भारत ने पिछले साल अगस्त के बाद से वनडे क्रिकेट नहीं खेला है। 19 फ़रवरी से शुरू होने वाली
चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आगामी तीन वनडे मैचों में ही उन्हें अपनी तैयारियां पूरी करनी है। उस सीरीज़ से पहले भारतीय टीम को कुछ मुश्किल सवालों के जवाब ढूंढने हैं।
इंग्लैंड के
ख़िलाफ़ होने वाला वनडे सीरीज़ चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले
रोहित शर्मा और
विराट कोहली के लिए आख़िरी मौक़ा होगा, जहां वह अपनी फ़ॉर्म तलाशने का प्रयास करेंगे।
दोनों खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हुई टेस्ट सीरीज़ में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं किया था। साथ ही रणजी ट्रॉफ़ी में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। रोहित ने जम्मू के ख़िलाफ़
3 और 28 का स्कोर बनाया था। साथ ही कोहली ने रेलवे के ख़िलाफ़ अपनी एकमात्र पारी में
सिर्फ़ छह रन बनाए थे।
कोहली ऑस्ट्रेलिया में लगातार एक ही तरीक़े से आउट हो रहे थे, जहां वह लगातार ऑफ़स्टंप के बाहर की गेंद के साथ छेड़-छाड़ करते हुए, आउट हुए थे। इसके बाद वह RCB के पूर्व बल्लेबाज़ी कोच संजय बांगर के साथ अभ्यास करते हुए दिखे थे, ताकि इस पर काम किया जाए।
हालांकि वनडे क्रिकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रारूप है, जिसमें रोहित ओपनर के रूप में दमदार प्रदर्शन करते हैं और कोहली नंबर 3 पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। रोहित ने अगस्त में श्रीलंका में तीन पारियों में 141.44 की स्ट्राइक रेट से
157 रन बनाए थे। कोहली उस सीरीज़ में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। हालांकि वनडे विश्व कप के दौरान लेकिन उन्होंने कई बड़े आंकड़ों को अपने नाम किया था। 2023 वनडे विश्व कप के फ़ाइनल में भारत के पहुंचने के दौरान उन्होंने 95.62 की औसत और 90.31 की स्ट्राइक रेट से 765 रन बनाए थे।
कोहली सबसे कम पारियों में
14,000 वनडे रन बनाने की ओर अग्रसर हैं। सचिन तेंदुलकर (350 पारियां) और कुमार संगकारा (378) ही अब तक यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं; कोहली केवल 283 पारियों में 94 रन दूर हैं। क्या वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ यह उपलब्धि हासिल कर पाएंगे?
विकेटकीपर के तौर पर पंत या राहुल?
इस बात की पूरी संभावना है कि रोहित और शुभमन गिल के ओपनिंग करेंगे। कोहली और श्रेयस अय्यर नंबर 3 और 4 पर बल्लेबाज़ी करेंगे। वहीं हार्दिक पंड्या नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करेंगे। ऐसे में नंबर पांच पर विकेटकीपर बल्लेबाज़ को रखा जाएगा। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान
केएल राहुल और
ऋषभ पंत के बीच चयन हो सकता है। जब पंत अपनी कार दुर्घटना से उबर रहे थे, तब से राहुल वनडे में भारत के मौजूदा विकेटकीपर हैं।
अगस्त 2024 में श्रीलंका दौरे पर जब पंत चोट से उबरकर लौटे थे, तब राहुल ने पहले दो मैचों में विकेटकीपिंग की - और 31 और 0 रन बनाए - जबकि पंत ने तीसरा मैच खेला और 6 रन बनाए। हाल के फ़ॉर्म के लिहाज से दोनों में कोई ख़ास अंतर नहीं है। राहुल ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज ़की दस पारियों में 276 रन बनाए, जबकि पंत ने नौ पारियों में 255 रन बनाए। इसके बाद राहुल ने हरियाणा के ख़िलाफ़ कर्नाटक के रणजी ट्रॉफ़ी मैच में
26 और 43 रन बनाए, जबकि पंत ने सौराष्ट्र के ख़िलाफ़ दिल्ली के लिए
1 और 17 रन बनाए। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच मैचों के लिए दोनों खिलाड़ी T20I टीम का हिस्सा नहीं थे।
अगर भारत विकेटकीपर के तौर पर राहुल को ही प्लेइंग XI में रखने का फै़सला करता है, तो उनके शीर्ष छह में बाएं हाथ का बल्लेबाज़ नहीं होगा, जब तक कि वे अपने स्पिन ऑलराउंडरों में से किसी एक को ऊपर बल्लेबाज़ी करने न भेजें। भारत निश्चित रूप से दोनों खिलाड़ियों को प्लेइंग XI में शामिल करने का विकल्प चुन सकता हैं, जिसमें राहुल एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के रूप में शामिल हैं, लेकिन इसका मतलब होगा कि श्रेयस को प्लेइंग XI से बाहर रखा जाएगा।
क्या जडेजा प्लेइंग XI में फ़िट बैठते हैं?
रवींद्र जाडेजा को 2023 विश्व कप के बाद से वनडे टीम में नहीं चुना गया था। हालांकि उन्हें इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आगामी सीरीज़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए चुना गया है। जब वे इस फ़ॉर्मेट से आराम कर रहे थे, तब भारत ने स्पिन ऑलराउंडर के रूप में
अक्षर पटेल और
वॉशिंगटन सुंदर पर निवेश किया। अक्षर श्रीलंका में अपनी पिछली वनडे सीरीज़ में उप-कप्तान भी थे, जहां वॉशिंगटन ने तीन पारियों में पांच विकेट और 3.88 की इकॉनमी से प्रभावित किया था। अक्षर ने 3.86 की इकॉनमी से चार विकेट लिए थे।
अगर भारत विविधतापूर्ण गेंदबाज़ी आक्रमण की तलाश में है, तो वॉशिंगटन के पास ऑफ़ स्पिनर होने का फ़ायदा है, जबकि जडेजा और अक्षर दोनों बाएं हाथ के हैं। हालांकि वॉशिंगटन ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दो T20 मैचों में केवल दो ओवर फेंके, जबकि अक्षर ने पांच में से चार मैचों में गेंदबाजी की और 7.07 की इकॉनमी से 14 ओवर में छह विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद जाडेजा सौराष्ट्र के लिए शानदार फ़ॉर्म में थे। उन्होंने दिल्ली के ख़िलाफ़ रणजी ट्रॉफ़ी मैच में 12 विकेट लिए। हालांकि असम के ख़िलाफ़ अगले मैच में उन्होंने बिल्कुल भी गेंदबाज़ी नहीं की और माना जा रहा है कि उनकी पीठ में मामूली ऐंठन है। अगर वह फ़िट होते हैं, तो टीम प्रबंधन के लिए जडेजा, अक्षर और वॉशिंगटन के बीच चयन करना मुश्किल होगा।
गेंदबाज़ों की फिटनेस पर फ़ोकस
भारत के तीन प्रमुख गेंदबाज़ चोट से वापसी कर रहे हैं।
जसप्रीत बुमराह ने सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाज़ी नहीं करने के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। उन्हें केवल इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आख़िरी वनडे के लिए टीम में शामिल किया गया है ताकि यह परखा जा सके कि क्या वह चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए मैच फ़िट हैं।
कुलदीप यादव पिछले साल अक्तूबर से मैदान से बाहर थे। उन्होंने स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी कराई थी और पिछले हफ़्ते रणजी ट्रॉफ़ी में उत्तर प्रदेश के लिए मध्य प्रदेश के ख़िलाफ़ 3/124 का प्रदर्शन करते हुए वापसी की। वह श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारत की पिछली वनडे सीरीज़ का हिस्सा थे, जहां उन्होंने 30 ओवर में 3.40 की इकॉनमी से चार विकेट लिए थे।
मोहम्मद शमी ने पिछला वनडे 2023 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में खेला था, जिसके बाद उनके टखने की सर्जरी हुई और उन्होंने लंबी रिकवरी प्रक्रिया का सामना किया। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी और विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में बंगाल के लिए वापसी की, लेकिन भारत ने उन्हें इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच में से केवल दो T20I मैचों में मौक़ा दिया। इन मुक़ाबलों में उन्होंने 5.3 ओवर में 0/25 और 3/25 का प्रदर्शन किया।
अर्शदीप सिंह ने अब तक सिर्फ़ आठ वनडे खेले हैं, और शमी पहले दो वनडे में भारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ होंगे। हालांकि अगर बुमराह तीसरे मैच के लिए उपलब्ध होते हैं, तो इनमें से किसी एक को प्लेइंग XI से बाहर बैठना पड़ सकता है।