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रोहित शर्मा: नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करेंगे गिल

भारतीय कप्तान ने इस बात की भी पुष्टि की कि यशस्वी जायसवाल सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर टेस्ट डेब्यू करेंगे

भले ही ऋषभ पंत काफ़ी समय से चोट के कारण मैदान पर उतरने में सक्षम नहीं हैं लेकिन अभी भी पिछले तीन सालों में भारतीय टेस्ट टीम में बल्लेबाज़ों के आंकड़ों को देखा जाए तो रन बनाने के मामले में पंत का नाम सबसे ऊपर है। वह जिस शैली के साथ बल्लेबाज़ी करते थे, उसकी कमी भारतीय टीम में साफ़ खल रही है।
पंत के अनुपलब्ध होने के कारण केवल दो बाएं हाथ के बल्लेबाज़ भारत द्वारा खेले गए टेस्ट मैचों का हिस्सा रहे हैं: रवींद्र जाडेजा और अक्षर पटेल। हालांकि अब एक तीसरा बाएं हाथ का बल्लेबाज़ ओपनर के तौर पर अपना पहला टेस्ट खेलने जा रहा है।
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने यशस्वी जायसवाल का टीम में स्वागत करते हुए कहा है, "भारतीय क्रिकेट को एक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ की सख़्त ज़रूरत थी और हमें एक बहुत अच्छा खिलाड़ी मिला है।"
वहीं जायसवाल के आने से एक और अच्छी बात यह हुई है कि बल्लेबाज़ी क्रम में एक सकारात्मक बदलाव हुआ है। रोहित शर्मा ने यह भी कहा है, "शुभमन गिल नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करना चाहते हैं। उन्होंने राहुल (द्रविड़) भाई से कहा कि उन्होंने अपना काफ़ी क्रिकेट नंबर 3 और नंबर 4 पर खेला है और वह नंबर 3 पर टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। इससे टीम को भी फ़ायदा मिल सकता है क्योंकि सलामी बल्लेबाज़ी में हमारे पास एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ होगा। हम यही कोशिश कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह हमारे लिए काफ़ी दिनों तक बना रहेगा क्योंकि हमें एक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ की काफ़ी आवश्यकता है। हमें जयसवाल के रूप में वह बाएं हाथ का खिलाड़ी मिल गया है और आशा करते हैं कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा।"
जब वेस्टइंडीज़ के दो मैचों के दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम चुनी गई तो सरफ़राज़ ख़ान को लेकर काफ़ी सवाल उठे। मुंबई का यह बल्लेबाज़ पिछले दो या तीन वर्षों से रणजी ट्रॉफ़ी में धूम मचा रहा है, लेकिन अभी तक उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया है। रोहित ने ऐसे भी खिलाड़ियों के बारे में बात की और कहा कि वह अपना विश्वास बनाए रखें।
"कुछ लोग हैं जिन्हें टीम में जगह नहीं मिली है। दुर्भाग्य से आप टीम में केवल 15-16 खिलाड़ियों को ही चुन सकते हैं। लेकिन हर किसी का समय आएगा।"
वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए चुने गए टीम का दूसरा पक्ष यह है कि इसकी तेज़ गेंदबाज़ी क्रम में अनुभव की काफ़ी कमी है। जो भी तेज़ गेंदबाज़ इस दौरे पर चुने गए हैं, उन सभी के पास कुल मिला कर 88 टेस्ट विकेट हैं, जिसमें से 52 विकेट अकेले सिराज के हैं। हालांकि रोहित ने कहा कि उन्हें अपने तेज़ गेंदबाज़ों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की परिस्थिति आगे भी आ सकती है।
"भारतीय क्रिकेट को हमेशा इस चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि हम बहुत अधिक क्रिकेट खेलते हैं। इसलिए जाहिर तौर पर हमें खिलाड़ियों का प्रबंधन करना होगा। उन्हें रोटेट करना होगा और उन्हें पर्याप्त ब्रेक देना होगा। हमें आगे के टूर्नामेंटों के लिए सावधान रहने की ज़रूरत है। विश्व कप आ रहा है, इसलिए हमें इसे भी ध्यान में रखना होगा। हमें यह देखना होगा कि किस खिलाड़ी की कहां ज़रूरत है। इसीलिए हमें खिलाड़ियों को रोटेट करना पड़ा और फिर नए खिलाड़ी आए। यह एक तरह से अच्छी बात भी है क्योंकि दूसरों को मौक़ा मिल रहा है।"
"मुझे नए गेंदबाजों पर पूरा भरोसा है। जयदेव उनादकट नए नहीं हैं, वह घरेलू क्रिकेट में लगभग 10-12 साल से खेल रहे हैं। मुकेश कुमार घरेलू क्रिकेट में काफ़ी बढ़िया प्रदर्शन करते आए हैं। उन्होंने अपने राज्य के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्हें मौक़ा दिया गया है और हम देखेंगे कि हम किस संयोजन के साथ मैदान पर उतर सकते हैं।"