कितना बेहतरीन प्रदर्शन किया था।"
भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन को लेकर एक बड़ा सवाल यह भी है कि आख़िर
केएल राहुल और
ऋषभ पंत में कौन विकेटकीपिंग करेगा। नंबर छह पर
हार्दिक पंड्या और नंबर चार पर श्रेयस अय्यर की मौजूदगी में पांचवां स्थान ही रिक्त बचता है। और ऐसी स्थिति में दोनों में से किसी एक को ही प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने का विकल्प ही बचता है। हालांकि रोहित ने राहुल के विकेटकीपिंग करने के संकेत दे दिए हैं।
रोहित ने कहा, "देखिए, राहुल काफ़ी समय से वनडे प्रारूप में हमारे लिए विकेटकीपिंग कर रहे हैं और उन्होंने बहुत अच्छी तरह से इस ज़िम्मेदारी को निभाया भी है। पिछले 10-15 वनडे में उन्होंने वैसा ही किया जैसा टीम को उनसे ज़रूरत थी। ऋषभ भी यहां हैं और पूरी तरह से तैयार हैं। हमारे पास इन दोनों में से किसी एक को खिलाने का विकल्प है। दोनों के पास मैच जिताने की क्षमता है लेकिन अतीत में अगर किसी खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया है तो उसे जारी रखना भी ज़रूरी है। एक टीम के तौर पर हम राहुल और ऋषभ को लेकर इस स्थिति में हैं।"
वरुण चक्रवर्ती इंग्लैंड के ख़िलाफ़ T20I सीरीज़ में बेहतरीन प्रदर्शन करने के चलते वनडे सीरीज़ में भी भारतीय दल में शामिल किए गए हैं। वरुण T20I सीरीज़ में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ थे और उन्होंने 7.66 की औसत से 14 विकेट हासिल किए थे। वनडे में वरुण अभी अनकैप्ड हैं लेकिन हाल ही में खेली गई विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में वह दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी थे।
रोहित ने कहा, "वरुण ने अलग तरह की गेंदबाज़ी की है। ज़ाहिर तौर पर यह एक अलग प्रारूप है लेकिन उन्होंने यह दर्शाया है कि वह अलग तरह के गेंदबाज़ हैं। तो इसलिए हम उनके रूप में एक अन्य विकल्प भी साथ रखना चाहते थे। यह सीरीज़ हमारे लिए उन्हें आज़माने का एक अवसर होगा ताकि हम यह देख पाएं कि वह क्या कर सकते हैं। इस समय हम यह नहीं सोच रहे कि हम उन्हें लेंगे (चैंपियंस ट्रॉफ़ी) या नहीं लेकिन हां वो दावेदारी में ज़रूर रहेंगे। अगर चीज़ें हमारी योजना के तहत जाती हैं तो ज़रूर हम इस पर विचार करेंगे।"
पिछले कुछ समय से हार्दिक के साथ भी उनकी फ़िटनेस ने आंख मिचौली का खेल खेला है, हालांकि रोहित ने कहा कि वह कोई भी नकारात्मक विचार अपने अंदर नहीं आने देना चाहते।
रोहित ने कहा, "हम इतना नकारात्मक क्यों सोच रहे हैं? कि वो चोटिल हो जाएंगे, यह हो जाएगा, वह हो जाएगा। चयनकर्ताओं और हमारे ज़ेहन में भी काफ़ी चीज़ें चल रही हैं, मैं उन बातों को यहां नहीं कह सकता। वर्ल्ड कप में भी वो चोटिल हो गए थे, मेरे ख़्याल से तीसरे या चौथे मैच में लेकिन हमने उसके बाद फ़ाइनल खेला। हां भले ही हम फ़ाइनल में हार गए लेकिन हमने कुल मिलाकर फ़ाइनल तक अच्छी क्रिकेट खेली। इसलिए मैं अभी यह तो बिल्कुल नहीं सोचूंगा कि आगे क्या होगा। अभी की स्थिति यही है कि वह अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं तो मैं यही उम्मीद करता हूं कि वह ऐसे ही खेलते रहें और चोटिल ना हों।"
नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।