GT vs MI रिपोर्ट कार्ड: शुभमन गिल की शतकीय पारी और मोहित शर्मा के कमाल से फ़ाइनल में पहुंचा गुजरात टाइटंस
किन कारणों से मुंबई की टीम फ़ाइनल में पहुंचने में असफल हुई और क्यों मिली गुजरात को जीत
राजन राज
26-May-2023
शुक्रवार को गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मुक़ाबले में गुजरात ने 62 रनों की बड़ी जीत दर्ज करते हुए, काफ़ी आसानी से फ़ाइनल में जगह बना ली है। गुजरात के तरफ़ से शुभमन गिल ने आतिशी शतक लगाया और साथ ही मोहित शर्मा ने पांच विकेट झटके, जो गुजरात की जीत में काफ़ी अहम साबित हुई। आइए देखते हैं कि दोनों टीमों ने खेल के हर एक क्षेत्र में कैसा प्रदर्शन किया और कैसे ग्रेड हासिल किए।
बल्लेबाज़ी
गुजरात
शुभमन गिल और ऋद्धिमान साहा ने काफ़ी संयम के साथ अपनी पारी की शुरुआत की थी। हालांकि वह पावरप्ले में 50 रन बनाने में सफल रहे। इसके बाद बल्लेबाज़ी की पूरी कहानी के एक ही नायक थे - शुभमन गिल। उन्होंने आड़े-तेढ़े शॉट्स की जगह प्रॉपर क्रिकेटिंग शॉट का चयन किया और एक अविश्वसनीय पारी खेली, जो लगभग उनके आदत में शुमार होता जा रहा है। साथ ही साईं सुदर्शन ने भी उनका बख़ूबी साथ निभाते हुए अपनी पारी को आगे बढ़ाया। गिल के विकेट के बाद गुजरात की पारी थोड़ी धीमी ज़रूर हुई लेकिन हार्दिक पंड्या ने अंतिम ओवर में उसकी भरपाई कर ली।
मुंबई
मुंबई को बल्लेबाज़ी में पहला झटका तब ही लग गया था, जब इशान किशन चोटिल होकर पवेलियन चले गए थे और इसके बाद वह बल्लेबाज़ी करने भी नहीं आए।
किशन की गैरमौजूदगी में नेहाल वढेरा को ओपनिंग करने का लिए भेजा गया था, जो पहले ही ओवर में आउट हो गए। इसके बाद रोहित शर्मा का भी विकेट जल्दी ही गिर गया। मुंबई को एक और झटका तब लगा जब क्रिस ग्रीन चोटिल होकर पवेलियन लौट गए। उस समय ऐसा लगा कि अब मुंबई के लिए इस मैच में कुछ ख़ास नहीं बचा है लेकिन सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा के काउंटर अटैक ने मैच को बराबरी पर ला दिया था। तिलक के आउट होने के बाद,ग्रीन फिर से मैदान पर थे और उन्होंने सूर्या के साथ मिल कर ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए मैच को काफ़ी क़रीब ला दिया था। हालांकि दोनों बल्लेबाज़ मैच को फ़िनिश करने में नाकाम रहे। इसके बाद टिम डेविड से उम्मीद थी लेकिन वह कुछ ज़्यादा नहीं कर पाए। कुल मिला कर मुंबई के तरफ़ से सूर्यकुमार के अलावा कोई और बल्लेबाज़ टिक पर नहीं खेल पाया, जो मुंबई की बल्लेबाज़ी की सबसे कमज़ोर कड़ी थी।
गेंदबाज़ी
मुंबई
मुंबई के गेंदबाज़ों ने शुरुआत तो काफ़ी अच्छे तरीक़े से की थी और उन्होंने पावरप्ले में सिर्फ़ 50 रन दिए थे और पावरप्ले के ठीक बाद पीयूष चावला को ऋद्धिमान का विकेट भी मिल गया। हालांकि उसके बाद साईं सुदर्शन बल्लेबाज़ी करने और उन्होंने शुभमन गिल के साथ एक अच्छी पार्टनरशिप बनाई। इस पार्टनरशिप में गिल काफ़ी आक्रामक थे और उनके आक्रमण का मुंबई के किसी भी गेंदबाज़ के पास कोई जवाब नहीं था। एक समय पर ऐसा लगा कि गिल को वहीं गेंदबाज़ी की जा रही है, जहां वह चाह रहे हैं। कुल मिला कर सभी गेंदबाज़ों की रणनीति काफ़ी प्रीडिक्टेबल हो गई थी। अंतिम के ओवरों में गेंदबाज़ों ने वापसी करने का बढ़िया प्रयास ज़रूर किया लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी।
गुजरात
मोहम्मद शमी ने गुजरात की तरफ़ से खेलते हुए कभी मुंबई के ख़िलाफ़ कोई विकेट नहीं लिया था। हालांकि आज के मैच में उन्होंने पहले ही ओवर में नेहल वढेरा का विकेट हासिल कर लिया। उसके बाद उन्होंने अपने दूसरे ओवर में रोहित का शर्मा को भी आउट कर दिया। हालांकि इसके बाद तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव और क्रिस ग्रीन ने काउंटर अटैक ज़रूर किया लेकिन समय रहते गुजरात के गेंदबाज़ों ने इन तीनों का विकेट निकाल लिया। हालांकि इसमें सबसे बड़ा योगदान मोहित शर्मा और जॉश लिटिल का का रहा जिन्होंने एक समय पर ख़तरनामक दिख रहे सूर्यकुमार और क्रिस ग्रीन का विकेट निकाल कर मैच को पूरी तरह से गुजरात के पक्ष में मोड़ दिया। मोहित ने तो पांच विकेट भी निकाले और कुल मिला कर एक बार फिर से मुश्किल में फंसी गुजरात के लिए एक हीरो बन कर उभरे।
फ़ील्डिंग और रणनीति
मुंबई
पावरप्ले के अंतिम ओवर में टिम डेविड ने गिल का कैच छोड़ा था। उस वक़्त गिल सिर्फ़ 31 के स्कोर पर था। इसके बाद इशान किशन के पास भी आठवें ओवर में एक बार स्टंपिंग का मुश्किल मौक़ा आया था लेकिन वह इसे भुना नहीं पाए। उस वक़्त 37 के स्कोर पर खेल रहे थे। उसके बाद गिल ने जो किया वह एक अलग ही गाथा है। हालांकि इनके अलावा मुंबई की टीम ने फ़ील्ड पर काफ़ी कम ग़लतियां की।
आज मुंबई की तरफ़ से गिल के ख़िलाफ़ एक साफ़ रणनीति की काफ़ी कमी दिखी। साथ ही गिल के आक्रमण ने मुंबई के गेंदबाज़ी प्लान को मैदान पर लागू होने नहीं दिया। साथ ही मुंबई ने इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर नेहल वढेरा का प्रयोग किया था, जो कारगर नहीं रहा।
गुजरात
गुजरात की तरफ़ से सिर्फ़ एक ही कैच छूटा। मोहम्मद शमी ने 13वें ओवर में विष्णो विनोद का कैच छोड़ा था, जो ज़्यादा महंगा साबित नहीं हुआ। हालांकि इसके अलावा गुजरात के फ़ील्डिरों ने कमाल की ग्राउंड फ़ील्डिंग की और टीम के लिए काफ़ी रन बचाए। अंत में डेविड मिलर ने पीयूष का कमाल का कैच भी लिया।
बल्लेबाज़ी के दौरान जब पहले विकेट के पतन के बाद सुदर्शन को बल्लेबाज़ी के लिए भेजा गया तो उनका रोल साफ़ था कि उन्हें शुभमन का साथ देना है, जो उन्होंने बख़ूबी किया। साथ ही लिटिल को प्लेइंग 11 में शामिल करने का फ़ैसला भी काफ़ी कारगर रहा। हार्दिक ने भले ही गेंदबाज़ी में विकेट नहीं लिया लेकिन उनके गेंदबाज़ी करने से टीम के गेदबाज़ी क्रम में काफ़ी संतुलन आ गया।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं